
UP Board UPMSP 12th Result 2019 Declared LIVE Updates: इंटर में छात्राओं ने फिर दिखाया दम, देखें डिटेल
UP Board UPMSP 12th Result 2019 Declared LIVE Updates: नकल रोकने के लिए किए गए इंतजाम की वजह से करीब 6 लाख स्टूडेंट्स ने एग्जाम ही नहीं दिए थे। रिजल्ट थर्ड पार्टी वेबसाइट results.nic.in पर भी चेक किया जा सकता है।

UP Board UPMSP 12th Result 2019 LIVE Updates: UP Board 12th Result 2019, UP Board result 2019 यूपी बोर्ड का 12वीं का रिजल्ट 27 अप्रैल को जारी हो चुका है। जिन स्टूडेंट्स ने इसके लिए अप्लाई किया था वह अपना रिजल्ट बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट पर चेक कर सकते हैं। बोर्ड के नोटिफिकेशन के मुताबिक UPMSP 12th result दोपहर 12 बजकर 30 मिनट पर जारी किया जाना था। UP Board 12th examination 2019 में 26,11,319 स्टूडेंट्स ने एग्जाम दिए थे। इस बार सिक्योरिटी के पुख्ता इंतजाम किए गए थे। नकल रोकने के लिए किए गए इंतजाम के चलते करीब 6 लाख स्टूडेंट्स ने एग्जाम ही नहीं दिए थे।
UP Board 10th, 12th Result 2019: Check Your Marks Here
यूपी बोर्ड का रिजल्ट बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट पर चेक किया जा सकता है। यूपी बोर्ड की वेबसाइट्स upmspresults.up.nic.in, upresults.nic.in, upmsp.edu.in पर किया जा सकता है। इसके अलावा रिजल्ट थर्ड पार्टी वेबसाइट results.nic.in पर भी चेक किया जा सकता है। इसके अलावा रिजल्ट अगर आप मोबाइल ऐप में चेक करना चाहते हैं तो यहां क्लिक करके ऐप में अपना रिजल्ट चेक कर सकते हैं। वहीं अगर स्मार्टफोन नहीं है तो SMS करके भी अपना रिजल्ट चेक कर सकते हैं।
Highlights
यूपी बोर्ड इंटरमीडिएट के प्रमुख विषयों की परीक्षा में पहली बार दो की जगह एक पेपर किए जाने का असर परिणाम पर भी पड़ा। हिन्दी, अंग्रेजी, गणित, भौतिक, रसायन और जीव विज्ञान समेत अन्य महत्वपूर्ण विषयों का पाठ्यक्रम दो से एक पेपर में समाहित होने के कारण सफल छात्र-छात्राओं की संख्या में कमी आई है।
इस साल बिहार बोर्ड ने सबसे पहले रिकॉर्ड समय में दसवीं और बारहवीं बोर्ड के परिणामों की घोषणा की है और CBSE भी इस बार बोर्ड परीक्षा परिणाणों की घोषणा जल्द करेगा। CBSE मई के तीसरे हफ्ते में बोर्ड रिजल्ट घोषित करेगा।
कुल परिणाम – 70.06 प्रतिशतछात्राएं – 76.46, छात्र- 64.40 प्रतिशत उत्तीर्णछात्राओं का परिणाम लड़कों से 12.06 प्रतिशत आगे
संस्कृत में 67.63 फीसदी परीक्षार्थी पास हो सके तो सामाजिक विज्ञान में 80.52, कम्प्यूटर में 87.79, वाणिज्य में 77.26, गृह विज्ञान में 94.46 तथा मानव विज्ञान में 81.62 फीसदी छात्र पास हो सके।
