
UP Board 10th, 12th Result 2019 direct link LIVE: फेल हुए छात्रों के पास है अभी एक ‘मौका’
UPMSP, UP Board 10th, 12th Result 2019 at www.upmspresults.up.nic.in, www.upmsp.edu.in LIVE Updates: 10वीं और 12वीं के किसी भी विषय में पास होने के लिए छात्रों को न्यूनतम 35 फीसदी अंक लाने जरूरी हैं। इससे कम अंक आने पर छात्र को कंपार्टमेंट परीक्षा देनी होगी।

UP Board Class 10th, 12th Result 2019 LIVE Updates: UP Board 10th Result 2019, Uttar Pradesh Madhyamik Shiksha Parishad, के 10वीं और 12 वीं के रिजल्ट जारी हो चुके हैं। इसे Board of High School and Intermediate Education Uttar Pradesh या UPMSP के नाम से भी जाना जाता है। UP Board 10th Result 2019 और UP Board 12th Result 2019 का परिणाम 12 बजकर 30 मिनट पर जारी किया गया। UP Board Class 10 एग्जाम 7 फरवरी से 28 फरवरी के बीच हुए थे। 10वीं और 12वीं के हर विषय में पास होने के लिए छात्रों को कम से कम 35 फीसदी अंक लाने जरूरी हैं। इससे कम अंक आने पर छात्र को कंपार्टमेंट परीक्षा देनी होगी।
UP Board 10th, 12th Result 2019: Check Your Marks Here
यूपी बोर्ड के द्वारा दोपहर 12:30 बजे रिजल्ट प्रेसवार्ता कर घोषित किया। जिन स्टूडेंट्स ने इस साल बोर्ड की परीक्षा दी थी, वह यूपी बोर्ड की वेबसाइट upresults.nic.in और upmsp.edu.in पर रिजल्ट देख सकते हैं। इसके अलावा यहां क्लिक करके ऐप में अपना रिजल्ट चेक कर सकते हैं। साथ ही अगर आपके पास इंटरनेट नहीं है तो आप SMS से रिजल्ट चेक कर सकते हैं
Highlights
2019 की इंटरमीडिएट परीक्षा में व्यावसायिक वर्ग के कुल 41 ट्रेड्स विषयों एवं कृषि वर्ग को छोड़कर बाकी के सभी वर्गों एवं सभी विषयों में दो प्रश्नपत्र के स्थान पर एक प्रश्नपत्र से परीक्षा आयोजित कराई गई। लिहाजा इंटर 2018 के 308 प्रश्नपत्रों की तुलना में 2019 में 269 प्रश्नपत्रों में परीक्षा हुई।
कुल परिणाम – 70.06 प्रतिशतछात्राएं – 76.46, छात्र- 64.40 प्रतिशत उत्तीर्णछात्राओं का परिणाम लड़कों से 12.06 प्रतिशत आगे
इस साल बिहार बोर्ड ने सबसे पहले रिकॉर्ड समय में दसवीं और बारहवीं बोर्ड के परिणामों की घोषणा की है और CBSE भी इस बार बोर्ड परीक्षा परिणाणों की घोषणा जल्द करेगा। CBSE मई के तीसरे हफ्ते में बोर्ड रिजल्ट घोषित करेगा।
अंग्रेजी और विज्ञान में बीस फीसदी से अधिक परीक्षार्थी फेल हो गए। अंग्रेजी का उत्तीर्ण प्रतिशत 79.03 व विज्ञान का 79.78 फीसदी रहा।
संस्कृत में 67.63 फीसदी परीक्षार्थी पास हो सके तो सामाजिक विज्ञान में 80.52, कम्प्यूटर में 87.79, वाणिज्य में 77.26, गृह विज्ञान में 94.46 तथा मानव विज्ञान में 81.62 फीसदी छात्र पास हो सके।
यूपी बोर्ड हाईस्कूल व इंटरमीडिएट की परीक्षा में 998250 परीक्षार्थी अनिवार्य विषय हिन्दी में ही फेल हो गए। हाईस्कूल में सर्वाधिक 574409 परीक्षार्थी हिन्दी में फेल हुए जबकि इंटरमीडिएट के 423841 परीक्षार्थी हिन्दी की परीक्षा पास नहीं कर सके।
