CBSE Board Result 2020: अगले सत्र से कम होगा एक-तिहाई सिलेबस, बोर्ड ने किया है ये फैसला
परिणाम कभी भी 15 जुलाई तक जारी किए जाएंगे। जाहिर तौर पर जुलाई के इसी सप्ताह में परिणाम किसी भी समय आ सकते हैं। उन सभी स्टूडेंट्स का भी रिजल्ट जारी किया जाएगा जिन्होंने केवल 2 या 3 एग्जाम दिए थे।

COVID19 के कारण लागू किए गए लॉकडाउन के दौरान खराब हुए अकादमिक टाइम की भरपाई के लिए बोर्ड ने अब अगले सत्र के लिए सिलेबस कम करने का फैसला किया है। राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (NCERT) ने पाठ्यक्रम को कम करने में CBSE की सहायता की है। सिलेबस में से कोई पूरा चैप्टर को हटाने के बजाय, बोर्ड ने NCERT से उन टॉपिक्स के बारे में सुझाव देने के लिए कहा जो या तो दोहराए गए या किसी दूसरे चैप्टर में कवर हो गए हैं। इस तरह पूरा चैप्टर हटाने के बजाय केवल टॉपिक्स को कम करके सिलेबस को कम करने की योजना बनाई जा रही है।
CBSE 10th, 12th Result 2020 Date & Time: Check here
बोर्ड द्वारा की गई घोषणा के अनुसार, परिणाम कभी भी 15 जुलाई तक जारी किए जाएंगे। जाहिर तौर पर जुलाई के दूसरे सप्ताह में परिणाम किसी भी समय आ सकते हैं। हालांकि अभी बोर्ड ने आधिकारिक तौर पर दिन और समय का ऐलान नहीं किया है। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड, सीबीएसई से उम्मीद है कि कक्षा 9वीं से 12वीं के लिए विभिन्न स्कूलों के साथ एक कम पाठ्यक्रम शेयर किया जाएगा।
Highlights
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) द्वारा 12वीं कक्षा की बची हुई परीक्षाओं को रद्द कराने के लिए छात्रों के अभिभावक अब सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गए थे। 12वीं के कुछ छात्रों के अभिभावकों ने COVID-19 महामारी के कारण देश में मौजूदा हालात को देखते हुए परीक्षाओं के आयोजन को छात्रों के लिए खतरा बताया और उच्चतम न्यायालय में याचिका दाखिल की थी। कोर्ट में मामला आने के बाद बोर्ड ने अब परीक्षाएं रद्द कर दी हैं और रिजल्ट जारी करने की तैयारियां शुरू कर दी हैं।
सीबीएसई बोर्ड 10वीं और 12वीं क्लास के छात्रों से कुछ लोग छात्रों के नंबर बढ़ाने के लिए पैसे मांग रहे हैं और अपना अकाउंट नंबर भी दे रहे हैं। बोर्ड ने अभिभावकों को ऐसे जालसाजों से बचने के लिए आगाह किया है।
जारी डॉक्यूमेंट में कहा गया है कि बोर्ड परीक्षा में शिक्षक द्वारा पढ़ाए गए विषयों का मूल्यांकन किया जा सकता है, वहीं स्कूल के इंटर्नल एग्जॉम्स में सेल्फ स्टडी के टॉपिक्स को कवर किया जा सकता है। सीबीएसई छात्र के आंतरिक मूल्यांकन के लिए प्रत्येक विषय में 20 अंक निर्धारित करता है।
इतिहास में औद्योगिकीकरण; गणित में ट्राएंगल और फ्रस्ट्रम का क्षेत्रफल; और विज्ञान में, धातुओं और अधातुओं के भौतिक गुण, और 'टिंडल प्रभाव' उन टॉपिक्स और विषयों में से हैं जिनका अगले साल कक्षा 10 के बोर्ड परीक्षा में मूल्यांकन में शामिल नहीं किया जाएगा क्योंकि इन्हें राष्ट्रीय शैक्षिक परिषद द्वारा "सेल्फ स्टडी, असाइनमेंट या प्रोजेक्ट" के माध्यम से कवर किया जाएगा।
- जिन्होंने 3 से ज़्यादा परीक्षा दी हैं, उन्हें बेस्ट ऑफ 3 के एवरेज से बचे हुए विषय के अंक मिलेंगे - जिन्होंने 3 परीक्षा दी हैं, उन्हें बेस्ट ऑफ 2 का औसत तथा - जिन्होंने 1 या 2 ही परीक्षा दी हैं, उनके इंटरर्नल के नंबर तथा प्रैक्टिकल के स्कोर का औसत।