अंग्रेजी और विज्ञान में बीस फीसदी से अधिक परीक्षार्थी फेल हो गए। अंग्रेजी का उत्तीर्ण प्रतिशत 79.03 व विज्ञान का 79.78 फीसदी रहा।
प्रयागराज में यूपी बोर्ड का मुख्यालय है। जिस जिले में यूपी बोर्ड का मुख्यालय है उसके स्कूलों का परिणाम ही बहुत उत्साहजनक नहीं रहा है। हाईस्कूल में सात स्कूल ऐसे हैं जिनका एक भी छात्र पास नहीं हुआ। न्यू ब्राइट गर्ल्स इंटर कॉलेज करेली, एचएलपी हायर सेकेंडरी स्कूल मवैया, एसएस निकेतन हायर सेकेंडरी नैनी, लिटिल हार्ट्स हायर सेकेंडरी नैनी, जीपीवाईएस हाईस्कूल, जेडी मेमोरियर पब्लिक स्कूल नासिरपुर अंदावा झूंसी, आरजीएस कॉलेज हेतापट्टी झूंसी का परिणाम शून्य है। इंटर में तीन स्कूलों का परिणाम शून्य है। शारदा इंटर कॉलेज नौडिहा तरहार, बीएनडी मेमोरियल गर्ल्स इंटर कॉलेज उग्रसेनपुर, बीआर सिंह बालिका इंटर कॉलेज नैनी का रिजल्ट जीरो है।
जीरो रिजल्ट देने वाले स्कूलों की संख्या कम नहीं है। 2017 में 183 जबकि 2016 में 50 स्कूल ऐसे थे जिनका परिणाम शून्य था। 2015 में 11 स्कूल का एक भी बच्चा पास नहीं हो सका था।
इस बार 10वीं में राजकीय व एडेड स्कूलों के छात्र-छात्राओं का पास प्रतिशत क्रमश: 78.16 व 76.20 रहा जबकि प्राइवेट स्कूलों के 82.05 फीसदी बच्चे पास हुए।
2018 की तुलना में शून्य रिजल्ट देने वाले स्कूलों की संख्या में वृद्धि हुई है। पिछले साल 150 स्कूलों का परिणाम शून्य था। हालांकि 2017 में 183 स्कूल ऐसे थे जिनका एक भी छात्र पास नहीं हो सका था।
पिछले साल अजंलि वर्मा ने यूपी बोर्ड 10वीं परिणाम में टॉप किया था। उस सयम अंजलि को 96.33% अंक मिले थे। वहीं, यशस्वी को 94.5% मार्क्स मिले थे।
हाईस्कूल के टॉपर गौतम रघुवंशी ने कहा कि नंबरों के लिए नहीं नॉलेज के लिए पढ़ें। कानपुर के गौतम रघुवंशी ने यूपी बोर्ड की हाईस्कूल की परीक्षा में 97.17 फीसदी अंक हासिल कर प्रदेश में पहला स्थान पाया है। गौतम ओंकारेश्वर विद्यालय के छात्र हैं। वह इंजीनियरिंग करना चाहते हैं। गौतम ने पढाई के रिए नेट नोट बुक्स का भी सहारा लिया और अपनी कामयाबी का श्रेय अपने पिता और स्कूल के अध्यापकों को दिया।
राजधानी लखनऊ से परीक्षा देने वाले 89.28 प्रतिशत छात्र सफल रहे। इन आंकड़ों के साथ ही लखनऊ 12वीं के रिजल्ट में सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाला जिला बन गया। शामली और गाजियाबाद 88,78% और 87.23% पास प्रतिशत के साथ दूसरे और तीसरे स्थान पर रहे।
इस साल कुल 6 लाख 52 हजार विद्यार्थी ने यूपी बोर्ड की परीक्षा नहीं दे पाए थे। इनमें से 403 विद्यार्थियों को नकल करते हुए पकड़ा गया था। फिजिक्स की परीक्षा के दौरान मुजफ्फरनगर में 17 लोगों और 14 निरीक्षकों को गिरफ्तार भी किया गया था।
