UGC: कौनसी यूनिवर्सिटीज के एग्जाम होंगे ऑनलाइन, कल इस विश्विद्यालय ने स्थगित किए एग्जाम
जो यूनिवर्सिटी एग्जाम नहीं करा पाईं उन्होंने यूजीसी से एग्जाम के लिए और समय मांगा। यूजीसी ने यूनिवर्सिटीज को और समय दे दिया ताकि वह एग्जाम करा सकें।

कॉलेज और यूनिवर्सिटी के फाइनल ईयर के एग्जाम होंगे। फाइनल ईयर के एग्जाम के बिना किसी को डिग्री नहीं दी जाएगी। यूजीसी ने यह सब पहले ही साफ कर दिया था। हालांकि यह एग्जाम 30 सितंबर तक होने थे, लेकिन सभी यूनिवर्सिटीज एग्जाम नहीं करा पाईं। जो यूनिवर्सिटी एग्जाम नहीं करा पाईं उन्होंने यूजीसी से एग्जाम के लिए और समय मांगा। यूजीसी ने यूनिवर्सिटीज को और समय दे दिया ताकि वह एग्जाम करा सकें। लेकिन बिना एग्जाम के डिग्री देने के लिए यूजीसी ने साफ साफ मना कर दिया था।
UGC University Exam Guidelines 2020 Live Updates: check here
कलकत्ता विश्वविद्यालय ने जानकारी दी है यूनिवर्सिटी के फाइनल ईयर के छात्रों की परीक्षा डिजिटल मोड से ली जाएगी। डिजिटल मोड पर प्रश्नपत्रों का जवाब देने के छात्रों को दो घंटे का समय दिया जाएगा। महाराष्ट्र, दिल्ली, पश्चिम बंगाल और ओडिशा ने उच्चतम न्यायालय से अनुरोध किया था कि विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) को निर्देश दिया जाए कि वह चल रहे महामारी के दौरान लाखों विश्वविद्यालय के छात्रों पर अंतिम वर्ष की परीक्षा का दबाव न बनाए।
Sarkari Naukri Job Notification 2020 LIVE Updates: Check Here
Highlights
यदि छात्र के पास आंसर शीट को स्कैन करने या पीडीएफ के रूप में एक फाइल भेजने के लिए संसाधन नहीं हैं, तो वह निकटतम विभाग/ कॉलेज/ संस्थान या क्षेत्रीय केंद्र में निर्धारित समय में अपनी आंसर शीट जमा कर सकते हैं।
कोई भी छात्र, जो अंतिम सेमेस्टर के लिए परीक्षा शुल्क और फॉर्म जमा कर चुका है, लेकिन किसी भी तरह से परीक्षा क्षेत्र में रहने के कारण परीक्षा में उपस्थित नहीं हो पा रहे हैं या कोरोना पॉजिटिव हैं, वे अपने कॉलेज या यूनिवर्सिटी को पहले इस बारे में सूचित कर दें।
कलकत्ता विश्वविद्यालय ने सोमवार को जानकारी दी है यूनिवर्सिटी के फाइनल ईयर के छात्रों की परीक्षा डिजिटल मोड से ली जाएगी। डिजिटल मोड पर प्रश्नपत्रों का जवाब देने के छात्रों को दो घंटे का समय दिया जाएगा।
कामधेनु विश्वविद्यालय (केयू) के साथ गुजरात राज्य के चार अलग-अलग कृषि विश्वविद्यालयों के 11 कॉलेजों को लाने का एक विधेयक गुरुवार देर रात गुजरात विधानसभा में बहुमत से पारित हो गया। अब 11 कॉलेज यूनिवर्सिटी के साथ जुड़ेंगे।
