JEE Main 2020: एग्जाम का चौथा दिन आज, जानिए कैसा रहा स्टूडेंट्स का पुराना अनुभव
उम्मीदवार शिफ्ट 1 के लिए सुबह 7 बजे से बैच में रिपोर्ट करते हैं, जबकि दूसरी पाली के लिए 11 बजे से। रजिस्ट्रेशन रूम के प्रवेश पर उनके शरीर का तापमान थर्मल गन से दर्ज किया जाता है।

संयुक्त प्रवेश परीक्षा – JEE Mains मंगलवार 01 सितंबर से शुरू हुई है। COVID-19 महामारी के कारण, परीक्षा आयोजित करने वाली एजेंसी छात्रों के स्वास्थ्य जोखिम पर विचार करने के लिए विशेष उपाय कर रही है। एंट्री के समय मास्ट और सैनेटाइजेशन जरूरी है। नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) ने लगभग 13 करोड़ रुपये की अतिरिक्त लागत पर 10 लाख मास्क, 10 लाख जोड़े दस्ताने, 1,300 इंफ्रारेड थर्मल गन, 6,600 लीटर हैंड सैनिटाइजर और इतना ही डिसइंफेक्टिड लिक्विड, 6,600 स्पंज, 3,300 स्प्रे बोतलें और 3,300 सफाई कर्मचारी की व्यवस्था की है। केंद्रीय शिक्षा मंत्रीकेंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल ने एएनआई से कहा, मैं छात्रों को बधाई देता हूं कि उन्होंने इन विषम परिस्थितियों में अध्ययन किया और परीक्षा दे रहे हैं। मुझे अभिभावकों के बहुत सारे संदेश आए हैं वो व्यवस्थाओं से काफी ज्यादा खुश हैं। इसके लिए मैं प्रदेशों के मुख्यमंत्री गणों का आभार प्रकट करता हूं।
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एग्जाम 6 सितंबर तक रोजाना आयोजित किया जाएगा। परिसर को साफ करने के लिए समय को बदल दिया गया है। पहली शिफ्ट सुबह 9.30 बजे से दोपहर 12.30 बजे तक और दूसरी शिफ्ट दोपहर 2 बजे के बजाय दोपहर 3 बजे शुरू होगी। उम्मीदवार शिफ्ट 1 के लिए सुबह 7 बजे से बैच में रिपोर्ट करते हैं, जबकि दूसरी पाली के लिए 11 बजे से। रजिस्ट्रेशन रूम के प्रवेश पर उनके शरीर का तापमान थर्मल गन से दर्ज किया जाता है। उचित सत्यापन के बाद, इनविजिलेटर सीट आवंटन चार्ट की जांच करता है।
Highlights
कोविड-19 महामारी के मद्देनजर कड़े एहतियाती उपायों के बीच संयुक्त प्रवेश परीक्षा (जेईई)- मेन परीक्षा में तीसरे दिन बृहस्पतिवार को 82 प्रतिशत से अधिक विद्यार्थी बैठे.केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के अधिकारियों ने बताया कि इंजीनियरिंग की प्रवेश परीक्षा में बृहस्पतिवार को उपस्थिति प्रतिशत 82.14 था जबकि बुधवार को यह 81.08 फीसदी था।
स्क्रीनिंग के समय या परीक्षा के दौरान किसी को भी आइसोलेट करने की भी व्यवस्था होनी चाहिए। इसके अलावा, पूरी सावधानी के साथ ही परीक्षा आयोजित की जानी चाहिए तथा स्वास्थ्य संबंधी मामले में कोई लापरवाही नहीं बरती जानी चाहिए।
1 सितंबर से शुरू हुई संयुक्त प्रवेश परीक्षा (जेईई) में कई केंद्रों पर अभ्यर्थियों की संख्या कम रही है। इसपर, नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया (एनएसयूआई) ने बुधवार को उन छात्रों के लिए फिर से परीक्षा देने की मांग की, जिन्होंने कोविड-19 के कारण प्रवेश परीक्षा में शामिल होने का मौका गंवा दिया है।