संबंधित परीक्षार्थी ई-मेल या फोन से भी पूछताछ कर सकते हैं। आवश्यकता पड़ने पर संबंधित क्षेत्रीय कार्यालय में सुबह 10 से शाम पांच बजे तक साक्ष्य के साथ प्रत्यावेदन देना होगा। हर साल परिणाम घोषित होने के बाद तीन दिन तक अवकाश रहता था और उसके बाद ग्रीवांस सेल खुलती थी। ऐसे में जिस छात्र या छात्रा के परिणाम में कमी होती थी उसके लिए तीन दिन इंतजार करना मुश्किल हो जाता था।
सीबीएसई और सीआईएससीई बोर्ड के छात्र-छात्राओं की तुलना में यूपी बोर्ड के बच्चों का नंबर 10वीं-12वीं की परीक्षा में कम होने के कारण बसपा सरकार में माध्यमिक शिक्षा मंत्री रहे रंगनाथ मिश्र ने 2011 में मॉडरेशन नीति लागू की थी।
इस साल की तुलना में साल 2018 की इंटरमीडिएट की परीक्षा में करीब 26,04,093 परीक्षार्थी शामिल हुए थे, जिनमें 18,86,050 परीक्षार्थियों को सफलता मिली थी। इस प्रकार से साल 2018 में 27.57 परीक्षार्थी फेल हुए थे।
जिस जिले में यूपी बोर्ड का मुख्यालय है उसके स्कूलों का परिणाम ही बहुत उत्साहजनक नहीं रहा है। हाईस्कूल में सात स्कूल ऐसे हैं जिनका एक भी छात्र पास नहीं हुआ। न्यू ब्राइट गर्ल्स इंटर कॉलेज करेली, एचएलपी हायर सेकेंडरी स्कूल मवैया, एसएस निकेतन हायर सेकेंडरी नैनी, लिटिल हार्ट्स हायर सेकेंडरी नैनी, जीपीवाईएस हाईस्कूल, जेडी मेमोरियर पब्लिक स्कूल नासिरपुर अंदावा झूंसी, आरजीएस कॉलेज हेतापट्टी झूंसी का परिणाम शून्य है। इंटर में तीन स्कूलों का परिणाम शून्य है। शारदा इंटर कॉलेज नौडिहा तरहार, बीएनडी मेमोरियल गर्ल्स इंटर कॉलेज उग्रसेनपुर, बीआर सिंह बालिका इंटर कॉलेज नैनी का रिजल्ट जीरो है।
छात्र एक SMS के माध्यम से भी अपना रिजल्ट आसानी से चेक कर पाएंगे। रिजल्ट SMS के माध्यम से प्राप्त करने के लिए छात्र UP12<space>Roll Number (12वीं के लिए) तथा UP10<space>Roll Number (10वीं के लिए) लिखकर 56263 पर भेजें।
10वीं कक्षा में 94.33 फीसद नंबरों के साथ सबसे ज्यादा पांच छात्र संयुक्त रूप से 10वें पायदान पर हैं। 10वीं कक्षा में टॉप 10 की सूची में 9 लड़के और 12 लड़कियों ने मारी बाजी।
UP Board 12वीं का रिजल्टयूपी बोर्ड का 12वीं का रिजल्ट SMS से चेक करने के लिए अपने फोन के मैसेज बॉक्स में जाएं। यहां UP12 टाइप करें। इसके साथ ही बिना स्पेस दिए अपना रोल नंबर टाइप करें। अब इसे 56263 पर भेज दें। अब कुछ ही देर में आपका रिजल्ट आपके सामने होगा।
विनय पांडे के मुताबिक़ पिछले के मुकाबले इस साल 10वीं के नतीजों में 4.91 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। 10वीं के टॉपर गौतम रधुवंशी कानपुर के ओंकारेश्वर सरस्वती विद्या निकेतन इंटर कॉलेज के छात्र हैं।
