CBSE Board: तो क्या अब नहीं होंगे सीबीएसई बोर्ड की 10वीं के एग्जाम, और 12वीं का क्या?
CBSE बोर्ड की तरफ से जानकारी मिली की 12वीं की परीक्षाएं बोर्ड जल्द आयोजित करके रिजल्ट जारी करेगा क्योंकि 12वीं के रिजल्ट की मदद से छात्र कॉलेजों में प्रवेश लेते हैं तथा विदेशों में पढ़ाई जारी रखते हैं।

CBSE बोर्ड परीक्षा में शामिल हुए छात्र अभी भी इस बात को लेकर संशय में हैं कि उनकी परीक्षाएं कब पूरी होंगी और कब परीक्षा का रिजल्ट जारी होगा। बोर्ड के सामने भी समस्या भी है कि उसे समय से सेशन पूरा करना है और रिजल्ट जारी करना है। देशव्यापी लॉकडाउन के कारण इस अकादमिक सेशन में बोर्ड और छात्रों दोनो को ही काफी समस्याओं का सामना करना पड़ा है। बोर्ड ने यह पहले ही स्पष्ट कर दिया था कि 10वीं के बचे हुए विषयों की परीक्षाएं अब आयोजित नहीं की जाएंगी तथा केवल दिल्ली के हिंसा प्रभावित इलाकों में रद्द हुई 10वीं की परीक्षाएं ही दोबारा आयोजित होंगी।
CBSE Board Class 10, 12 Remaining Exam Date 2020: Check Here
केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक के साथ हुई राज्य के मंत्रियों की बैठक के बाद CBSE बोर्ड की तरफ से जानकारी मिली की 12वीं की परीक्षाएं बोर्ड जल्द आयोजित करके रिजल्ट जारी करेगा क्योंकि 12वीं के रिजल्ट की मदद से छात्र कॉलेजों में प्रवेश लेते हैं तथा विदेशों में पढ़ाई जारी रखते हैं। परीक्षा की तिथियों पर जल्द कोई जानकारी जारी हो सकती है। किसी भी ताजा अपडेट के लिए उम्मीदवार हमारे साथ बने रहें।
Highlights
सीबीएसई और फिट इंडिया, सरकार का प्रमुख फिटनेस आंदोलन, COVID-19 महामारी के कारण देश भर में लॉकडाउन के दूसरे चरण में फिट रहने के लिए बुधवार से स्कूली छात्रों के लिए लाइव फिटनेस सेशन शुरू की है।
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (Central Board of Secondary Education, CBSE) ने 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षा, परिणाम को लेकर 'फर्जी खबर' फैलाने की कोशिश करने वालों पर एफआईआर दर्ज करने की बात कही है। इस संबंध में बोड ने अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर नोटिस भी जारी की है जिसमें पूरी जानकारी मौजूद है।
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने माध्यमिक और उच्चतर माध्यमिक स्कूलों के लिए करिकुलम जारी कर दिया है। बोर्ड ने अपनी अधिसूचना में कहा है कि कोरोनोवायरस महामारी के चलते स्कूलों को बंद करने के कारण शैक्षणिक सत्र 2020-21 में हुई अनुदेशात्मक समय की संभावित हानि पर विचार किया जाएगा। इसका नोटिस जल्द की आधिकारिक वेबसाइट पर भी जारी किया जाएगा।
बोर्ड ने इससे पहले 24 मार्च को पहले चरण में लॉकडाउन की घोषणा करने से पहले कक्षा 10 और कक्षा 12 के दोनों छात्रों की लंबित परीक्षाओं को स्थगित कर दिया था।
एनसीईआरटी का वैकल्पिक शैक्षणिक कैलेंडर, जिसका उल्लेख केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल 'निशंक' ने भी किया था, में कहीं भी इस बात का उल्लेख नहीं है कि किसी भी वर्ग के लिए पाठ्यक्रम कम किया गया है।
लॉकडाउन के दौरान शिक्षा व्यवस्था बुरी तरह प्रभावित हुई है, लेकिन सीबीएसई बोर्ड समेत अन्य कई बोर्ड ने इससे निपटने के लिए ई-लर्निंग का तरीका निकाला है। ई-लर्निंग के जरिए छात्र अपने घरों में रहकर भी आगे की पढ़ाई जारी रख सकते हैं।
बता दें कि नॉर्थ ईस्ट दिल्ली के हिंसा प्रभावित इलाकों में रद्द हुई परीक्षाएं बोर्ड दोबारा आयोजित करेगा मगर बाकी देश में 10वीं की बची हुई परीक्षाएं आयोजित नहीं की जाएंगी।