आज परीक्षा का तीसरा दिन है और परीक्षा की पहली शिफ्ट खत्म हो चुकी है। अब, JEE मेन इवनिंग शिफ्ट की टाइमिंग दोपहर 3 से 6 बजे है। छात्रों को परीक्षा हॉल में प्रवेश पाने के लिए अपना एडमिट कार्ड, सेल्फ डिक्लेरेशन फॉर्म, वैलिड आईडी प्रूफ देना होगा। एडमिट कार्ड में माता-पिता के हस्ताक्षर के साथ-साथ एक फोटो चिपका हुआ तथा बायें अंगूठे का निशान होना चाहिए।
चंडीगढ़ और मोहाली में बैचलर ऑफ आर्किटेक्ट (बीएआरएच), बैचलर ऑफ प्लानिंग (बी प्लानिंग) जैसे पाठ्यक्रमों के लिए संयुक्त प्रवेश परीक्षा (जेईई) मेन्स 2020 के लिए लगभग 300 उम्मीदवार उपस्थित हुए। वे चार केंद्रों में दिखाई दिए - दो चंडीगढ़ में और दो मोहाली में।
परीक्षा केंद्र पर उसे यह कहकर वापस लौटा दिया गया कि उसकी परीक्षा बाद में होगी, जबकि एनटीए की एडवाजरी व एडमिट कार्ड में कहीं भी यह जिक्र नहीं था कि पॉजिटिव छात्रों का आना जरूरी नहीं है।
देशभर के 660 परीक्षा केन्द्रों पर ये परीक्षा 6 सितंबर तक होगी. काफी बवाल के बाद हो रही जेईई मेन्स की परीक्षआ के पहले ही दिन राजस्थान के कोटा के एक केंद्र पर बड़ी चूक सामने आई है. यहां जेईई मेन परीक्षा देने कोरोना पॉजिटिव छात्र परीक्षा केन्द्र पहुंच गया जिसके बाद वहां हड़कंप मच गया।
राज्यसभा सांसद और भाजपा नेता सुब्रमण्मय स्वामी ने ट्वीट कर कहा कि शिक्षा मंत्रालय को आधिकारिक तौर पर बताना चाहिए कि राज्यवार कितने फीसदी लोगों ने जेईई परीक्षा में भाग लिया। ताकी पता चल सके अगले सप्ताह होने वाली नीट परीक्षा में से कौन सी आसान है। ये मांग इसलिए की गई है कि क्योंकि शिक्षा मंत्रालय ने परीक्षा के लिए एंट्री पास डाउनलोड करने वाले छात्रों का प्रतिशत बताया था। पीएम मोदी को इसपर संज्ञान लेना चाहिए।
सुब्रमण्मय स्वामी जेईई और नीट परीक्षाएं टलवाने के लगातार पक्षधर रहे हैं। हाल के दिनों में उन्होंने इस संबंध में पीएम आवास पर फोन भी किया था। परीक्षा आयोजन से ठीक पहले 31 अगस्त को उन्होंने ट्वीट कर बताया कि आज सुबह मैंने नीट और जेईई परीक्षा टलवाने के लिए आखिरी बार कोशिश करने के लिए पीएम निवास पर फोन किया।
कुल परीक्षार्थीः 537परीक्षा में बैठेः292छोड़ी परीक्षाः245
कुल परीक्षार्थीः 528परीक्षा में बैठेः305छोड़ी परीक्षाः224
कुल शामिल अभ्यर्थियों की संख्याः 1065उपस्थितः597अनुपस्थितः469
कोरोना संक्रमण का खौफ कहें या कुछ और परीक्षा के पहले दिन परीक्षार्थियों की उपस्थिति काफी कम रही। राजधानी लखनऊ में 44% परीक्षार्थी परीक्षा देने नहीं आए। जिला प्रशासन की मानें तो करीब 1065 परीक्षार्थियों को शामिल होना था। उपस्थिति 597 रही है।
JEE मेन का आयोजन 01 से 06 सितंबर तक होगा जबकि NEET का आयोजन 13 सितंबर को होगा। JEE का एडवांस 27 सितंबर को होगा। छात्र अपना JEE मेन परीक्षा का एडमिट कार्ड आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर डाउनलोड कर लें।