यूपी बोर्ड 10वीं की परीक्षा में कानपुर के गौतम रघुवंशी ने 97.17% अंकों के साथ टॉप किया है। दूसरे स्थान पर शिवम रहे जिन्होनें 97% अंक किए जबकि तनुजा विश्वकर्मा 96.83% अंकों के साथ तीसरे स्थान पर रहीं।
जिन छात्रों के पास स्मार्टफोन नहीं हैं वे भी आप अपना रिजल्ट आसानी से चेक कर पाएंगे। छात्रों को अपने फोन पर SMS के माध्यम से रिजल्ट चेक करना होगा। रिजल्ट SMS के माध्यम से प्राप्त करने के लिए छात्र UP12<space>Roll Number/UP10<space>Roll Number लिखकर 56263 पर भेजें और अपने रिजल्ट चेक कर सकेंगे।
यूपी बोर्ड की कक्षा 12 की टॉपर तनु ने कहा कि वह अपने परिश्रम से खुश हैं और उन्होंने कहा कि उनके टॉप करने से उनके स्कूल के छात्रों को और अधिक मेहनत करने की प्रेरणा मिलेगी। उन्होनें यह भी कहा कि उनके शिक्षक ने एक बार भविष्यवाणी की थी कि वह परीक्षा में टॉप करेगी।
इंटर में लखनऊ 89.28 फीसदी रिजल्ट के साथ अव्वल रहा। दूसरे नंबर पर शामली (88.78 फीसदी) और तीसरे नंबर पर गाजियाबाद (87.23 फीसदी) रहा।
इंटरमीडिएट का पासिंग पर्सेंटेज कम होने की एक बड़ी वजह परीक्षार्थियों का हिन्दी में फेल होना भी रही। हाईस्कूल में हिन्दी और प्रारंभिक हिन्दी का पेपर होता है। हिन्दी में 574107, प्रारंभिक हिन्दी में 302 फेल हुए। वही इंटर हिन्दी में 193447 तथा सामान्य हिन्दी में 230394 परीक्षार्थी फेल हो गए।
यूपी बोर्ड हाईस्कूल व इंटरमीडिएट की परीक्षा में 998250 परीक्षार्थी अनिवार्य विषय हिन्दी में ही फेल हो गए। हाईस्कूल में सर्वाधिक 574409 परीक्षार्थी हिन्दी में फेल हुए जबकि इंटरमीडिएट के 423841 परीक्षार्थी हिन्दी की परीक्षा पास नहीं कर सके।
10वीं कक्षा में 94.33 फीसद नंबरों के साथ सबसे ज्यादा पांच छात्र संयुक्त रूप से 10वें पायदान पर हैं। 10वीं कक्षा में टॉप 10 की सूची में 9 लड़के और 12 लड़कियों ने मारी बाजी।
राजधानी लखनऊ से परीक्षा देने वाले 89.28 प्रतिशत छात्र सफल रहे। इन आंकड़ों के साथ ही लखनऊ 12वीं के रिजल्ट में सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाला जिला बन गया। शामली और गाजियाबाद 88,78% और 87.23% पास प्रतिशत के साथ दूसरे और तीसरे स्थान पर रहे।
इस बात का ध्यान रखते हुए बोर्ड ने परिणाम घोषित होने के दूसरे दिन यानी रविवार से ही ग्रीवांस सेल खोलने का निर्णय लिया है। सचिव नीना श्रीवास्तव ने कहा है कि संपूर्ण विवरण स्पष्ट रूप से उपलब्ध कराना अनिवार्य है। अन्यथा शिकायत पर किसी भी प्रकार की कार्रवाई संभव नहीं होगी।
