UGC: यूनिवर्सिटी और कॉलेज के फाइनल ईयर एग्जाम, 12 अक्टूबर से शुरू होंगी इस यूनिवर्सिटी में परीक्षा
महाराष्ट्र में चार विश्वविद्यालयों में परीक्षाओं का फिलहाल के लिए टाल दिया गया है। इनमें औरंगाबाद, अमरावती, जलगांव और अब राष्ट्रसंत तुकडोजी महाराज नागपुर विश्वविद्यालय शामिल हैं।

विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) ने विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों में अंतिम वर्ष की परीक्षा (Final Year Exam 2020) को लेकर जारी संशोधित दिशानिर्देशों (UGC University Exam Guidelines 2020) जारी की थी, जिसमें राज्य के विश्वविद्यालयों को अंतिम सेमेस्टर की परीक्षाएं आयोजित करने के लिए 30 सितंबर तक का समय दिया गया था। कई राज्यों ने यूजीसी गाइडलाइंस का विरोध किया और मामला सुप्रीम कोर्ट में पहुंचा था। सुप्रीम कोर्ट ने मामले की सुनवाई करते हुए यूजीसी के पक्ष में फैसला सुनाया। हालांकि कोर्ट ने यह भी देखा था कि अगर किसी राज्य को तब तक अंतिम सेमेस्टर की परीक्षा आयोजित करने में कोई समस्या थी, तो उसे बाद की तारीख तय करने के लिए UGC के साथ इस मुद्दे को उठाना था लेकिन फिर भी परीक्षा प्रक्रिया को पूरा करना था। एक आदेश में 30 सितंबर तक प्रक्रिया पूरी करने के लिए यूजीसी को एक आदेश दिया था।
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फैसले के बाद अधिकतर विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों ने परीक्षाएं आयोजित कीं। टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के मुताबिक, पंजाब विश्वविद्यालय में परीक्षा शनिवार और रविवार सहित 17 दिनों तक जारी रही जिसमें कुल 1,400 परीक्षाएं आयोजित की गईं। यूनिवर्सिटी इंस्टीट्यूट ऑफ ओपन लर्निंग (यूएसओएल) और निजी उम्मीदवारों से स्नातक, स्नातकोत्तर और अन्य व्यावसायिक पाठ्यक्रमों के लगभग 80,000 छात्रों ने परीक्षाएं दीं। वहीं कई राज्य ने अपने समस्या बताकर अक्टूबर में परीक्षाएं आयोजित करने बात कही है। इनमें नया नाम पश्चिम बंगाल है, यहां डिजिटल मोड में 1 अक्टूबर से परीक्षा देने की अनुमति देने का अनुरोध किया गया था।
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गैर-कृषि विश्वविद्यालयों के गैर-शिक्षण कर्मचारियों के लिए सातवें वेतन आयोग को लागू नहीं करने को लेकर 24 सितंबर से कर्मचारियों की एक्शन कमेटी हड़ताल पर है। जिसकी वजह से महाराष्ट्र में चार विश्वविद्यालयों में परीक्षाओं का फिलहाल के लिए टाल दिया गया है।
Highlights
परीक्षा के दिन, क्वेश्चन पेपर ईमेल के माध्यम से या व्हाट्सएप के माध्यम से या विभाग या कॉलेज की वेबसाइट पर छात्रों को उपलब्ध कराया जाएगा। इसलिए, छात्रों को निर्देश दिया जाता है कि वे अपने विभागों /कॉलेजों के साथ निरंतर संपर्क में रहें ताकि निर्देशों का ठीक से पालन किया जा सके।