CBSE Board Class 10, 12 Remaining Exam Date 2020: 10 दिन पहले मिल जाएगी जानकारीबोर्ड निदेशक ने यह भी कहा कि परीक्षा आयोजित किए जाने से 10 दिन पहले छात्रों को सूचित कर दिया जाएगा ताकि वे अपनी तैयारी कर लें। छात्रों को सुझाव है कि वे आधिकारिक वेबसाइट पर किसी भी नोटिस के लिए नज़र बनाकर रखें।
बोर्ड ने पहले ही यह स्पष्ट कर दिया था कि उत्तरी दिल्ली में फैली सांप्रदायिक हिंसा के चलते जहां परीक्षाएं नहीं हो सकी हैं वहां अब सभी विषयों की परीक्षाएं कराने के बजाय केवल जरूरी विषयों की परीक्षाएं कराई जाएंगी। बोर्ड ने इसके संबंध में 29 विषयों की लिस्ट भी जारी की है। परीक्षा की तिथियों की घोषणा जल्द की जाएगी।
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (Central Board of Secondary Education, CBSE) ने 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षा, परिणाम को लेकर 'फर्जी खबर' फैलाने की कोशिश करने वालों पर एफआईआर दर्ज करने की बात कही है। इस संबंध में बोड ने अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर नोटिस भी जारी की है जिसमें पूरी जानकारी मौजूद है।
सीबीएसई बोर्ड ने छात्रों, अभिभावकों और मीडिया को भी इस नोटिफिकेशन के जरिए सूचित किया है कि वे ऐसी अफवाहों पर विश्वास न करें और बोर्ड के आधिकारिक हैंडल पर आधिकारिक घोषणाओं की जांच करें।
कोरोनावायरस महामारी के चलते पैदा हुई स्थिति को ध्यान में रखते हुए विदेशों में 10वीं और 12वीं कक्षाओं की लंबित परीक्षाएं नहीं आयोजित की जाएंगी। 9वीं और 11वीं क्लास के स्टूडेंट्स को प्रोजेक्ट्स, टेस्ट, टर्म एग्जाम आदि के आधार पर पास करने के लिए कहा गया है।
बोर्ड परीक्षाओं के रिजल्ट जारी होने में ज्यादा समय नहीं है। CBSE बोर्ड पहले ही कह चुका है कि बचे हुए सभी विषयों की परीक्षा नहीं ली जाएगी बल्कि केवल महत्वपूर्ण विषयों की परीक्षा आयोजित कराकर रिजल्ट जारी कर दिए जाएंगे। इसका अर्थ है कि बोर्ड ज्यादा समय नहीं लगाने वाला है।
सीबीएसई ने इस वर्ष कक्षा 10 सीबीएसई बोर्ड परीक्षा आयोजित करने से स्पष्ट रूप से मना कर दिया है। इसलिए, छात्रों को उनके आंतरिक मूल्यांकन के अंकों के आधार पर अगली कक्षा में पदोन्नत किया जाएगा।
इस सेशन से जुड़ने जा रहा है ये नया सब्जेक्टकेंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) कक्षा 11वीं और 12वीं के छात्रों के लिए शैक्षणिक वर्ष 2021 से एक वैकल्पिक पाठ्यक्रम के रूप में एक नया विषय ‘Applied Mathematics’ लाने जा रहा है। इस संबंध में बोर्ड ने आधिकारिक सूचना भी आधिकारिक वेबसाइट पर जारी की है।
सीबीएसई सचिव अनुराग त्रिपाठी ने कक्षा 12 वीं की सीबीएसई बोर्ड परीक्षा के बारे में कहा कि, "दुनिया कोरोनोवायरस प्रकोप के खिलाफ लड़ाई लड़ रही है, जिसमें सीबीएसई बोर्ड और संबंधित लोग भी शामिल हैं। हम सभी लॉकडाउन में फंसे हुए हैं। माता-पिता को घबराना नहीं चाहिए और अपने बच्चों को सेल्फ स्टडी करने देना चाहिए। एक बार स्थिति बेहतर हो जाएगी तो फैसला लिया जाएगा”
कोरोनावायरस महामारी के चलते पैदा हुई स्थिति को ध्यान में रखते हुए केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) विदेशों में 10वीं और 12वीं कक्षाओं की लंबित परीक्षाएं नहीं लेगा। सीबीएसई के सचिव अनुराग त्रिपाठी ने कहा, ‘‘25 देशों में कई सीबीएसई स्कूल स्थित हैं।