बैंगलोर विश्वविद्यालय ने अंतिम वर्ष की स्नातक/ स्नातकोत्तर परीक्षाओं को स्थगित कर दिया है। परीक्षाएं जो 25 सितंबर से आयोजित होने वाली थी मगर अब 05 अक्टूबर से आयोजित की जा रही हैं।
गैर-कृषि विश्वविद्यालयों के गैर-शिक्षण कर्मचारियों के लिए सातवें वेतन आयोग को लागू नहीं करने को लेकर 24 सितंबर से कर्मचारियों की एक्शन कमेटी हड़ताल पर है। जिसकी वजह से महाराष्ट्र में चार विश्वविद्यालयों में परीक्षाओं का फिलहाल के लिए टाल दिया गया है। इनमें औरंगाबाद, अमरावती, जलगांव और अब राष्ट्रसंत तुकडोजी महाराज नागपुर विश्वविद्यालय शामिल हैं।
सावित्रीबाई फुले पुणे विश्वविद्यालय, एसपीपीयू प्रशासन ने घोषणा की कि अंतिम वर्ष की परीक्षाएं स्थगित हैं। अंतिम वर्ष के छात्रों की परीक्षाएं 5 अक्टूबर, 2020 से आयोजित की जानी थीं, लेकिन समय सारणी जारी नहीं की गई थी। परीक्षाएं अब 12 अक्टूबर, 2020 से आयोजित की जाएंगी।
यदि छात्र के पास आंसर शीट को स्कैन करने या पीडीएफ के रूप में एक फाइल भेजने के लिए संसाधन नहीं हैं, तो वह निकटतम विभाग/ कॉलेज/ संस्थान या क्षेत्रीय केंद्र में निर्धारित समय में अपनी आंसर शीट जमा कर सकते हैं।
प्रत्येक छात्र को प्रश्न पत्र के कुल प्रश्नों का कम से कम 50 प्रतिशत हल करना होगा। पेपर हल करने के बाद, उम्मीदवार अपनी आसंर शीट स्कैन करके एक pdf फाइल बनाएंगे। यह pdf फाइल विभाग/ कॉलेज द्वारा दी गई ईमेल पर भेजनी होगी।
छात्र द्वारा उपयोग किए गए कुल पेज आंसर शीट के पहले पेज पर लिखने होंगे। छात्र आंसर शीट के अंत में यह भी सत्यापित करेगा कि यह पेपर केवल उसकी स्वयं की लिखावट में है। छात्र प्रत्येक पेज पर पेज नंबर भी लिखेंगे।
दृष्टिबाधित/ दिव्यांग छात्रों को पेपर हल करने के लिए 40 मिनट अतिरिक्त दिए जाएंगे। हालांकि, उम्मीदवार अपने पेपर लिखने के लिए अपने राइटर्स की व्यवस्था स्वयं करेंगे।
प्राइवेट छात्र अपने प्रश्न पत्र को वेबसाइट से या परीक्षा शाखा (पंजाबी विश्वविद्यालय) के वेब लिंक पर अपने एडमिट कार्ड से डाउनलोड कर सकते हैं। स्नातक कक्षाओं के छात्रों के लिए परीक्षा सत्र सुबह 10 बजे से दोपहर 2 बजे तक होगी।
परीक्षा के दिन, क्वेश्चन पेपर ईमेल के माध्यम से या व्हाट्सएप के माध्यम से या विभाग या कॉलेज की वेबसाइट पर छात्रों को उपलब्ध कराया जाएगा। इसलिए, छात्रों को निर्देश दिया जाता है कि वे अपने विभागों /कॉलेजों के साथ निरंतर संपर्क में रहें ताकि निर्देशों का ठीक से पालन किया जा सके।
क्वेश्चन पेपर ईमेल और व्हाट्सएप के माध्यम से छात्रों को भेजे जाएंगे। छात्र अपनी आंसर शीट भी ऑनलाइन ही जमा करेंगे। यदि कोई छात्र ऐसा करने में विफल रहता है तो वह अपनी आंसर शीट की हार्ड कॉपी पोस्ट के माध्यम से विश्वविद्यालय को भेजेगा।