CBSE बोर्ड 10वीं और 12वीं की परीक्षाओं का रिजल्ट 15 जुलाई तक जारी कर देगा। CBSE मामले में याचिकाकर्ता के वकील सवाल किया कि 12वीं के बच्चों को दोबारा परीक्षा का मौका कब मिलेगा, इसे भी स्पष्ट किया जाए। हालाांकि इस बिंदु पर अभी स्पष्टता नहीं दी गई है।
ओडिशा कैडर के 1990 बैच के IAS मनोज आहूजा को CBSE के नए चेयरमैन के पद पर नियुक्त किया गया है। उन्होंने IAS अनीता करवाल की जगह ली। इससे पहले, वह लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासन अकादमी में विशेष निदेशक थे।
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (Central Board of Secondary Education, CBSE) ने 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षा, परिणाम को लेकर 'फर्जी खबर' फैलाने की कोशिश करने वालों पर एफआईआर दर्ज करने की बात कही है। इस संबंध में बोड ने अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर नोटिस भी जारी की है जिसमें पूरी जानकारी मौजूद है।
बोर्ड ने अफवाहों से गुमराह होने से बचने के लिए, सभी छात्रों और अभिभावकों को सुझाव दिया है कि वे केवल बोर्ड द्वारा आधिकारिक घोषणाओं पर भरोसा करें जो बोर्ड की वेबसाइट पर किए गए हैं। किसी भी अन्य स्रोत से प्राप्त जानकारी पर छात्र भरोसा न करें।
कोरोनावायरस महामारी के दौरान छात्रों की पढ़ाई के बारे में बताते हुए HRD मंत्री ऑनलाइन शिक्षा पर जोर देते रहे हैं। वहीं जो छात्र इंटरनेट के जरिए पढ़ाई नहीं कर सकते हैं उन्हें दूरदर्शन और रेडियो के उपयोग द्वारा उन छात्रों को भी शिक्षा ग्रहण करने का अवसर मिलेगा।
CBSE बोर्ड ने चेतावनी दी है कि अगर छात्रों या अभिभावकों से नंबर बढ़ाने के पैसे मांगे जाते हैं और उन्हें पैसे दिए जाते हैं तो ऐसे में छात्र या अभिभावक की भी गलती मानी जाएगी। बोर्ड किसी भी तरह से इसका जिम्मेदार नहीं होगा।
- सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों और एक साथ कम से कम उपस्थिति के लिए, स्कूल दो शिफ्ट में होगा।- शिक्षकों को मास्क के साथ दस्ताने पहनना भी जरूरी होगा।- स्कूलों में थर्मल स्कैनर लगाए जाएंगे।- क्लास में केवल तीन सीट वाले डेस्क पर दो छात्र ही बैठेंगे।
CBSE बोर्ड 10वीं और 12वीं की परीक्षाओं का रिजल्ट 15 जुलाई तक जारी कर देगा। CBSE मामले में याचिकाकर्ता के वकील सवाल किया कि 12वीं के बच्चों को दोबारा परीक्षा का मौका कब मिलेगा, इसे भी स्पष्ट किया जाए। हालाांकि इस बिंदु पर अभी स्पष्टता नहीं दी गई है।
जिन्होंने 3 से ज़्यादा परीक्षा दी हैं- बेस्ट ऑफ 3 के एवरेज से बचे हुए विषय के अंक- जिन्होंने 3 परीक्षा दी हैं- बेस्ट ऑफ 2 का औसत- जिन्होंने 1 या 2 ही परीक्षा दी हैं- उनके अंक और आंतरिक मूल्यांकन/प्रैक्टिकल का औसत।
COVID -19 के कारण मौजुदा हालात को ध्यान में रखते हुए, बोर्ड के सक्षम प्राधिकारी ने उचित विचार के बाद, सभी श्रेणियों के लिए ऑनलाइन आवेदन जमा करने की अवधि 31 जुलाई 2020 तक बढ़ाने के लिए मंजूरी दे दी है।
देश अब लॉकडाउन से अनलॉक की तरह बढ़ रहा है, जिससे काफी समय से रुकी हुईं प्रक्रियाओं को धीरे-धीरे फिर से शुरू किया जा रहा है। देश में लागू लॉकडाउन के कारण अंतिम तिथि को 30 अप्रैल तक बढ़ा दिया गया था और दूसरी बार समय सीमा को आगे बढ़ाकर 30 जून तक किया गया था।