यूपी बोर्ड हाईस्कूल व इंटरमीडिएट की परीक्षा में 998250 परीक्षार्थी अनिवार्य विषय हिन्दी में ही फेल हो गए। हाईस्कूल में सर्वाधिक 574409 परीक्षार्थी हिन्दी में फेल हुए जबकि इंटरमीडिएट के 423841 परीक्षार्थी हिन्दी की परीक्षा पास नहीं कर सके।
यूपी बोर्ड के 165 स्कूलों का परिणाम शून्य है। इनमें से 96 स्कूलों के 10वीं के सभी छात्र फेल हैं जबकि 69 स्कूल ऐसे हैं जिनका 12वीं का रिजल्ट जीरो है।
इस बार 10वीं में राजकीय व एडेड स्कूलों के छात्र-छात्राओं का पास प्रतिशत क्रमश: 78.16 व 76.20 रहा जबकि प्राइवेट स्कूलों के 82.05 फीसदी बच्चे पास हुए।
हाईस्कूल के टॉपर गौतम रघुवंशी ने कहा कि नंबरों के लिए नहीं नॉलेज के लिए पढ़ें। कानपुर के गौतम रघुवंशी ने यूपी बोर्ड की हाईस्कूल की परीक्षा में 97.17 फीसदी अंक हासिल कर प्रदेश में पहला स्थान पाया है। गौतम ओंकारेश्वर विद्यालय के छात्र हैं। वह इंजीनियरिंग करना चाहते हैं। गौतम ने पढाई के रिए नेट नोट बुक्स का भी सहारा लिया और अपनी कामयाबी का श्रेय अपने पिता और स्कूल के अध्यापकों को दिया।
पिछले साल अजंलि वर्मा ने यूपी बोर्ड 10वीं परिणाम में टॉप किया था। उस सयम अंजलि को 96.33% अंक मिले थे। वहीं, यशस्वी को 94.5% मार्क्स मिले थे।
मइस साल 39 प्रश्नपत्र कम हो गए थे। बोर्ड ने ऐसा इसलिए किया ताकि परीक्षा में लगने वाले अत्यधिक समय को कम किया जा सके। साथ ही कम पेपर होने से छात्र-छात्राओं के ऊपर दबाव भी कम होगा। हालांकि पहली बार प्रयोग होने पर परिणाम पर असर पड़ा।
माध्यमिक शिक्षा निदेशक और यूपी बोर्ड के सभापति विनय कुमार पांडेय ने बताया कि इस साल हाईस्कूल में 80.07 प्रतिशत छात्र पास हुए हैं जबकि 12वीं में 70.06 प्रतिशत छात्रों को कामयाबी मिली। पिछले साल की तुलना में 12वीं के नतीजों में 2.37 प्रतिशत की कमी हुई है।
यूपी बोर्ड की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षा में सम्मिलित छात्र-छात्राओं की सहूलियत के लिए बोर्ड मुख्यालय और पांचों क्षेत्रीय कार्यालयों में 28 अप्रैल से 29 मई तक परीक्षार्थी ग्रीवांस सेल (सहायता कक्षा) का गठन होगा। छात्र-छात्राएं परीक्षा से संबंधित अपनी समस्याओं (अपूर्ण परीक्षाफल, नाम संशोधन, जन्मतिथि संशोधन या विषय संशोधन) की शिकायत यहां दर्ज कराकर समाधान पा सकते हैं।
मॉडरेशन में 10वीं-12वीं की परीक्षा कराने वाले बोर्ड सभी बच्चों को विषय विशेष में अतिरिक्त नंबर देते हैं। उदाहरण के लिए मान लीजिए 12वीं साइंस के छात्रों ने गणित, भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान, हिन्दी और अंग्रेजी की परीक्षा दी। चार विषयों में तो सभी बच्चों को बहुत अच्छे नंबर मिले लेकिन अधिकतर छात्रों को अंग्रेजी में औसत से भी कम अंक मिले तो बोर्ड के जिम्मेदार लोग एक फार्मूला को आधार मानते हुए उस विषय में सभी छात्रों को अतिरिक्त नंबर देते हैं।
साल 2017 में उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ की अगुवाई में नई सरकार का गठन होने के बाद नकल विहीन परीक्षा पर विशेष जोर देने से पास होने वाले परीक्षार्थियों के प्रतिशत में तेज गिरावट आई थी। ऐसे में फेल होने वाले परीक्षार्थियों का आंकड़ा 17.38 फीसदी रहा था।