दृष्टिबाधित/ दिव्यांग छात्रों को पेपर हल करने के लिए 40 मिनट अतिरिक्त दिए जाएंगे। हालांकि, उम्मीदवार अपने पेपर लिखने के लिए अपने राइटर्स की व्यवस्था स्वयं करेंगे।
छात्र द्वारा उपयोग किए गए कुल पेज आंसर शीट के पहले पेज पर लिखने होंगे। छात्र आंसर शीट के अंत में यह भी सत्यापित करेगा कि यह पेपर केवल उसकी स्वयं की लिखावट में है। छात्र प्रत्येक पेज पर पेज नंबर भी लिखेंगे।
प्रत्येक छात्र को प्रश्न पत्र के कुल प्रश्नों का कम से कम 50 प्रतिशत हल करना होगा। पेपर हल करने के बाद, उम्मीदवार अपनी आसंर शीट स्कैन करके एक pdf फाइल बनाएंगे। यह pdf फाइल विभाग/ कॉलेज द्वारा दी गई ईमेल पर भेजनी होगी।
यदि छात्र के पास आंसर शीट को स्कैन करने या पीडीएफ के रूप में एक फाइल भेजने के लिए संसाधन नहीं हैं, तो वह निकटतम विभाग/ कॉलेज/ संस्थान या क्षेत्रीय केंद्र में निर्धारित समय में अपनी आंसर शीट जमा कर सकते हैं।
कोई भी छात्र, जो अंतिम सेमेस्टर के लिए परीक्षा शुल्क और फॉर्म जमा कर चुका है, लेकिन किसी भी तरह से परीक्षा क्षेत्र में रहने के कारण परीक्षा में उपस्थित नहीं हो पा रहे हैं या कोरोना पॉजिटिव हैं, वे अपने कॉलेज या यूनिवर्सिटी को पहले इस बारे में सूचित कर दें।
कलकत्ता विश्वविद्यालय ने सोमवार को जानकारी दी है यूनिवर्सिटी के फाइनल ईयर के छात्रों की परीक्षा डिजिटल मोड से ली जाएगी। डिजिटल मोड पर प्रश्नपत्रों का जवाब देने के छात्रों को दो घंटे का समय दिया जाएगा।
कामधेनु विश्वविद्यालय (केयू) के साथ गुजरात राज्य के चार अलग-अलग कृषि विश्वविद्यालयों के 11 कॉलेजों को लाने का एक विधेयक गुरुवार देर रात गुजरात विधानसभा में बहुमत से पारित हो गया। अब 11 कॉलेज यूनिवर्सिटी के साथ जुड़ेंगे।
बैंगलोर विश्वविद्यालय ने अंतिम वर्ष की स्नातक/ स्नातकोत्तर परीक्षाओं को स्थगित कर दिया है। परीक्षाएं जो 25 सितंबर से आयोजित होने वाली थी मगर अब 05 अक्टूबर से आयोजित की जाएगी।
गैर-कृषि विश्वविद्यालयों के गैर-शिक्षण कर्मचारियों के लिए सातवें वेतन आयोग को लागू नहीं करने को लेकर 24 सितंबर से कर्मचारियों की एक्शन कमेटी हड़ताल पर है। जिसकी वजह से महाराष्ट्र में चार विश्वविद्यालयों में परीक्षाओं का फिलहाल के लिए टाल दिया गया है। इनमें औरंगाबाद, अमरावती, जलगांव और अब राष्ट्रसंत तुकडोजी महाराज नागपुर विश्वविद्यालय शामिल हैं।
सावित्रीबाई फुले पुणे विश्वविद्यालय, एसपीपीयू प्रशासन ने घोषणा की कि अंतिम वर्ष की परीक्षाएं स्थगित हैं। अंतिम वर्ष के छात्रों की परीक्षाएं 5 अक्टूबर, 2020 से आयोजित की जानी थीं, लेकिन समय सारणी जारी नहीं की गई थी। परीक्षाएं अब 12 अक्टूबर, 2020 से आयोजित की जाएंगी।