पश्चिम बंगाल में JEE Mains की परीक्षा में शामिल होने जा रहे उम्मीदवारों को भारी बारिश और ट्रांस्पोर्ट न मिलने की वजह से सुबह एग्जाम सेंटर पहुंचने में काफी कठिनाई हुई। बंगाल के अलावा देश के अन्य हिस्सों में भी ट्रांसपोर्ट न मिलने की वजह से छात्रों को परेशानी उठानी पड़ी।
केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल 'निशंक' ने कहा, 'इस बार की परीक्षाओं में पिछली बार के मुकाबले छात्र उपस्थिति में मुश्किल से 10 प्रतिशत का ही अंतर है। सरकार ने छात्रों के हित में ये फैसला लिया। मुझे खुशी है कि आज पूरा देश इस निर्णय के साथ खड़ा है।'
उत्तराखंड सरकार जिला मुख्यालय से लेकर परीक्षा केंद्रों तक हर जिले में परीक्षार्थियों के लिए विशेष बसें चला रही है। वर्तमान में, दो बसें 13 जिलों में चलेंगी, लेकिन जरूरत पड़ने पर सेवा को बढ़ाया जा सकता है। उत्तराखंड में इस वर्ष जेईई के लिए 13,000 से अधिक उम्मीदवार उपस्थित हुए हैं।
चंडीगढ़ और मोहाली में बैचलर ऑफ आर्किटेक्ट (बीएआरएच), बैचलर ऑफ प्लानिंग (बी प्लानिंग) जैसे पाठ्यक्रमों के लिए संयुक्त प्रवेश परीक्षा (जेईई) मेन्स 2020 के लिए लगभग 300 उम्मीदवार उपस्थित हुए। वे चार केंद्रों में दिखाई दिए - दो चंडीगढ़ में और दो मोहाली में।
ICAR AIEEA UG परीक्षा 7 और 8 सितंबर को आयोजित होने वाली है, इसके PG और PhD स्तर की परीक्षाओं की तारीखों की घोषणा अभी नहीं की गई है। इसके अलावा, NTA AIPGET परीक्षा को स्थगित कर दिया है जो पहले 29 अगस्त के लिए निर्धारित की गई थी। परीक्षा 29 सितंबर को आयोजित की जाएगी। इन परीक्षाओं के एडमिट कार्ड प्रत्येक परीक्षा के शुरू होने से 15 दिन पहले जारी किए जाएंगे। एडमिट कार्ड में एग्जाम सेंटर, शिफ्ट तथा टाइमिंग जैसी जानकारियां होंगी।
ममता बनर्जी ने कहा कि राज्य ने सभी व्यवस्थाएं की हैं लेकिन अभ्यर्थी परीक्षा में शामिल नहीं हो पाए। उन्होंने केंद्र पर आकांक्षाओं के भविष्य के बारे में नहीं सोचने का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा, “छात्रों ने केंद्र से कुछ हफ्तों के लिए परीक्षा स्थगित करने का अनुरोध किया था, लेकिन उनके अनुरोध को ठुकरा दिया गया। देश भर में छात्रों के करियर को नष्ट करने का अधिकार किसने दिया है? वे इतने अडिग क्यों हैं? ”
सीएम ममता बनर्जी ने कहा, 'कोविड -19 महामारी के बीच, हमने कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में विभिन्न पाठ्यक्रमों के लिए टर्मिनल परीक्षा आयोजित करने और सितंबर में राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा और जेईई आयोजित करने के केंद्र के फैसले पर गंभीर चिंता व्यक्त की है। दुर्भाग्य से, केंद्र ने इसे स्थगित करने से इनकार कर दिया।'
कांग्रेस छात्र पक्ष ने एक बयान में कहा, संयुक्त प्रवेश परीक्षा (जेईई) मेन्स 1 सितंबर, 2020 से शुरू हुई, केवल 65 प्रतिशत छात्र परीक्षा में शामिल हुए, और देश के कई केंद्रों में 45 प्रतिशत से कम की उपस्थिति दर्ज की गई।