यूपी बोर्ड के 165 स्कूलों का परिणाम शून्य है। इनमें से 96 स्कूलों के 10वीं के सभी छात्र फेल हैं जबकि 69 स्कूल ऐसे हैं जिनका 12वीं का रिजल्ट जीरो है। 2018 की तुलना में शून्य रिजल्ट देने वाले स्कूलों की संख्या में वृद्धि हुई है। पिछले साल 150 स्कूलों का परिणाम शून्य था। हालांकि 2017 में 183 स्कूल ऐसे थे जिनका एक भी छात्र पास नहीं हो सका था।
लखनऊ पब्लिक स्कूल की छात्रा अंकिता 93.40 प्रतिशत अंकों के साथ प्रदेश में पांचवें और लखनऊ में पहले स्थान पर रही हैं। वहीं, इसी स्कूल की अतिथि कुमार 92.60 प्रतिशत अंकों के साथ प्रदेश में 9वें और लखनऊ में दूसरे स्थान पर रहे हैं। यूपी बोर्ड परीक्षा में राजधानी से हाईस्कूल और इंटरमीडिएट में करीब एक लाख छात्र-छात्राएं शामिल हुए थे।
यूपी बोर्ड की परीक्षाओं का रिजल्ट (UP Board 10th,12th Result) ऑफिशियल वेबसाइट upmsp.edu.in पर जारी किया गया है। यूपी बोर्ड इंटर में 76.46 प्रतिशत लड़कियां पास हुई हैं और 64.40 प्रतिशत लड़के पास हुए हैं।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, यूपी बोर्ड के 79,064 टीचर्स को 10वीं कक्षा और 45,732 टीचर्स को 12वीं कक्षा की उत्तर पुस्तिकाओं की जांच के लिए नियुक्त किया गया था।
यूपी बोर्ड हाईस्कूल तथा इंटरमीडिएट की परीक्षा के नतीजे घोषित किये जा चुके हैं। जो छात्र इस वर्ष की यूपी बोर्ड परीक्षा में सम्मिलित हुए थे वे आधिकारिक वेबसाइट upmsp.edu.in, upresults.nic.in, upmspresults.up.nic.in पर जाकर अपना रिजल्ट चेक कर सकते हैं।
10वीं कक्षा में 94.33 फीसद नंबरों के साथ सबसे ज्यादा पांच छात्र संयुक्त रूप से 10वें पायदान पर हैं। 10वीं कक्षा में टॉप 10 की सूची में 9 लड़के और 12 लड़कियों ने मारी बाजी।
यूपी बोर्ड हाई स्कूल और इंटरमीडिएट दोनों परीक्षाओं के लिए एक साथ रिजल्ट जारी किया गया है। कक्षा 10 और कक्षा 12 के लिए कुल उत्तीर्ण प्रतिशत इस वर्ष 80.07 प्रतिशत है।
स साल यूपी बोर्ड परीक्षा के लिए 8,354 परीक्षा केंद्र आयोजित किए गए थे. जिसमें 1,314 केंद्र संवेदनशील और 448 अति संवेदनशील परीक्षा केंद्र थे। यूपी बोर्ड ने नकल रोकने के लिए काफी सख्ती बरती थी और यही कारण है कि 6,52,881 छात्रों ने परीक्षा को बीच में छोड़ दिया।
यूपी बोर्ड 10वीं तथा 12वीं के रिजल्ट आधिकारिक वेबसाइट पर जारी किए जा चुके हैं। जिलों की बात की जाए तो मुजफ्फरनगर ने 91.8 प्रतिशत रिजल्ट के साथ शीर्ष स्थान हासिल किया है। शामली ने दूसरा स्थान हासिल किया, जबकि लखनऊ ने तीसरा स्थान हासिल किया।
10 वीं रिजल्ट में मुजफ्फरनगर जिला अव्वल रहा है। यहां का रिजल्ट 91.80 फीसदी रहा। जबकि मिर्जापुर 67.64 फीसदी रिजल्ट के साथ सबसे फिसड्डी रहा। शामली (91.42 फीसदी) दूसरे और लखनऊ (91.26 फीसदी) तीसरे स्थान पर रहे।
इंटर में कुल 106 विषयों में से 105 विषयों की लिखित परीक्षा बोर्ड लेता है जिसमें 308 प्रश्नपत्र होते थे। एक विषय खेल एवं शारीरिक शिक्षा विषय की परीक्षा स्कूल अपने स्तर पर लेते हैं। इन 105 विषयों में से व्यावसायिक शिक्षा के कुल 41 ट्रेड्स विषय भी शामिल हैं।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, यूपी बोर्ड के 79,064 टीचर्स को 10वीं कक्षा और 45,732 टीचर्स को 12वीं कक्षा की उत्तर पुस्तिकाओं की जांच के लिए नियुक्त किया गया था।