राष्ट्रसंत तुकड़ोजी महाराज नागपुर विश्वविद्यालय के अधिकारियों ने एक बयान जारी कर पुष्टि की कि उनकी परीक्षा अनिश्चित काल के लिए टाल दी गई है। औरंगाबाद, अमरावती और जलगांव विश्वविद्यालयों से परिपत्र भी ऑनलाइन परीक्षा के स्थगित होने का एक ही कारण बताते हुए जारी किए गए थे।
चार विश्वविद्यालयों में परीक्षाओं का फिलहाल के लिए टाल दिया गया है। इनमें औरंगाबाद, अमरावती, जलगांव और अब राष्ट्रसंत तुकडोजी महाराज नागपुर विश्वविद्यालय शामिल हैं। अन्य राज्यों में फाइनल ईयर एग्जाम की ताजा जानकारी के लिए हमारे अपडेट्स को फॉलो कर सकते हैं।
गैर-कृषि विश्वविद्यालयों के गैर-शिक्षण कर्मचारियों के लिए सातवें वेतन आयोग को लागू नहीं करने को लेकर 24 सितंबर से कर्मचारियों की एक्शन कमेटी हड़ताल पर है। जिसकी वजह से महाराष्ट्र में चार विश्वविद्यालयों में परीक्षाओं का फिलहाल के लिए टाल दिया गया है।
प्रो. परविंदर सिंह, परीक्षा नियंत्रक (सीओई) ने कहा कि पर्यावरण और सड़क सुरक्षा शिक्षा परीक्षा भी लगभग 5,000 उम्मीदवारों के लिए Google फॉर्म के विकल्प के साथ ऑनलाइन आयोजित की गई थी, जिन्होंने अपने पिछले वर्षों में परीक्षा उत्तीर्ण नहीं की थी।
पंजाब विश्वविद्यालय में परीक्षा शनिवार और रविवार सहित 17 दिनों तक जारी रही। इन दिनों तीन स्लैबों में यानी सुबह 9 से 11 बजे, सुबह 10 से 12 बजे और दोपहर 2 से शाम 4 बजे तक कुल 1,400 परीक्षाएं आयोजित की गईं।
यूनिवर्सिटी इंस्टीट्यूट ऑफ ओपन लर्निंग (यूएसओएल) और निजी उम्मीदवारों से स्नातक, स्नातकोत्तर और अन्य व्यावसायिक पाठ्यक्रमों के लगभग 80,000 छात्र, पंजाब विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित पहली बार ऑनलाइन परीक्षा में उपस्थित हुए हैं।
इस साल महामारी के कारण परीक्षा ऑनलाइन आयोजित करने का निर्णय भी लिया गया है। अन्य राज्यों और देश-विदेश के कई छात्र भी पुणे, अहमदनगर और नासिक जिलों के कॉलेजों से मान्यता प्राप्त हैं, जो परीक्षा के लिए उपस्थित होंगे। विभिन्न कॉलेजों के कुल 3.64 लाख छात्र यूनिवर्सिटी से संबद्ध हैं, जिनमें से 2.23 लाख छात्र नियमित छात्र हैं।
यूजीसी अधिनियम अनुसूची 7 में सूची 1 के प्रविष्टि 66 के माध्यम से UGC को परीक्षा के विषय में फैसला लेने का अधिकार है। मैं आपका ध्यान धारा 12 पर आकर्षित करना चाहता हूं जो विश्वविद्यालय के अधिकार बताता है। 2003 का विनियमन 6 (1) नियम डिग्री देने के लिए न्यूनतम मानक के बारे में है जिसके अनुसार बगैर परीक्षा के आयोग किसी भी छात्र को डिग्री नहीं दे सकता।