स्कूलों के पास इससे पहले सीबीएसई से संबद्धता के लिए आवेदन करने का समय 30 जून था। लेकिन कोरोनावायरस के कारण आवेदन की तिथि तीसरी बार बढ़ाकर 31 जुलाई तक कर दी गई है।
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (Central Board of Secondary Education, CBSE) ने स्कूलों से 2020-21 सत्र के लिए बोर्ड से संबद्धता के लिए आवेदन करने की अंतिम तिथि तीसरी बार बढ़ा दी है। स्कूलों के पास इससे पहले सीबीएसई से संबद्धता के लिए आवेदन करने का समय 30 जून था।
सीबीएसई बोर्ड एफिलिएशन के लिए अभी तक अप्लाई न कर पाने वालों को राहत दी है। बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट पर जारी नोटिफिकेशन, जिसमें बोर्ड ने विभिन्न श्रेणियों के तहत आवेदन जमा करने की तिथि बढ़ा दी है।
एक पूरा चैप्टर को हटाने के बजाय, बोर्ड ने NCERT से उन टॉपिक्स के बारे में सुझाव देने के लिए कहा जो या तो दोहराए गए या किसी दूसरे चैप्टर में कवर हो गए हैं। इस तरह पूरा चैप्टर हटाने के बजाय केवल टॉपिक्स को कम करके सिलेबस को कम करने की योजना बनाई जा रही है।
बोर्ड जल्द ही सिलेबस में कटौती का ऐलान करेगा। COVID19 के कारण लागू किए गए लॉकडाउन के दौरान खराब हुए अकादमिक टाइम की भरपाई के लिए ऐसा करना पड़ रहा है। राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (NCERT) ने पाठ्यक्रम को कम करने में CBSE की सहायता की है।
Indianexpress की रिपोर्ट के मुताबिक, केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) अगले साल से कक्षा 10 और 12 की परीक्षा के लिए पाठ्यक्रम में एक तिहाई की कमी करने जा रहा है।
जिन्होंने 3 से ज़्यादा परीक्षा दी हैं- बेस्ट ऑफ 3 के एवरेज से बचे हुए विषय के अंक- जिन्होंने 3 परीक्षा दी हैं- बेस्ट ऑफ 2 का औसत- जिन्होंने 1 या 2 ही परीक्षा दी हैं- उनके अंक और आंतरिक मूल्यांकन/प्रैक्टिकल का औसत।
सीबीएसई बोर्ड ने छात्रों, अभिभावकों और मीडिया को भी इस नोटिफिकेशन के जरिए सूचित किया है कि वे किसी भी अफवाह पर विश्वास न करें और बोर्ड के आधिकारिक हैंडल पर आधिकारिक घोषणाओं की जांच करें।
अफवाहों से गुमराह होने से बचने के लिए, सभी छात्रों और अभिभावकों को सूचित किया जाता है कि वे केवल बोर्ड द्वारा आधिकारिक घोषणाओं पर भरोसा करें जो बोर्ड की वेबसाइट पर किए गए हैं। सभी राज्य बोर्ड ने गलत खबर फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की चेतवानी दी है। छात्र केवल आधिकारिक वेबसाइट पर जानकारी पर ही भरोसा करें।
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड, सीबीएसई से उम्मीद है कि कक्षा 9वीं से 12वीं के लिए विभिन्न स्कूलों के साथ एक कम पाठ्यक्रम शेयर किया जाएगा। नया सिलेबस, अधिकारियों ने शेयर किया है, जो लगभग तैयार है और जल्द ही संबंधित स्कूलों के साथ को भेजा जाएगा।
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड, CBSE ने कहा था कि कक्षा 12 बोर्ड के परिणाम 2020 जुलाई 15, 2020 तक जारी किए जाएंगे। CBSE मामले में याचिकाकर्ता के वकील सवाल किया कि 12वीं के बच्चों को दोबारा परीक्षा का मौका कब मिलेगा, इसे भी स्पष्ट किया जाए। हालाांकि इस बिंदु पर अभी स्पष्टता नहीं दी गई है।