हाईस्कूल में कानपुर के गौतम रघुवंशी और इंटर में बागपत की तनु तोमर ने टॉप किया है। इस वर्ष यूपी बोर्ड 10वीं परीक्षा का आयोजन 7 फरवरी से 28 फरवरी के बीच किया गया। जबकि यूपी बोर्ड 12वीं की परीक्षाएं 7 फरवरी से 2 मार्च तक चली थीं।
लखनऊ पब्लिक स्कूल की छात्रा अंकिता 93.40 प्रतिशत अंकों के साथ प्रदेश में पांचवें और लखनऊ में पहले स्थान पर रही हैं। वहीं, इसी स्कूल की अतिथि कुमार 92.60 प्रतिशत अंकों के साथ प्रदेश में 9वें और लखनऊ में दूसरे स्थान पर रहे हैं। यूपी बोर्ड परीक्षा में राजधानी से हाईस्कूल और इंटरमीडिएट में करीब एक लाख छात्र-छात्राएं शामिल हुए थे।
यूपी बोर्ड की परीक्षाओं का रिजल्ट आज 27 अप्रैल को आधिकारिक वेबसाइट upmsp.edu.in पर जारी किया गया। यूपी बोर्ड इंटरमीडिएट की परीक्षा में लड़कियों का रिजल्ट 76.46 प्रतिशत रहा जबकि लड़कों का रिजल्ट 64.40 प्रतिशत रहा।
यूपी बोर्ड इंटर परीक्षा में कम अंक पाने वाले ये छात्र परिणाम घोषित होने के बाद सप्लीमेंटरी परीक्षा में बैठने के लिए आवेदन कर सकते हैं।
यूपी बोर्ड 10वीं तथा 12वीं के रिजल्ट आधिकारिक वेबसाइट पर जारी किए जा चुके हैं। जिलों की बात की जाए तो मुजफ्फरनगर ने 91.8 प्रतिशत रिजल्ट के साथ शीर्ष स्थान हासिल किया है। शामली ने दूसरा स्थान हासिल किया, जबकि लखनऊ ने तीसरा स्थान हासिल किया।
10वीं कक्षा में बांदा, उन्नाव, श्रावास्ती, कबीर नगर, कन्नौज, इटावा, रायबरेली, प्रयागराज, फतेहपुर और अयोध्या के एक-एक छात्र ने टॉप 10 में जगह बनाई।
इंटरमीडिएट में टॉप करने वाली बागपत की तनु तोमर को कुल 97.80 फीसद अंक मिले हैं। दूसरे नंबर पर मौजूद गोंडा की भाग्य श्री उपाध्याय को 95.20 फीसद और तीसरे स्थान पर मौजूद प्रयागराज की अकांक्षा शुक्ला को 94.80 फीसद अंक प्राप्त हुए हैं।
1-तनु तोमर 97.80% (बड़ौत बागपत)2-भाग्य श्री उपाध्या 95.20% (गोंडा)3-आकांक्षा शुक्ला 94.80% (प्रयागराज)4-युवराज 94.60% (बड़ौत- बागपत)5-दीक्षा 93.80% (फतेहपुर)5-श्वेता सिंह 93.80%(मऊ)
यूपी बोर्ड इंटरमीडिएट परीक्षा में श्रीराम शिक्षा मन्दिर इंटर कॉलेज बड़ौत की छात्रा तनु तोमर ने 500 में से 489 (97.8%) अंकों के साथ उत्तर प्रदेश में टॉप किया। तनु के पिता हरेंद्र सिंह एक किसान है और उसने अपनी इस सफलता के लिए अपनी मम्मी रूमा को श्रेय दिया। 18 घण्टे की पढ़ाई कर तनु ने यह उपलब्धि हासिल की। तनु डॉक्टर बनना चाहती है। तनु 3 भाई-बहन हैं जिनमे वह सबसे बड़ी है। भाई जयंत 10, बहन साक्षी 12वी की छात्रा है। तनु ने हाईस्कूल में 95 प्रतिशत अंक प्राप्त किये थे। तनु की सफलता पर स्कूल में जश्न का माहौल है।
यूपी बोर्ड हाईस्कूल के टॉपर गौतम ने कहा कि नंबरों के लिए नहीं नॉलेज के लिए पढ़ें। कानपुर के गौतम रघुवंशी ने यूपी बोर्ड की हाईस्कूल की परीक्षा में 97.17 फीसदी अंक हासिल कर प्रदेश में पहला स्थान पाया है। गौतम ओंकारेश्वर विद्यालय का छात्र है। गौतम का कहना है कि केवल नंबरों के लिए नहीं नालेज के लिए पढ़ना चाहिए। वह इंजीनियरिंग करना चाहते हैं। गौतम ने पढाई के लिए नेट नोटबुक्स का भी सहारा लिया। उसने अपनी कामयाबी का श्रेय पिता और स्कूल के अध्यापकों को दिया।
