UPSC Success Story in Hindi: अगर आपके अंदर सपने को पूरा करने का जज्बा और मेहनत करने का जुनून है तो रास्ते में आने वाली कोई भी परेशानी आपको रोक नहीं सकती है। ऐसी ही एक कहानी है जमील फातिमा जेबा की जिन्होंने लगातार मिलने वाली असफलता और रिश्तेदारों के तानों के बावजूद भी अपने कदम नहीं रोके और आखिर में कामयाबी पाई।
जमील फातिमा जेबा मूल रूप से हैदराबाद की रहने वाली हैं। उन्होंने सेंट फ्रांसिस स्कूल से एमबीए की पढ़ाई की है। आमतौर पर अभ्यर्थी बचपन से ही सिविल सेवा क्षेत्र में जाने का सपना देखते हैं। हालांकि, फातिमा के साथ ऐसा नहीं था। वह ऐसा काम करना चाहती थीं जहां उन्हें खुशी और संतुष्टि भी मिले। उन्होंने ग्रेजुएशन के बाद सिविल सेवा क्षेत्र में जाने का मन बनाया।
माता-पिता का रहा सहयोग
जेबा के फैसले से परिवार में खलबली सी मच गई। वह एक ऐसे माहौल से आती थीं, जहां कम उम्र में ही लड़कियों की शादी कर दी जाती थी। जेबा को भी आम लड़कियों की तरह दुनिया के तानों और रिश्तेदारों के सवालों का सामना करना पड़ा। हालांकि, जेबा के माता-पिता को इन बातों से कोई फर्क नहीं पड़ता था। उन्होंने अपनी बेटी के निर्णय पर भरोसा किया और कदम कदम पर साथ खड़े रहे।
यूपीएससी परीक्षा में मिली 62वीं रैंक
ज़ेबा को पता था कि यूपीएससी का सफर आसान नहीं होगा। उन्होंने परीक्षा की तैयारी के लिए दिन रात एक कर दिया था। हालांकि, कठिन परिश्रम के बावजूद भी दो साल तक उनका चयन नहीं हुआ। इसी बीच रिश्तेदारों के ताने भी बढ़ने लगे। इन सब के बावजूद भी उन्होंने कभी हार नहीं मानी और अपनी पढ़ाई जारी रखी। आखिरकार साल 2018 में महज 25 साल की उम्र में उन्होंने यूपीएससी एग्जाम में 62वीं रैंक प्राप्त कर ही ली। ज़ेबा का कहना है कि हमें अपने आप पर भरोसा होगा तभी कामयाबी मिलेगी।