COVID-19 Prevention, Symptoms: गूगल डूडल आज क्यों है खास, कैसे कर रहा दुनिया को जागरुक
COVID-19 Prevention (COVID-19 की रोकथाम), Coronavirus Prevention, Symptoms, Treatments: अकेले मास्क से ही COVID-19 नहीं रुक सकता है। इसके लिए हमें सोशल डिस्टेंसिंग और लगातार हाथ भी धोने पड़ेंगे। अपने स्थानीय स्वास्थ्य प्राधिकरण द्वारा दी गई सलाह का पालन करें।

COVID-19 Prevention (COVID-19 की रोकथाम): कोरोना वायरस से बचने के क्या उपाय करने चाहिए इस पर गूगल ने आज एक खास डूडल बनाया है। आज के डूडल में Google के हर शब्द को मास्क पहनाया गया है। इससे लोगों को जागरुक करने की एक कोशिश की गई है कि हमें मास्क लगाकर ही रहना है। जब आप गूगल पर क्लिक करेंगे तो आपके सामने मास्क पहनने और जीवन बचाने के लिए लिखा आएगा। इसके अलावा फेस कवर करने, लगातार हाथ धोन और उचित दूरी बनाए रखने की सलाह भी दे रहा है। मास्क पहनने से वायरस को रोकने में मदद मिल सकती है। अकेले मास्क से ही COVID-19 नहीं रुक सकता है। इसके लिए हमें सोशल डिस्टेंसिंग और लगातार हाथ भी धोने पड़ेंगे। अपने स्थानीय स्वास्थ्य प्राधिकरण द्वारा दी गई सलाह का पालन करें।
COVID-19 को रोकने के लिए
अपने हाथों को साफ करें। अपने हाथ साबुन और पानी से साफ करते रहें, या एल्कोहल बेस्ड सेनेटाइजर का इस्तेमाल करें।
खांसी या छींकने वाले किसी भी व्यक्ति से उचित दूरी बनाए रखें।
जब फिजिकल डिस्टेंसिंग संभव न हो तो मास्क जरूर पहनें।
अपनी आंखों, नाक या मुंह को न छुएं।
खांसने या छींकने पर अपनी नाक और मुंह को कवर जरूर करें।
यदि आप अस्वस्थ महसूस करते हैं तो घर पर रहें।
यदि आपको बुखार, खांसी और सांस लेने में कठिनाई होती है, तो ऐसी स्थिति में डॉक्टर से संपर्क करें।
Highlights
जब तक आप ठीक नहीं होते हैं, तब तक खांसी, सिरदर्द, हल्का बुखार जैसे मामूली लक्षणों के साथ भी घर में रहें। यदि आपको अपना घर छोड़ने की जरूरत है, तो दूसरों को संक्रमित करने से बचने के लिए मास्क पहनें।
सुनिश्चित करें कि आप और आपके आसपास के लोग स्वच्छता का पालन करें। इसका मतलब है कि जब खांसते या छींकते हैं मुंह और नाक को ढंक लें।क्यों? बूंदों से वायरस फैलता है। अच्छी श्वसन स्वच्छता का पालन करके, आप अपने आसपास के लोगों को सर्दी, फ्लू और सीओवीआईडी -19 जैसे वायरस से बचाते हैं।
हाथ कई जगहों को छूते हैं और वायरस लगने का खतरा रहता है। एक बार दूषित होने पर, हाथ वायरस को आपकी आंखों, नाक या मुंह में स्थानांतरित कर सकते हैं। वहां से, वायरस आपके शरीर में प्रवेश कर सकता है और आपको संक्रमित कर सकता है।
व्यापक सामुदायिक प्रसारण और विशेष रूप से जहां शारीरिक दूरी को बनाए नहीं रखा जा सकता है, वहां सरकारों को आम जनता को फैब्रिक मास्क पहनने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए। क्यों? COVID-19 के खिलाफ लड़ाई के लिए एक व्यापक दृष्टिकोण में मास्क एक महत्वपूर्ण उपकरण है। "
जहां लोग भीड़ में एक साथ आते हैं, आपको COVID-19 वाले किसी व्यक्ति के निकट संपर्क में आने की अधिक संभावना है और 1 मीटर (3 फीट) की दूरी बनाए रखना बहुत मुश्किल है।
अगर आप संक्रमित हैं तो जब तक आप ठीक नहीं होते हैं, तब तक खांसी, सिरदर्द, हल्का बुखार जैसे मामूली लक्षणों के साथ भी घर में रहें। क्या कोई आपके लिए सामान लाता है। यदि आपको अपना घर छोड़ने की आवश्यकता है, तो दूसरों को संक्रमित करने से बचने के लिए मास्क पहनें। क्यों? दूसरों के साथ संपर्क से बचने से संभव COVID -19 और अन्य वायरस से उनकी रक्षा होगी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश के पांच जनपद लखनऊ, मेरठ, गोरखपुर, प्रयागराज, सहारनपुर और मुजफ्फरनगर में बढ़ते संक्रमण की दर और मौत पर चिंता जाहिर की है। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग को कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग बढ़ाने की बात कही है।
अमेरिका, ब्राजील जैसे देशों में कोरोना मामले और मौत के आंकड़ों में कमी आई है। भारत ही एक मात्र देश है जहां कोरोना महामारी सबसे तेजी से बढ़ रही है। हालांकि कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित देशों की लिस्ट में अमेरिका पहले पायदान पर है।
अमेरिका में पिछले 24 घंटों में 36 हजार से ज्यादा नए केस आए हैं। वहीं ब्राजील में 24 घंटे में 34 हजार से ज्यादा मामले आए हैं। दुनिया में कोरोना मामलों में नंबर-2 स्थान पर पहुंच चुके भारत में हर दिन सबसे ज्यादा केस सामने आ रहे हैं।
भारत दुनिया में सबसे ज्यादा संक्रमितों के मामले में दूसरे नंबर पर है. यही नहीं सबसे ज्यादा मौत के मामले में तीसरे नंबर पर है. साथ ही भारत ऐसा दूसरा देश है जहां सबसे ज्यादा एक्टिव केस हैं।
दुनिया के 213 देशों में फैल चुके कोरोना वायरस का प्रकोप अब भी थमता नहीं दिख रहा है. हर दिन दो लाख से ज्यादा नए मामले सामने आ रहे हैं. तीन करोड़ के करीब लोग महामारी से संक्रमित हो चुके हैं. राहत की बात ये है कि इनमें से दो करोड़ से ज्यादा लोग ठीक भी हुए हैं. पिछले 24 घंटों में दुनिया में 2.75 लाख नए मामले सामने आए हैं और 5942 लोगों की जान चली गई है।