इस साल महामारी के कारण परीक्षा आयोजित करने का निर्णय लिया है। अन्य राज्यों और देश-विदेश के कई छात्र भी पुणे, अहमदनगर और नासिक जिलों के कॉलेजों से मान्यता प्राप्त हैं, जो परीक्षा के लिए उपस्थित होंगे। विभिन्न कॉलेजों के कुल 3.64 लाख छात्र यूनिवर्सिटी से संबद्ध हैं, जिनमें से 2.23 लाख छात्र नियमित छात्र हैं।
गुड एकेडमिक रिसर्च प्रैक्टिस, दस्तावेज़ संभावित खतरों और अच्छे अभ्यासों पर ध्यान केंद्रित करके अनुसंधान की अखंडता को बढ़ाने के लिए सामान्य रूपरेखा प्रदान करेगा। यूजीसी के उपाध्यक्ष डॉ. भूषण पटवर्धन ने द इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि मार्गदर्शन दस्तावेज उपयोगी होगा क्योंकि शैक्षिक अखंडता के मानकों में सुधार के साथ-साथ शोध की गुणवत्ता की भी आवश्यकता है।
विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने मंगलवार को एक दस्तावेज प्रकाशित किया है जो गुड रिसर्च प्रैक्टिस पर एक फ्रेमवर्क प्रस्तुत करता है। इस दस्तावेज़ का शीर्षक गुड एकेडमिक रिसर्च प्रैक्टिस है।
सुप्रीम कोर्ट ने डीएम एक्ट के तहत विश्वविद्यालय परीक्षा रद्द करने के महाराष्ट्र सरकार के फैसले को बरकरार रखा है। हालांकि, कोर्ट ने यह स्पष्ट किया है कि अंतिम वर्ष की परीक्षाओं के बिना छात्रों को प्रोमोट नहीं किया जा सकता।
महाराष्ट्र, दिल्ली, पश्चिम बंगाल और ओडिशा ने उच्चतम न्यायालय से अनुरोध किया था कि विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) को निर्देश दिया जाए कि वह चल रहे महामारी के दौरान लाखों विश्वविद्यालय के छात्रों पर अंतिम वर्ष की परीक्षा का दबाव न बनाए।
कलकत्ता विश्वविद्यालय ने सोमवार को जानकारी दी है यूनिवर्सिटी के फाइनल ईयर के छात्रों की परीक्षा डिजिटल मोड से ली जाएगी। डिजिटल मोड पर प्रश्नपत्रों का जवाब देने के छात्रों को दो घंटे का समय दिया जाएगा।
यह निर्णय राज्य के सभी सरकारी सहायता प्राप्त विश्वविद्यालयों के कुलपतियों और नियंत्रकों की बैठक में लिया गया। इसकी अध्यक्षता हरियाणा राज्य उच्चतर शिक्षा परिषद के अध्यक्ष प्रोफेसर बृज किशोर कुठियाला ने की।
अदालत ने यह माना है कि राज्यों और विश्वविद्यालयों को छात्रों को प्रमोट करने के लिए और डिग्री प्रदान करने के लिए परीक्षा आयोजित करनी होगी। आंतरिक मूल्यांकन यूजीसी की आवश्यकताओं को पूरा नहीं करेंगे।
अदालत में UGC ने अपना पक्ष रखते हुए कहा कि देशभर के विश्वविद्यालयों को आयोग द्वारा जारी निर्देशों का पालन करना अनिवार्य है। इसलिए कोई भी राज्य सरकार आयोग के निर्देशों के खिलाफ परीक्षा रद्द करने का फैसला नहीं ले सकती। सुप्रीम कोर्ट ने आयोग के तर्क को सही ठहराया है।