बोर्ड द्वारा की गई घोषणा के अनुसार, परिणाम कभी भी 15 जुलाई तक जारी किए जाएंगे। जाहिर तौर पर जुलाई के दूसरे सप्ताह में परिणाम किसी भी समय आ सकते हैं। हालांकि अभी बोर्ड ने आधिकारिक तौर पर दिन और समय का ऐलान नहीं किया है।
COVID-19 महामारी के मद्देनजर काउंसिल फॉर द इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एग्जामिनेशन (CISCE) बोर्ड ने अगले शैक्षणिक वर्ष में पाठ्यक्रम में 25 प्रतिशत की कमी करने का फैसला किया है।
10वीं कक्षा के छात्रों का रिजल्ट, आंतरिक मूल्यांकन और विषय (सर्वश्रेष्ठ तीन पेपरों) के प्रतिशत आंतरिक मूल्यांकन के आधार तैयार किया जाएगा। वहीं 12वीं के छात्रों का रिजल्ट, सबजेक्ट प्रोजेक्ट और प्रैक्टिकल वर्क के आधार पर तैयार किया जाएगा। इसका मतलब यह है कि छात्रों को उन विषयों में से औसतन तीन प्रतिशत अंक प्राप्त होंगे जिनके लिए बोर्ड परीक्षा आयोजित की गई है।
सूत्रों के मुताबिक एक पूरे चेप्टर को कम करने की सिफारिश करने के बजाय, बोर्ड ने एनसीईआरटी से उन विषयों के बारे में सुझाव देने के लिए कहा जो "या तो दोहराए गए या ओवरलेप्ड हैं या इससे संबंधित चीजों को अन्य अध्यायों के तहत कवर किया जा रहा है। सभी सुझाव सीखने के परिणामों पर आधारित हैं।
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने अगले साल कक्षा 10 और 12 की परीक्षा के लिए पाठ्यक्रम में एक तिहाई की कमी करने की संभावना है। बोर्ड जल्द ही सिलेबस में कटौती की घोषणा करेगा। क्योंकि कोरोनावायर की वजह से लागू किए गए लॉकडाउन की वजह से स्कूल कॉलेज बंद हैं।
काउंसिल फॉर द इंडियन स्कूल सर्टिफिकेशन एग्जामिनेशन (CISCE) ने ISC और ICSE या कक्षा 12वीं और 10वीं की परीक्षा के लिए मार्किगं योजना जारी की है। केंद्रीय शिक्षा बोर्ड का दावा है कि यह फॉर्मूला देश भर के बड़े संस्थानों के विशेषज्ञों (reputed statisticians) द्वारा तैयार किया गया है।
COVID19 के प्रकोप से होने वाले पढ़ाई के नुकसान की भरपाई के लिए सिलेबस में कटौती की घोषणा की गई। CISCE अगले साल ICSE & ISC बोर्ड परीक्षा के सिलेबस को 25% कम करेगा।
अगर कोई छात्र 3 से अधिक परीक्षाओं के लिए उपस्थित हुआ है, तो अन्य विषयों में सर्वश्रेष्ठ तीन विषयों के औसत अंक दिए जाएंगे और सीबीएसई कक्षा 10वीं और 12वीं परिणाम 2020 को घोषित किया जाएगा।
इसके अलावा, छात्र सीबीएसई बोर्ड परिणाम 2020 की जांच के लिए Google खोज इंजन, एसएमएस सेवा, आईवीआरएस सुविधा, एसएमएस आयोजक ऐप और अन्य तरीकों का उपयोग कर सकते हैं।
CBSE बोर्ड 10वीं और 12वीं की परीक्षाओं का रिजल्ट 15 जुलाई तक जारी कर देगा। CBSE मामले में याचिकाकर्ता के वकील सवाल किया कि 12वीं के बच्चों को दोबारा परीक्षा का मौका कब मिलेगा, इसे भी स्पष्ट किया जाए। हालाांकि इस बिंदु पर अभी स्पष्टता नहीं दी गई है।
उम्मीद की जा रही है कि 10वीं औऱ 12वीं बोर्ड परीक्षा 2021 के लिए पाठ्यक्रम में 33% की कमी की जा सकती है। पेपर पैटर्न भी संशोधित होने की उम्मीद है।
अफवाहों से गुमराह होने से बचने के लिए, सभी छात्रों और अभिभावकों को सूचित किया जाता है कि वे केवल बोर्ड द्वारा आधिकारिक घोषणाओं पर भरोसा करें जो बोर्ड की वेबसाइट पर किए गए हैं। सभी राज्य बोर्ड ने गलत खबर फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की चेतवानी दी है। छात्र केवल आधिकारिक वेबसाइट पर जानकारी पर ही भरोसा करें।
