UPSC Success Story: सिविल सेवा परीक्षा में हर साल कई ऐसे अभ्यर्थी सफलता हासिल करते हैं, जिनकी कहानी बेहद प्रेरणादायक होती है। ऐसी ही एक कहानी है आलोक सिंह की जिन्होंने नौकरी के साथ ही यूपीएससी एग्जाम के लिए तैयारी की और तीसरे प्रयास में 628वीं रैंक भी हासिल कर ली। खास बात यह है कि उन्होंने कोचिंग की जगह सेल्फ स्टडी की और सफल भी रहे। आलोक सिंह मूल रूप से बिहार के रहने वाले हैं। हालांकि, उनका ज्यादातर समय उत्तर प्रदेश के नोएडा में गुजरा। आलोक पढ़ाई में हमेशा से ही होशियार थे। उन्होंने मैकेनिकल इंजीनियरिंग में बैचलर्स डिग्री हासिल की है।
आलोक ने ग्रेजुएशन के बाद ही स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया में जूनियर मैनेजर के रूप में नौकरी भी शुरू कर दी थी। इसी दौरान उन्हें आदिवासी क्षेत्र में जाने का मौका मिला। वहां की दयनीय स्थिति देखकर आलोक के मन में सिविल सेवा के क्षेत्र में जाने का ख्याल आया, जिससे वह लोगों की मदद कर सकें।
तीसरे प्रयास में मिली सफलता
आलोक ने साल 2016 में सिविल सेवा परीक्षा का पहला अटेम्प्ट दिया था लेकिन तैयारी न होने की वजह से वह प्रीलिम्स भी नहीं क्लियर कर पाए थे। वहीं, दूसरे अटेम्प्ट में मेन्स एग्जाम में बात अटक गई। हालांकि, दो बार निराशा हाथ लगने के बावजूद भी उन्होंने हार नहीं मानी और पढ़ाई करते रहे। आलोक नौकरी के साथ ही यूपीएससी एग्जाम की भी तैयारी करते थे। वह पढ़ाई के लिए ज्यादा समय नहीं दे पाते थे इसलिए उन्होंने ईपीएफओ का एग्जाम दिया। आखिरकार, साल 2018 में इस जॉब के दौरान आलोक ने 628वीं रैंक हासिल की थी। यह कामयाबी उन्हें तीसरे अटेम्प्ट में मिली थी।
आलोक की सलाह
आलोक के मुताबिक वह नौकरी छोड़कर सिर्फ पढ़ाई नहीं कर सकते थे। उनका मानना है कि जॉब के साथ ही यूपीएससी एग्जाम की तैयारी आसानी से की जा सकती है। जॉब की वजह से आप भविष्य को लेकर बहुत चिंतित नहीं रहते और आत्मविश्वास भी बना रहता है। आलोक का कहना है कि अगर सही रणनीति से तैयारी की जाए तो निश्चित रूप से सफलता प्राप्त होगी।