1 सितंबर से शुरू हुई संयुक्त प्रवेश परीक्षा (जेईई) में कई केंद्रों पर अभ्यर्थियों की संख्या कम रही है। इसपर, नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया (एनएसयूआई) ने बुधवार को उन छात्रों के लिए फिर से परीक्षा देने की मांग की, जिन्होंने कोविड-19 के कारण प्रवेश परीक्षा में शामिल होने का मौका गंवा दिया है।
भाजपा नेता के ट्वीट पर सोशल मीडिया यूजर्स भी जमकर प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। ट्विटर यूजर नील @Neel_183 लिखते हैं, ‘पश्चिम बंगाल में 4652 उम्मीदवारों में महज 1167 ने परीक्षा दी। यानी सिर्फ 25 फीसदी छात्रों ने परीक्षा दी।’ राम सिंह @AdvRamSingh3 लिखते हैं, ‘सर प्लीज पीएम मोदी को फोन कर नीट परीक्षा टलवाने के लिए कहिए जो 13 सितंबर को होनी है। प्लीज हम 16 लाख छात्रों को बचा लीजिए। हम आपसे भीख मांगते हैं। कोविड-19 अपने चरम पर है।’
सुब्रमण्मय स्वामी जेईई और नीट परीक्षाएं टलवाने के लगातार पक्षधर रहे हैं। हाल के दिनों में उन्होंने इस संबंध में पीएम आवास पर फोन भी किया था। परीक्षा आयोजन से ठीक पहले 31 अगस्त को उन्होंने ट्वीट कर बताया कि आज सुबह मैंने नीट और जेईई परीक्षा टलवाने के लिए आखिरी बार कोशिश करने के लिए पीएम निवास पर फोन किया।
राज्यसभा सांसद और भाजपा नेता सुब्रमण्मय स्वामी ने ट्वीट कर कहा कि शिक्षा मंत्रालय को आधिकारिक तौर पर बताना चाहिए कि राज्यवार कितने फीसदी लोगों ने जेईई परीक्षा में भाग लिया। ताकी पता चल सके अगले सप्ताह होने वाली नीट परीक्षा में से कौन सी आसान है। ये मांग इसलिए की गई है कि क्योंकि शिक्षा मंत्रालय ने परीक्षा के लिए एंट्री पास डाउनलोड करने वाले छात्रों का प्रतिशत बताया था। पीएम मोदी को इसपर संज्ञान लेना चाहिए।
राज्यसभा सांसद और भाजपा नेता सुब्रमण्मय स्वामी ने मांग की है कि जीईई की परीक्षा में भाग लेने वाले छात्रों का राज्यवार प्रतिशत बताया जाए। उन्होंने कहा कि ये मांग इसलिए है क्योंकि मंत्रालय ने बताया था कि कितने फीसदी लोगों ने परीक्षा पास डाउलोड किए थे।
वर्ष 2020 के लिए IIT में ग्रेजुएट कोर्सेज़ में प्रवेश लेने के इच्छुक छात्रों को JEE Main 2020 के B.E./ B.Tech पेपर में उपस्थित होना होगा। JEE Main रिजल्ट घोषित होने के बाद, शीर्ष 2,50,000 उम्मीदवार JEE Advanced में उपस्थित होने के लिए पात्र होंगे।
आज परीक्षा का तीसरा दिन है और परीक्षा की पहली शिफ्ट खत्म हो चुकी है। अब, JEE मेन इवनिंग शिफ्ट की टाइमिंग दोपहर 3 से 6 बजे है। छात्रों को परीक्षा हॉल में प्रवेश पाने के लिए अपना एडमिट कार्ड, सेल्फ डिक्लेरेशन फॉर्म, वैलिड आईडी प्रूफ देना होगा। एडमिट कार्ड में माता-पिता के हस्ताक्षर के साथ-साथ एक फोटो चिपका हुआ तथा बायें अंगूठे का निशान होना चाहिए।
बीटेक का पहला पेपर, सुबह 9 से दोपहर 12 बजे तक आयोजित किया गया था जिसका डिफिकल्टी लेवल छात्रों के अनुसार ईजी़ (Easy) था। कुछ सेक्शन्स में सवाल लंबे थे मगर ओवरऑल पेपर काफी आसान था। दूसरी शिफ्ट का एग्जाम 3 बजे से शुरू होगा।
स्क्रीनिंग के समय या परीक्षा के दौरान किसी को भी आइसोलेट करने की भी व्यवस्था होनी चाहिए। इसके अलावा, पूरी सावधानी के साथ ही परीक्षा आयोजित की जानी चाहिए तथा स्वास्थ्य संबंधी मामले में कोई लापरवाही नहीं बरती जानी चाहिए।