UGC का कहना है कि राज्य परीक्षाओं को स्थगित करने की मांग तो कर सकते हैं, मगर बगैर परीक्षा के किसी भी हाल में डिग्री नहीं दी जा सकती। आयोग प्रोमोटेड छात्रों को डिग्री नहीं देगा, इसलिए परीक्षा कराना अनिवार्य है। सुप्रीम कोर्ट ने इसे सही ठहराते हुए आयोग के पक्ष में अपना फैसला सुनाया।
अदालत में दलील पेश की गई थी कि चूंकि डिग्री यूजीसी द्वारा प्रदान की जाती है इसलिए यूजीसी को परीक्षाएं आयोजित कराने का आदेश देने का अधिकार है। आपदा प्रबंधन अधिनियम के अनुसार, केंद्र सरकार इस मामले में राज्य सरकार को निर्देश दे सकती है। अदालत ने इस दलील को सही माना है।
प्रत्येक छात्र को प्रश्न पत्र के कुल प्रश्नों का कम से कम 50 प्रतिशत हल करना होगा। पेपर हल करने के बाद, उम्मीदवार अपनी आसंर शीट स्कैन करके एक pdf फाइल बनाएंगे। यह pdf फाइल विभाग/ कॉलेज द्वारा दी गई ईमेल पर भेजनी होगी।
यदि छात्र के पास आंसर शीट को स्कैन करने या पीडीएफ के रूप में एक फाइल भेजने के लिए संसाधन नहीं हैं, तो वह निकटतम विभाग/ कॉलेज/ संस्थान या क्षेत्रीय केंद्र में निर्धारित समय में अपनी आंसर शीट जमा कर सकते हैं।
कोई भी छात्र, जो अंतिम सेमेस्टर के लिए परीक्षा शुल्क और फॉर्म जमा कर चुका है, लेकिन किसी भी तरह से परीक्षा क्षेत्र में रहने के कारण परीक्षा में उपस्थित नहीं हो पा रहे हैं या कोरोना पॉजिटिव हैं, वे अपने कॉलेज या यूनिवर्सिटी को पहले इस बारे में सूचित कर दें।
कलकत्ता विश्वविद्यालय ने सोमवार को जानकारी दी है यूनिवर्सिटी के फाइनल ईयर के छात्रों की परीक्षा डिजिटल मोड से ली जाएगी। डिजिटल मोड पर प्रश्नपत्रों का जवाब देने के छात्रों को दो घंटे का समय दिया जाएगा।
कामधेनु विश्वविद्यालय (केयू) के साथ गुजरात राज्य के चार अलग-अलग कृषि विश्वविद्यालयों के 11 कॉलेजों को लाने का एक विधेयक गुरुवार देर रात गुजरात विधानसभा में बहुमत से पारित हो गया। अब 11 कॉलेज यूनिवर्सिटी के साथ जुड़ेंगे।
“कुछ परीक्षाओं के लिए, मॉक टेस्ट आयोजित किए जाने बाकी हैं। यदि किसी छात्र को तकनीकी गड़बड़ या किसी अन्य कठिनाई के कारण परीक्षा छूट गई हो, तो बोर्ड परीक्षा और मूल्यांकन निदेशक डॉ. विनोद पाटिल ने कहा, “एमयू के बयान में कहा गया है कि छात्र को फिर से परीक्षा में बैठने की अनुमति होगी।"
यूनिवर्सिटी इंस्टीट्यूट ऑफ डिस्टेंस एंड ओपन लर्निंग (IDOL) में 1,580 में से 1,283 छात्र परीक्षा के लिए उपस्थित हुए, जबकि MU के विभागों में अध्ययनरत 981 में से 898 छात्रों ने सोमवार को परीक्षा दी। विश्वविद्यालय ने एक बयान में कहा कि विभिन्न कारणों से कुछ छात्र परीक्षा में शामिल नहीं हो पाए।
मुंबई विश्वविद्यालय ने अपने क्षेत्राधिकार के तहत महाविद्यालयों को 94 समूहों में बांटा है, जो परीक्षा की देखरेख के लिए जिम्मेदार हैं। अधिकांश समूहों ने सोमवार को नियमित छात्रों के लिए फाइनल ईयर की परीक्षा शुरू की। परीक्षा सभी विषयों के तहत पाठ्यक्रमों में आयोजित की गई थी।