सीबीएसई बोर्ड के परीक्षार्थी पूरे देश में हैं। इसकी वजह से परीक्षाएं टलने या नहीं होने से पूरे देश के छात्र-छात्राओं पर इसका प्रभाव पड़ता है। इस बार परीक्षाएं भी नहीं हुईं और पढ़ाई भी पूरी नहीं हो सकी थी।
इस साल दसवीं के 18 लाख और बारहवीं के 12 लाख विद्यार्थियों को अपने नतीजों का इंतजार है। बोर्ड अपने आधिकारिक वेबसाइट पर दसवीं और बारहवीं कक्षा के विद्यार्थियों का रिजल्ट जारी करेगा।
सीबीएसई बोर्ड में पहली बार ऐसे हालात बने कि बिना परीक्षा कराए आंतरिक मूल्यांकन के आधार पर नंबर दिए जाएंगे। कोरोना वायरस महामारी ने सीबीएसई परीक्षा व्यवस्था को बदलने के लिए मजबूर कर दिया।
सीबीएसई बोर्ड ने यह भी साफ किया था कि अब दसवीं और बारहवीं कक्षा की शेष परीक्षाओं का आयोजन नहीं किया जाएगा। इन परीक्षाओं के अंक आंतरिक मूल्यांकन के आधार पर दिए जाएंगे।
सीबीएसई बोर्ड अब बिना परीक्षा के मूल्यांकन योजना के तहत 10वीं और 12वीं के परिणाम घोषित करने की तैयारी कर रहा है। 10वीं के छात्रों को अब उनके बेस्ट परफॉर्मिंग विषयों में मिले मार्क्स के एवरेज के आधार पर बचे विषयों में नंबर दिए जाएंगे जबकि 12वीं के छात्रों की प्रैक्टिकल परीक्षाओं में पर्फामेंस के आधार पर भी मार्किंग की जाएगी।
अफवाहों से गुमराह होने से बचने के लिए, सभी छात्रों और अभिभावकों को सूचित किया जाता है कि वे केवल बोर्ड द्वारा आधिकारिक घोषणाओं पर भरोसा करें जो बोर्ड की वेबसाइट पर किए गए हैं। सभी राज्य बोर्ड ने गलत खबर फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की चेतवानी दी है। छात्र केवल आधिकारिक वेबसाइट पर जानकारी पर ही भरोसा करें।
CBSE बोर्ड यह जानकारी पहले ही दे चुक है कि रिजल्ट 15 जुलाई तक जारी किए जाएंगे। हालांकि, उम्मीद है कि एग्जाम रिजल्ट मंगलवार 07 जुलाई को आधिकारिक वेबसाइट पर जारी किए जा सकते हैं।
यूनिवर्सिटी ग्रांड कमीशन (UGC) ने ग्रेजुएशन/ पोस्ट ग्रेजुएशन के फाइनल ईयर की परीक्षाएं रद्द न करने का फैसला लिया है। आयोग ने माना है कि रिजल्ट जारी करने के लिए ऑनलाइन अथवा ऑफलाइन, किसी भी संभव तरीके से परीक्षाएं आयोजित की जानी चाहिए। पूरी डीटेल्स् जानने के लिए यहां क्लिक करें।
बोर्ड ने यह पहले ही स्पष्ट कर दिया था कि परीक्षाओं के रिजल्ट 06 जुलाई से 15 जुलाई तक जारी किए जाएंगे। परीक्षा में शामिल हुए उम्मीदवार कल से ही अपने रिजल्ट का इंतजार करना शुरू कर देंगे। रिजल्ट 15 जुलाई से पहले ही जारी कर दिए जाएंगे।
परीक्षा रद्द करने के फैसले में बोर्ड ने छात्रों के स्वास्थ्य को प्राथमिकता दी। देशभर में तेजी से बढ़ रहे कोरोना संक्रमण को देखते हुए बोर्ड ने यह पाया कि परीक्षा देने में बच्चों को संक्रमित होने का खतरा उठाना पड़ सकता है। इस कारण सभी तैयारियों के बावजूद परीक्षा रद्द करने का फैसला लिया गया।
यदि CBSE द्वारा यह निर्णय अमल में लाया जाता है, तो इसका मतलब यह होगा कि अगले साल होने वाली बोर्ड परीक्षा उन विषयों और टॉपिक्स पर छात्रों का मूल्यांकन नहीं किया जाएगा, जिन्हें उन्होंने सेल्फ स्टडी, असाइनमेंट और प्रोजेक्ट्स के माध्यम से कवर किया है। NCERT के सूत्रों के अनुसार, दस्तावेज के मसौदे पर अभी भी चर्चा चल रही है और इसमें और बदलाव हो सकते हैं।