हाईस्कूल में 80.07 प्रतिशत विद्यार्थी उत्तीर्ण हुए हैं। लड़िकयां 83.98 प्रतिशत पास हुई हैं और लड़के 76.66 प्रतिशत पास हुए हैं। लड़कियां 7.32 प्रतिशत अधिक संख्या में पास हुईं।
यूपी बोर्ड परीक्षा के रिजल्ट आज घोषित कर दिए गए हैं तथा छात्र आधिकारिक वेबसाइट upmsp.edu.in, upresults.nic.in तथा upmspresults पर विजिट कर अपना रिजल्ट आसानी से डाउनलोड कर सकते हैं। जारी परिणाम के अनुसार, 12वीं कक्षा में बागपत जिले की तनु तोमर ने तथा 10वीं कक्षा में कानपुर के गौतम रघुवंशी ने टॉप किया है।
यूपी बोर्ड 12वीं की परीक्षा में तनु तोमर ने टॉप किया है। ये है इंटरमीडिएट बोर्ड के टॉप 10 पोजीशन पर आने वाले स्टूडेंट्स की लिस्ट।
पिछले वर्ष मूल्यांकन केंद्रों की संख्या 11,000 थी लेकिन इस साल इनकी संख्या में गिरावट आई है। बोर्ड ने यह दावा किया कि इससे उन्हें केंद्रों तक आसानी से पहुंचने और निष्पक्ष और सुरक्षित मूल्यांकन सुनिश्चित करने में मदद मिली है।
यूपी बोर्ड 12वीं के रिजल्ट आज दोपहर आधिकारिक वेबसाइट पर जारी किये गए। इंटरमीडिएट की परीक्षा में कुल 90 छात्रों ने जेल से भाग लिया जबकि 10वीं की परीक्षा में जेल से भाग लेने वाले छात्रों की संख्या 119 थी। 12वीं जेल से परीक्षा दे रहे छात्रों का रिजल्ट 77.59 प्रतिशत रहा जबकि 10वीं में 77.59 प्रतिशत।
यूपी बोर्ड कक्षा 10 की परीक्षा के लिए जेल से कुल 119 अभ्यर्थियों ने रजिस्ट्रेशन किया था जिसमें से 72 उत्तीर्ण हुए। 10वीं में जेल से परीक्षा दे रहे छात्रों का रिजल्ट 77.42% रहा।
पिछले वर्ष की तुलना में 10 वीं कक्षा में उम्मीदवारों के पास प्रतिशत में 4.91 प्रतिशत की वृद्धि हुई। लड़कियों के पास प्रतिशत में 5.17 प्रतिशत और लड़कों के पास प्रतिशत में 4.39 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
परीक्षा में पास होने के लिए न्यूनतम 35 प्रतिशत अंक निर्धारित हैं। जो छात्र एक विषय में फेल होते हैं तो वे कंपार्टमेंटल परीक्षा के लिए आवेदन कर सकते हैं। एक से अधिक विषय में फेल होने वाले छात्र फेल घोषित किये जाएंगे।
यूपी बोर्ड परीक्षाएं उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद द्वारा आयोजित की जाती हैं। प्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने इलाहाबाद शहर का नाम बदलकर प्रयागराज कर दिया था, जिसके बाद से माध्यमिक शिक्षा परिषद इलाहाबाद के स्थान पर बोर्ड का नाम उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद प्रयागराज हो गया है। छात्रों को मिलने वाली मार्कशीट में नया नाम लिखकर आएगा।
यूपी बोर्ड 10वीं तथा 12वीं के रिजल्ट आधिकारिक वेबसाइट पर जारी किए जा चुके हैं। जिलों की बात की जाए तो मुजफ्फरनगर ने 91.8 प्रतिशत रिजल्ट के साथ शीर्ष स्थान हासिल किया है। शामली ने दूसरा स्थान हासिल किया, जबकि लखनऊ ने तीसरा स्थान हासिल किया।