हाईस्कूल का परिणाम इंटरमीडिएट से बेहतर रहा क्योंकि 80 प्रतिशत से ज्यादा ने कक्षा 10 की परीक्षा पास की। इसमें 5 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। कक्षा 12 में 70.06 प्रतिशत ने एग्जाम पास किया। इस साल 2 प्रतिशत से अधिक की गिरावट आई है।
पिछले वर्ष की तुलना में हाईस्कूल के उत्तीर्ण प्रतिशत में 4.91 की वृद्धि हुई है जबकि इंटरमीडिएट में 2.37 की कमी हुई है। हाईस्कूल की टॉप-10 सूची में विभिन्न जिलों के 21 विद्यार्थियों के नाम हैं जबकि इंटरमीडिएट टॉप-10 में 14 विद्यार्थियों के नाम हैं।
यूपी बोर्ड इंटर परीक्षा में कम अंक पाने वाले ये छात्र परिणाम घोषित होने के बाद सप्लीमेंटरी परीक्षा में बैठने के लिए आवेदन कर सकते हैं।
माध्यमिक शिक्षा निदेशक और यूपी बोर्ड के सभापति विनय कुमार पांडेय ने बताया कि इस साल हाईस्कूल में 80.07 प्रतिशत छात्र पास हुए हैं जबकि 12वीं में 70.06 प्रतिशत छात्रों को कामयाबी मिली। पिछले साल की तुलना में 12वीं के नतीजों में 2.37 प्रतिशत की कमी हुई है।
तनु तोमर-97.80%भाग्यश्री उपाध्याय- 95.20%आकांक्षा शुक्ला- 94.80% युवराज-94.60%दीक्षा- 93.80%
प्रयागराज में सहायता कक्ष के लिए क्षेत्रीय कार्यालय में यहां करें संपर्क - फोन नंबर 0532-2423265, ईमेल roallahabad@gmail.comमेरठ में सहायता कक्ष के लिए क्षेत्रीय कार्यालय में यहां करें संपर्क - फोन नंबर 0121-2660742, ईमेल romeerut@gmail.comबरेली में सहायता कक्ष के लिए क्षेत्रीय कार्यालय में यहां करें संपर्क - फोन नंबर 0581-2576494, ईमेल robareilly@gmail.com वाराणसी में सहायता कक्ष के लिए क्षेत्रीय कार्यालय में यहां करें संपर्क - फोन नंबर 0542-2509990, ईमेल rovaranasi@gmail.com गोरखपुर में सहायता कक्ष के लिए क्षेत्रीय कार्यालय में यहां करें संपर्क - फोन नंबर 0551-2205271, ईमेल rogorakhpur@gmail.com मुख्यालय प्रयागराज में सहायता कक्ष के लिए यहां करें संपर्क - फोन नंबर 0532-2623182, ईमेल upmsp@rediffmail.com
इस साल कुल 6 लाख 52 हजार विद्यार्थी ने यूपी बोर्ड की परीक्षा नहीं दे पाए थे। इनमें से 403 विद्यार्थियों को नकल करते हुए पकड़ा गया था। फिजिक्स की परीक्षा के दौरान मुजफ्फरनगर में 17 लोगों और 14 निरीक्षकों को गिरफ्तार भी किया गया था।
इंटर का रिजल्ट इस बार पिछले बार के मुकाबले 1.28 प्रतिशत कम रहा। वहीं हाईस्कूल का रिजल्ट इस बार पिछली बार से 19.02 प्रतिशत अधिक रहा।
1. गौतम रघुवंशी- 583/600- 97.17% (कानपुर)2. शिवम- 582/600- 97.00% (बाराबंकी)3. तनुजा विश्वकर्मा- 581/600- 96.83% (बाराबंकी)4. अपूर्वा वैश्य- 577/600- 96.17% (बांदा)4. शुभांगी- 577/600- 96.17% (बाराबंकी)5.शिखा सिंह- 572/600- 95.33% (उन्नाव)5. निखिल चौरसिया- 572/600- 95.33% (श्रावस्ती)