सावित्रीबाई फुले पुणे विश्वविद्यालय, एसपीपीयू प्रशासन ने घोषणा की कि अंतिम वर्ष की परीक्षाएं स्थगित हैं। अंतिम वर्ष के छात्रों की परीक्षाएं 5 अक्टूबर, 2020 से आयोजित की जानी थीं, लेकिन समय सारणी जारी नहीं की गई थी। परीक्षाएं अब 12 अक्टूबर, 2020 से आयोजित की जाएंगी।
गैर-शिक्षण कर्मचारियों की हड़ताल, परीक्षा की तारीखें अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं के साथ टकराव और एजेंसी की नियुक्ति में देरी, जो परीक्षा आयोजित करने वाले कार्यक्रम पर काम कर रही है, जैसे कई कारणों से परीक्षा में देरी हुई है।
इस साल महामारी के कारण परीक्षा ऑनलाइन आयोजित करने का निर्णय भी लिया गया है। अन्य राज्यों और देश-विदेश के कई छात्र भी पुणे, अहमदनगर और नासिक जिलों के कॉलेजों से मान्यता प्राप्त हैं, जो परीक्षा के लिए उपस्थित होंगे। विभिन्न कॉलेजों के कुल 3.64 लाख छात्र यूनिवर्सिटी से संबद्ध हैं, जिनमें से 2.23 लाख छात्र नियमित छात्र हैं।
यूनिवर्सिटी इंस्टीट्यूट ऑफ ओपन लर्निंग (यूएसओएल) और निजी उम्मीदवारों से स्नातक, स्नातकोत्तर और अन्य व्यावसायिक पाठ्यक्रमों के लगभग 80,000 छात्र, पंजाब विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित पहली बार ऑनलाइन परीक्षा में उपस्थित हुए हैं।
प्रो. परविंदर सिंह, परीक्षा नियंत्रक (सीओई) ने कहा कि पर्यावरण और सड़क सुरक्षा शिक्षा परीक्षा भी लगभग 5,000 उम्मीदवारों के लिए Google फॉर्म के विकल्प के साथ ऑनलाइन आयोजित की गई थी, जिन्होंने अपने पिछले वर्षों में परीक्षा उत्तीर्ण नहीं की थी।
पंजाब विश्वविद्यालय में परीक्षा शनिवार और रविवार सहित 17 दिनों तक जारी रही। इन दिनों तीन स्लैबों में यानी सुबह 9 से 11 बजे, सुबह 10 से 12 बजे और दोपहर 2 से शाम 4 बजे तक कुल 1,400 परीक्षाएं आयोजित की गईं।
सावित्रीबाई फुले पुणे विश्वविद्यालय (एसपीपीयू) के बैकलॉग और फ्रेशर दोनों छात्रों की अंतिम वर्ष की डिग्री परीक्षा में और देरी हो गई है, विश्वविद्यालय के अधिकारियों ने कहा कि अब बैकलॉग छात्रों के लिए परीक्षाएं 12 अक्टूबर से शुरू होंगी।
कोई भी छात्र, जो अंतिम सेमेस्टर के लिए परीक्षा शुल्क और फॉर्म जमा कर चुका है, लेकिन किसी भी तरह से परीक्षा क्षेत्र में रहने के कारण परीक्षा में उपस्थित नहीं हो पा रहे हैं या कोरोना पॉजिटिव हैं, वे अपने कॉलेज या यूनिवर्सिटी को पहले इस बारे में सूचित कर दें।
यदि छात्र के पास आंसर शीट को स्कैन करने या पीडीएफ के रूप में एक फाइल भेजने के लिए संसाधन नहीं हैं, तो वह निकटतम विभाग/ कॉलेज/ संस्थान या क्षेत्रीय केंद्र में निर्धारित समय में अपनी आंसर शीट जमा कर सकते हैं।