बैंगलोर विश्वविद्यालय ने अंतिम वर्ष की स्नातक/ स्नातकोत्तर परीक्षाओं को स्थगित कर दिया है। परीक्षाएं जो 25 सितंबर से आयोजित होने वाली थी मगर अब 05 अक्टूबर से आयोजित की जाएगी।
कामधेनु विश्वविद्यालय (केयू) के साथ गुजरात राज्य के चार अलग-अलग कृषि विश्वविद्यालयों के 11 कॉलेजों को लाने का एक विधेयक गुरुवार देर रात गुजरात विधानसभा में बहुमत से पारित हो गया। अब 11 कॉलेज यूनिवर्सिटी के साथ जुड़ेंगे।
कोई भी छात्र, जो अंतिम सेमेस्टर के लिए परीक्षा शुल्क और फॉर्म जमा कर चुका है, लेकिन किसी भी तरह से परीक्षा क्षेत्र में रहने के कारण परीक्षा में उपस्थित नहीं हो पा रहे हैं या कोरोना पॉजिटिव हैं, वे अपने कॉलेज या यूनिवर्सिटी को पहले इस बारे में सूचित कर दें।
परीक्षा और मूल्यांकन बोर्ड के निदेशक महेश काकड़े ने कहा, दो संकायों, फार्मेसी और कानून की टाइमटेबिल जल्द ही विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर अपलोड की जाएगी।
इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के मुताबिक, राज्य सरकार ने विश्वविद्यालयों को 1 अक्टूबर से परीक्षा आयोजित करने का निर्देश दिया था, SPPU ने अपने अंतिम सर्कुलर में छात्रों को सूचित किया था कि बैकलॉग परीक्षाएं 5 अक्टूबर से शुरू होंगी और नियमित छात्र 15 अक्टूबर से अपनी परीक्षा देंगे।
सावित्रीबाई फुले पुणे विश्वविद्यालय (एसपीपीयू) के बैकलॉग और फ्रेशर दोनों छात्रों की अंतिम वर्ष की डिग्री परीक्षा में और देरी हो गई है, विश्वविद्यालय के अधिकारियों ने कहा कि अब बैकलॉग छात्रों के लिए परीक्षाएं 12 अक्टूबर से शुरू होंगी।
प्रो. परविंदर सिंह, परीक्षा नियंत्रक (सीओई) ने कहा कि पर्यावरण और सड़क सुरक्षा शिक्षा परीक्षा भी लगभग 5,000 उम्मीदवारों के लिए Google फॉर्म के विकल्प के साथ ऑनलाइन आयोजित की गई थी, जिन्होंने अपने पिछले वर्षों में परीक्षा उत्तीर्ण नहीं की थी।
पंजाब विश्वविद्यालय में परीक्षा शनिवार और रविवार सहित 17 दिनों तक जारी रही। इन दिनों तीन स्लैबों में यानी सुबह 9 से 11 बजे, सुबह 10 से 12 बजे और दोपहर 2 से शाम 4 बजे तक कुल 1,400 परीक्षाएं आयोजित की गईं।
यूनिवर्सिटी इंस्टीट्यूट ऑफ ओपन लर्निंग (यूएसओएल) और निजी उम्मीदवारों से स्नातक, स्नातकोत्तर और अन्य व्यावसायिक पाठ्यक्रमों के लगभग 80,000 छात्र, पंजाब विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित पहली बार ऑनलाइन परीक्षा में उपस्थित हुए हैं।
इस साल महामारी के कारण परीक्षा ऑनलाइन आयोजित करने का निर्णय भी लिया गया है। अन्य राज्यों और देश-विदेश के कई छात्र भी पुणे, अहमदनगर और नासिक जिलों के कॉलेजों से मान्यता प्राप्त हैं, जो परीक्षा के लिए उपस्थित होंगे। विभिन्न कॉलेजों के कुल 3.64 लाख छात्र यूनिवर्सिटी से संबद्ध हैं, जिनमें से 2.23 लाख छात्र नियमित छात्र हैं।