नए निर्देशों के अनुसार, परीक्षा हॉल के भीतर और बाहर कम से कम 6 फीट की दूरी रखने के अलावा और परीक्षा के दौरान मास्क और सैनिटाइज़र का प्रयोग अनिवार्य रहेगा। स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों से इस तरह से परीक्षा की योजना बनाने के लिए कहा गया है ताकि छात्रों की एंट्री आसानी से हो जाए और भीड़भाड़ से बचा जा सके।
दूरदर्शन को दिए एक इंटरव्यू में शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा था कि छात्र और अभिभावक चाहते हैं कि परीक्षाएं आयोजित हों। उन्होनें कहा था कि उनपर लगातार दबाव बनाया जा रहा था कि शिक्षा मंत्रालय JEE Mains, NEET 2020 परीक्षाएं आयोजित क्यों नहीं करा रहा है।
दूसरे दिन परीक्षा देकर आए छात्रों ने बताया कि एग्जाम में केमेस्ट्री के न्यूमेरिकल्स ज्यादा थे। इसके अलावा गणित का पेपर सरल था और फिजिक्स में पूछे गए सवाल काफी कठिन थे। आज एग्जाम का तीसरा दिन है।
एक सरकारी अधिकारी के अनुसार, संयुक्त प्रवेश परीक्षा (JEE) के पहले दिन 65% से 70% तक छात्रों की परीक्षा में उपस्थिति रही। यह उपस्थिति पहले की परीक्षाओं की अपेक्षा काफी कम है।
याचिका को खारिज करते हुए शीर्ष अदालत ने कहा था कि अदालत को अधिकारियों द्वारा आश्वासन दिया गया है कि परीक्षा पर्याप्त सावधानी के साथ आयोजित की जाएगी। आयोग ने अदालत को बताया है कि एग्जाम सेंटर्स की गिनती दोगुनी कर दी गई है तथा अन्य जरूरी सावधानियों के साथ ही परीक्षा होगी।
नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने नीट -यूजी और जेईई मेन 2020 परीक्षाओं के लिए डिटेल्ड सेफ्टी प्लान जारी किया है। यूनियन गवर्नमेंट ने तमाम विरोधों के बावजूद यह साफ किया है कि न तो जेईई मेन परीक्षा 2020 और न ही नीट परीक्षा 2020 किसी भी कीमत पर स्थगित होगी।
JEE Advanced 2020 के एडमिट कार्ड 21 सितंबर को जारी किए जाएंगे और उम्मीदवार इसे 27 सितंबर तक डाउनलोड कर सकेंगे। परीक्षा 27 सितंबर को आयोजित की जाएगी। IIT दिल्ली ने संशोधित ब्रोशर आधिकारिक वेबसाइट पर जारी कर दिया है।
IIT दिल्ली ने आधिकारिक वेबसाइट jeeadv.ac.in पर JEE Advanced 2020 के लिए संशोधित ब्रोशर जारी कर दिया है। इसके अनुसार, JEE Advanced के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन 11 सितंबर से शुरू होंगे और 16 सितंबर (शाम 5 बजे) तक जारी रहेंगे। आवेदन शुल्क का भुगतान करने की अंतिम तिथि 17 सितंबर है। परीक्षा 27 सितंबर को आयोजित की जाएगी।
NTA ने नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट (NEET) का एडमिट कार्ड 25 अगस्त को जारी कर दिया है और शुरुआती तीन घंटों में ही 4 लाख से अधिक छात्रों ने अपने एडमिट कार्ड डाउनलोड कर लिए हैं।
NTA ने 13 करो़ड़ रुपए के खर्च से 10 लाख मास्क, 6 हजार सेनिटाइज़र, डिसिफेंक्टेंट लिक्विड, स्पॉन्ज आदि का इंतेजाम किया है। परीक्षाएं सिंतबर माह में होनी है जिनकी तैयारी पूरी हो चुकी है।