यूपी बोर्ड परीक्षा 2019 में 58,06,922 विद्यार्थियों ने रजिस्ट्रेशन करवाया था। यूपी बोर्ड 10वीं परीक्षा 2019 में कुल 31,95,603 विद्यार्थियों ने रजिस्ट्रेशन करवाया था जबकि यूपी बोर्ड 12वीं परीक्षा 2019 में 26,11,319 विद्यार्थियों ने रजिस्ट्रेशन करवाया था।
इंटरमीडिएट में कुल परिणाम 70.06 प्रतिशत रहा। छात्राएं 76.46 फीसदी और छात्र 64.40 प्रतिशत उत्तीर्ण हुए हैं। छात्राओं का परिणाम लड़कों से 12.06 प्रतिशत ज्यादा रहा।
1-तनु तोमर 97.80% (बड़ौत बागपत)2-भाग्य श्री उपाध्या 95.20% (गोंडा)3-आकांक्षा शुक्ला 94.80% (प्रयागराज)4-युवराज 94.60% (बड़ौत- बागपत)5-दीक्षा 93.80% (फतेहपुर)5-श्वेता सिंह 93.80%(मऊ)
हाईस्कूल में 80.07 प्रतिशत विद्यार्थी उत्तीर्ण हुए हैं। लड़िकयां 83.98 प्रतिशत पास हुई हैं और लड़के 76.66 प्रतिशत पास हुए हैं। लड़कियां 7.32 प्रतिशत अधिक संख्या में पास हुईं।
यूपी बोर्ड हाईस्कूल के टॉपर गौतम ने कहा कि नंबरों के लिए नहीं नॉलेज के लिए पढ़ें। कानपुर के गौतम रघुवंशी ने यूपी बोर्ड की हाईस्कूल की परीक्षा में 97.17 फीसदी अंक हासिल कर प्रदेश में पहला स्थान पाया है। गौतम ओंकारेश्वर विद्यालय का छात्र है। गौतम का कहना है कि केवल नंबरों के लिए नहीं नालेज के लिए पढ़ना चाहिए। वह इंजीनियरिंग करना चाहते हैं। गौतम ने पढाई के लिए नेट नोटबुक्स का भी सहारा लिया। उसने अपनी कामयाबी का श्रेय पिता और स्कूल के अध्यापकों को दिया।
राजधानी लखनऊ से परीक्षा देने वाले 89.28 प्रतिशत छात्र सफल रहे। इन आंकड़ों के साथ ही लखनऊ 12वीं के रिजल्ट में सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाला जिला बन गया। शामली और गाजियाबाद 88,78% और 87.23% पास प्रतिशत के साथ दूसरे और तीसरे स्थान पर रहे।
पिछले वर्ष की तुलना में 10 वीं कक्षा में उम्मीदवारों के उत्तीर्ण प्रतिशत में 4.91 प्रतिशत की वृद्धि हुई। महिला उम्मीदवारों के पास प्रतिशत में 5.17 प्रतिशत और पुरुष उम्मीदवारों में 4.39 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है। हालांकि 12वीं का रिजल्ट पिछले वर्ष से खराब रहा है।
किसान की बेटी तनु तोमर ने यूपी बोर्ड कक्षा 12 की परीक्षा में टॉप किया है। मेडिकल स्ट्रीम में उन्होनें 97.2% अंक प्राप्त किए। पिछले तीन साल के टॉपर्स की तुलना में उनके अंक सबसे अधिक हैं।
यूपी बोर्ड हाईस्कूल के परीक्षा परिणाम आज जारी किये जा चुके हैं। इस वर्ष की परीक्षा में जेल से कुल 119 अभ्यर्थियों ने पंजीकरण किया था। इसमें से कुल 72 छात्र परीक्षा में पास हुए हैं। 10वीं में जेल से परीक्षा दे रहे छात्रों का रिजल्ट 77.42% रहा।