प्रत्येक छात्र को प्रश्न पत्र के कुल प्रश्नों का कम से कम 50 प्रतिशत हल करना होगा। पेपर हल करने के बाद, उम्मीदवार अपनी आसंर शीट स्कैन करके एक pdf फाइल बनाएंगे। यह pdf फाइल विभाग/ कॉलेज द्वारा दी गई ईमेल पर भेजनी होगी।
छात्र द्वारा उपयोग किए गए कुल पेज आंसर शीट के पहले पेज पर लिखने होंगे। छात्र आंसर शीट के अंत में यह भी सत्यापित करेगा कि यह पेपर केवल उसकी स्वयं की लिखावट में है। छात्र प्रत्येक पेज पर पेज नंबर भी लिखेंगे।
दृष्टिबाधित/ दिव्यांग छात्रों को पेपर हल करने के लिए 40 मिनट अतिरिक्त दिए जाएंगे। हालांकि, उम्मीदवार अपने पेपर लिखने के लिए अपने राइटर्स की व्यवस्था स्वयं करेंगे।
प्राइवेट छात्र अपने प्रश्न पत्र को वेबसाइट से या परीक्षा शाखा (पंजाबी विश्वविद्यालय) के वेब लिंक पर अपने एडमिट कार्ड से डाउनलोड कर सकते हैं। स्नातक कक्षाओं के छात्रों के लिए परीक्षा सत्र सुबह 10 बजे से दोपहर 2 बजे तक होगी।
परीक्षा के दिन, क्वेश्चन पेपर ईमेल के माध्यम से या व्हाट्सएप के माध्यम से या विभाग या कॉलेज की वेबसाइट पर छात्रों को उपलब्ध कराया जाएगा। इसलिए, छात्रों को निर्देश दिया जाता है कि वे अपने विभागों /कॉलेजों के साथ निरंतर संपर्क में रहें ताकि निर्देशों का ठीक से पालन किया जा सके।
क्वेश्चन पेपर ईमेल और व्हाट्सएप के माध्यम से छात्रों को भेजे जाएंगे। छात्र अपनी आंसर शीट भी ऑनलाइन ही जमा करेंगे। यदि कोई छात्र ऐसा करने में विफल रहता है तो वह अपनी आंसर शीट की हार्ड कॉपी पोस्ट के माध्यम से विश्वविद्यालय को भेजेगा।
इस साल महामारी के कारण परीक्षा ऑनलाइन आयोजित करने का निर्णय भी लिया गया है। अन्य राज्यों और देश-विदेश के कई छात्र भी पुणे, अहमदनगर और नासिक जिलों के कॉलेजों से मान्यता प्राप्त हैं, जो परीक्षा के लिए उपस्थित होंगे। विभिन्न कॉलेजों के कुल 3.64 लाख छात्र यूनिवर्सिटी से संबद्ध हैं, जिनमें से 2.23 लाख छात्र नियमित छात्र हैं।
गैर-शिक्षण कर्मचारियों की हड़ताल, परीक्षा की तारीखें अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं के साथ टकराव और एजेंसी की नियुक्ति में देरी, जो परीक्षा आयोजित करने वाले कार्यक्रम पर काम कर रही है, जैसे कई कारणों से परीक्षा में देरी हुई है।
सावित्रीबाई फुले पुणे विश्वविद्यालय, एसपीपीयू प्रशासन ने घोषणा की कि अंतिम वर्ष की परीक्षाएं स्थगित हैं। अंतिम वर्ष के छात्रों की परीक्षाएं 5 अक्टूबर, 2020 से आयोजित की जानी थीं, लेकिन समय सारणी जारी नहीं की गई थी। परीक्षाएं अब 12 अक्टूबर, 2020 से आयोजित की जाएंगी।