सरकार ने सभी राज्य परिवहन सेवाओं को परीक्षा के मद्देनजर सुबह 5 बजे से बस सेवा शुरू करने के लिए कहा था, लेकिन उत्तर 24 परगना, बरहामपुर, मालदा और सिलीगुड़ी में कई उम्मीदवारों ने दावा किया कि उन्हें बस का इंतजार करते करते घंटों तक खड़़ा रहना पड़ा।
पश्चिम बंगाल में JEE Mains की परीक्षा में शामिल होने जा रहे उम्मीदवारों को भारी बारिश और ट्रांस्पोर्ट न मिलने की वजह से सुबह एग्जाम सेंटर पहुंचने में काफी कठिनाई हुई। बंगाल के अलावा देश के अन्य हिस्सों में भी ट्रांसपोर्ट न मिलने की वजह से छात्रों को परेशानी उठानी पड़ी।
NTA JEE Mains की परीक्षाएं 01 सितंबर से 06 सितंबर तक आयोजित की जानी हैं। पहले दो दिन की परीक्षा पूरे देश में शांतिपूर्ण तरीके से आयोजित हुई हैं। आज परीक्षा का तीसरा दिन है और पूरी सावधानियों के साथ ही परीक्षा आयोजित की जाएगी।
केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल 'निशंक' ने कहा, 'इस बार की परीक्षाओं में पिछली बार के मुकाबले छात्र उपस्थिति में मुश्किल से 10 प्रतिशत का ही अंतर है। सरकार ने छात्रों के हित में ये फैसला लिया। मुझे खुशी है कि आज पूरा देश इस निर्णय के साथ खड़ा है।'
JEE Main परीक्षा का दूसरे दिन, केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा कि मुझे खुशी है कि देश संयुक्त प्रवेश परीक्षा मुख्य (JEE), राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (NEET) परीक्षाओं के आयोजन के लिए केंद्र सरकार के फैसले के साथ खड़ा है।
केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल 'निशंक' ने कुछ दिन पहले कहा था कि 17 लाख से अधिक उम्मीदवार जेईई और एनईईटी के लिए अपने एडमिट कार्ड पहले ही डाउनलोड कर चुके हैं और इससे पता चलता है कि छात्र किसी भी कीमत पर परीक्षा देना चाहते हैं। लेकिन अब स्वास्थ्य मंत्रालय ने COVID19 के कंटेनमेंट जोन के सभी परीक्षा केंद्रों पर परीक्षा का संचालन करने से इनकार कर दिया है। ऐसे में उन छात्रों का क्या होगा, जो शिक्षा मंत्री के अनुसार परीक्षा के पक्ष में थे?
उत्तराखंड सरकार जिला मुख्यालय से लेकर परीक्षा केंद्रों तक हर जिले में परीक्षार्थियों के लिए विशेष बसें चला रही है। वर्तमान में, दो बसें 13 जिलों में चलेंगी, लेकिन जरूरत पड़ने पर सेवा को बढ़ाया जा सकता है। उत्तराखंड में इस वर्ष जेईई के लिए 13,000 से अधिक उम्मीदवार उपस्थित हुए हैं।
राज्य चिकित्सा शिक्षा मंत्री डॉ. के. सुधाकर ने कहा कि संयुक्त प्रवेश परीक्षा (जेईई) मेन 2020 को 1 सितंबर से 6 सितंबर तक आयोजित करने के लिए आवश्यक COVID-19 सुरक्षा प्रोटोकॉल सुनिश्चित करने की तैयारी है।
विपक्षी दलों और कुछ छात्रों के विरोध के बावजूद संयुक्त प्रवेश परीक्षा (जेईई) मुख्य परीक्षा मंगलवार से पूरे भारत में शुरू हो गई। खबरों के अनुसार, परीक्षा हॉल में प्रवेश करने से पहले, छात्रों के टेंपरेचर की जांच की गई थी और उन्हें दिल्ली में सैनिटाइज़र भी दिए गए थे।