गैर-शिक्षण कर्मचारियों की हड़ताल, परीक्षा की तारीखें अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं के साथ टकराव और एजेंसी की नियुक्ति में देरी, जो परीक्षा आयोजित करने वाले कार्यक्रम पर काम कर रही है, जैसे कई कारणों से परीक्षा में देरी हुई है।
सावित्रीबाई फुले पुणे विश्वविद्यालय, एसपीपीयू प्रशासन ने घोषणा की कि अंतिम वर्ष की परीक्षाएं स्थगित हैं। अंतिम वर्ष के छात्रों की परीक्षाएं 5 अक्टूबर, 2020 से आयोजित की जानी थीं, लेकिन समय सारणी जारी नहीं की गई थी। परीक्षाएं अब 12 अक्टूबर, 2020 से आयोजित की जाएंगी।
गैर-कृषि विश्वविद्यालयों के गैर-शिक्षण कर्मचारियों के लिए सातवें वेतन आयोग को लागू नहीं करने को लेकर 24 सितंबर से कर्मचारियों की एक्शन कमेटी हड़ताल पर है। जिसकी वजह से महाराष्ट्र में चार विश्वविद्यालयों में परीक्षाओं का फिलहाल के लिए टाल दिया गया है। इनमें औरंगाबाद, अमरावती, जलगांव और अब राष्ट्रसंत तुकडोजी महाराज नागपुर विश्वविद्यालय शामिल हैं।
बैंगलोर विश्वविद्यालय ने अंतिम वर्ष की स्नातक/ स्नातकोत्तर परीक्षाओं को स्थगित कर दिया है। परीक्षाएं जो 25 सितंबर से आयोजित होने वाली थी मगर अब 05 अक्टूबर से आयोजित की जाएगी।
कामधेनु विश्वविद्यालय (केयू) के साथ गुजरात राज्य के चार अलग-अलग कृषि विश्वविद्यालयों के 11 कॉलेजों को लाने का एक विधेयक गुरुवार देर रात गुजरात विधानसभा में बहुमत से पारित हो गया। अब 11 कॉलेज यूनिवर्सिटी के साथ जुड़ेंगे।
कलकत्ता विश्वविद्यालय ने सोमवार को जानकारी दी है यूनिवर्सिटी के फाइनल ईयर के छात्रों की परीक्षा डिजिटल मोड से ली जाएगी। डिजिटल मोड पर प्रश्नपत्रों का जवाब देने के छात्रों को दो घंटे का समय दिया जाएगा।
कोई भी छात्र, जो अंतिम सेमेस्टर के लिए परीक्षा शुल्क और फॉर्म जमा कर चुका है, लेकिन किसी भी तरह से परीक्षा क्षेत्र में रहने के कारण परीक्षा में उपस्थित नहीं हो पा रहे हैं या कोरोना पॉजिटिव हैं, वे अपने कॉलेज या यूनिवर्सिटी को पहले इस बारे में सूचित कर दें।
यदि छात्र के पास आंसर शीट को स्कैन करने या पीडीएफ के रूप में एक फाइल भेजने के लिए संसाधन नहीं हैं, तो वह निकटतम विभाग/ कॉलेज/ संस्थान या क्षेत्रीय केंद्र में निर्धारित समय में अपनी आंसर शीट जमा कर सकते हैं।
प्रत्येक छात्र को प्रश्न पत्र के कुल प्रश्नों का कम से कम 50 प्रतिशत हल करना होगा। पेपर हल करने के बाद, उम्मीदवार अपनी आसंर शीट स्कैन करके एक pdf फाइल बनाएंगे। यह pdf फाइल विभाग/ कॉलेज द्वारा दी गई ईमेल पर भेजनी होगी।
छात्र द्वारा उपयोग किए गए कुल पेज आंसर शीट के पहले पेज पर लिखने होंगे। छात्र आंसर शीट के अंत में यह भी सत्यापित करेगा कि यह पेपर केवल उसकी स्वयं की लिखावट में है। छात्र प्रत्येक पेज पर पेज नंबर भी लिखेंगे।
दृष्टिबाधित/ दिव्यांग छात्रों को पेपर हल करने के लिए 40 मिनट अतिरिक्त दिए जाएंगे। हालांकि, उम्मीदवार अपने पेपर लिखने के लिए अपने राइटर्स की व्यवस्था स्वयं करेंगे।
प्राइवेट छात्र अपने प्रश्न पत्र को वेबसाइट से या परीक्षा शाखा (पंजाबी विश्वविद्यालय) के वेब लिंक पर अपने एडमिट कार्ड से डाउनलोड कर सकते हैं। स्नातक कक्षाओं के छात्रों के लिए परीक्षा सत्र सुबह 10 बजे से दोपहर 2 बजे तक होगी।
परीक्षा के दिन, क्वेश्चन पेपर ईमेल के माध्यम से या व्हाट्सएप के माध्यम से या विभाग या कॉलेज की वेबसाइट पर छात्रों को उपलब्ध कराया जाएगा। इसलिए, छात्रों को निर्देश दिया जाता है कि वे अपने विभागों /कॉलेजों के साथ निरंतर संपर्क में रहें ताकि निर्देशों का ठीक से पालन किया जा सके।
क्वेश्चन पेपर ईमेल और व्हाट्सएप के माध्यम से छात्रों को भेजे जाएंगे। छात्र अपनी आंसर शीट भी ऑनलाइन ही जमा करेंगे। यदि कोई छात्र ऐसा करने में विफल रहता है तो वह अपनी आंसर शीट की हार्ड कॉपी पोस्ट के माध्यम से विश्वविद्यालय को भेजेगा।
सावित्रीबाई फुले पुणे विश्वविद्यालय (एसपीपीयू) के बैकलॉग और फ्रेशर दोनों छात्रों की अंतिम वर्ष की डिग्री परीक्षा में और देरी हो गई है, विश्वविद्यालय के अधिकारियों ने कहा कि अब बैकलॉग छात्रों के लिए परीक्षाएं 12 अक्टूबर से शुरू होंगी।
मुंबई विश्वविद्यालय ने सभी मान्यता प्राप्त कॉलेजों को निर्देश दिया है कि वे उन छात्रों को ग्रेस मार्क्स दें जो मुंबई विश्वविद्यालय अंतिम वर्ष परीक्षा 2020 के लिए उपस्थित होने वाले हैं।
पीटीआई की एक रिपोर्ट के मुताबिक, आरटीएमएनयू के निदेशक मंडल परीक्षा (BoE) प्रफुल्ल साबले ने कहा, परीक्षाएं 1 अक्टूबर को शुरू होनी थीं, 78,000 छात्रों को इसमें बैठने के लिए होने के लिए निर्धारित किया गया था।
राष्ट्रसंत तुकडोजी महाराज नागपुर विश्वविद्यालय की अंतिम वर्ष की ऑनलाइन परीक्षा 13 में गैर-शिक्षण कर्मचारियों की हड़ताल के कारण मंगलवार को स्थगित कर दी गई।
अदालत ने यह माना कि राज्यों और विश्वविद्यालयों को छात्रों को प्रमोट करने के लिए और डिग्री प्रदान करने के लिए परीक्षा आयोजित करनी होगी। आंतरिक मूल्यांकन यूजीसी की आवश्यकताओं को पूरा नहीं करेंगे।
परीक्षा ऑनलाइन देने वाले छात्रों को एग्जाम पेपर डाउनलोड करने और अपलोड करने के लिए अतिरिक्त समय दिया जाएगा। उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन की व्यवस्था भी की गई है ताकि रिजल्ट बिना देरी के घोषित किए जा सकें। यह भी तय किया गया था कि वैध कारणों से परीक्षा देने में असमर्थ छात्रों को एक और मौका दिया जाएगा।