CBSE ने स्कूलों को सलाह दी है कि वे पाठ्यक्रम में बदलाव न करें ताकि छात्रों के सीखने के स्तर के आकलन पर प्रभाव न पड़े। बोर्ड ने जारी नोटिफिकेशन में कहा, “यह देखा गया है कि पाठ्यक्रम के कोई भी बदलाव छात्र के सीखने के स्तर के मूल्यांकन और बोर्ड परीक्षाओं की तैयारी को गंभीरता से प्रभावित कर सकता है। कृपया ध्यान दें कि मूल्यांकन वर्तमान शैक्षणिक वर्ष के लिए दिए गए पाठ्यक्रम के अनुसार ही किया जाएगा।”
भारत में नॉवेल कोरोना वायरस COVID-19 प्रकोप से बचाव के तौर पर लॉकडाउन लागू है, जो अब 17 मई 2020 तक रहेगा। लॉकडाउन के दौरान सभी को अपने-अपने घरों में रहने के लिए कहा गया है इसलिए 17 मई तक कोई परीक्षा आयोजिन होना मुमकिन नहीं है।
बोर्ड ने निर्णय लिया कि वह अपनी कुछ वार्षिक बोर्ड परीक्षाओं का आयोजन नहीं करेगा, जो कोरोनावायरस महामारी और राष्ट्रीय लॉकडाउन द्वारा बाधित हो गई हैं। परीक्षा केवल 29 प्रमुख पत्रों पर आयोजित की जाएगी जो आगे प्रोमेशन के लिए आवश्यक है और शायद उच्च शिक्षण संस्थानों में प्रवेश के लिए महत्वपूर्ण हैं।
एक्सपर्ट्स की माने तो अगर CBSE बोर्ड के बचे बाकी एग्जाम अप्रैल या मई महीने में ही करा लिए जाते हैं तो CBSE Board Exam Result 2020 मई में जारी होने की पूरी संभावना है।
अनुमान लगाया जा रहा है कि सीबीएसई यह सिलेबस ट्रिम करने के लिए चुन सकता है, क्योंकि लॉकडाउन आसान होने के बाद बोर्ड पहले ही नए शैक्षणिक सत्र में आ जाएगा। नए सत्र के अकादमिक कैलेंडर को बनाए रखने और वर्तमान शैक्षणिक सत्र की गतिविधियों के साथ आने के लिए, बोर्ड पाठ्यक्रम को छोटा कर सकता है; लेकिन बोर्ड को अभी इस बारे में कोई जानकारी नहीं है।
एनसीईआरटी का वैकल्पिक शैक्षणिक कैलेंडर, जिसका उल्लेख केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल 'निशंक' ने भी किया था, में कहीं भी इस बात का उल्लेख नहीं है कि किसी भी वर्ग के लिए पाठ्यक्रम कम किया गया है।
भारत में नॉवेल कोरोना वायरस COVID-19 प्रकोप से बचाव के तौर पर लॉकडाउन की अवधि अब 03 मई 2020 से आगे बढ़ाकर 17 मई तक कर दिया गया है। लॉकडाउन के दौरान सभी को अपने-अपने घरों में रहने के लिए कहा गया है इसलिए बोर्ड 12वीं परीक्षा परिणाम को लेकर जल्द ही कोई जरूरी घोषणा कर सकता है। क्योंकि फिलहाल 12वीं के कुछ महत्वपूर्ण विषयों की परीक्षा होनी थी, जिनके बारे में विचार विमर्श चल रहा है।
भारत में नॉवेल कोरोना वायरस COVID-19 प्रकोप से बचाव के तौर पर लॉकडाउन की अवधि अब 03 मई 2020 से आगे बढ़ाकर 17 मई तक कर दिया गया है। लॉकडाउन के दौरान सभी को अपने-अपने घरों में रहने के लिए कहा गया है इसलिए बोर्ड 12वीं परीक्षा परिणाम को लेकर जल्द ही कोई जरूरी घोषणा कर सकता है। क्योंकि फिलहाल 12वीं के कुछ महत्वपूर्ण विषयों की परीक्षा होनी थी, जिनके बारे में विचार विमर्श चल रहा है।
सीबीएसई सचिव अनुराग त्रिपाठी ने कक्षा 12 वीं की सीबीएसई बोर्ड परीक्षा के बारे में कहा कि, "दुनिया कोरोनोवायरस प्रकोप के खिलाफ लड़ाई लड़ रही है, जिसमें सीबीएसई बोर्ड और संबंधित लोग भी शामिल हैं। हम सभी लॉकडाउन में फंसे हुए हैं। माता-पिता को घबराना नहीं चाहिए और अपने बच्चों को सेल्फ स्टडी करने देना चाहिए। एक बार स्थिति बेहतर हो जाएगी तो फैसला लिया जाएगा”12वीं बोर्ड एग्जाम के बारे में अधिकारी ने दी ये जानकारी
सीबीएसई सचिव अनुराग त्रिपाठी ने कहा है, "चूंकि कक्षा 10 की बोर्ड परीक्षा के मामूली विषय लंबित थे, इसलिए इसे रद्द किया जा सकता है।"
सीबीएसई ने इस वर्ष कक्षा 10 सीबीएसई बोर्ड परीक्षा आयोजित करने से स्पष्ट रूप से मना कर दिया है। इसलिए, छात्रों को उनके आंतरिक मूल्यांकन के अंकों के आधार पर अगली कक्षा में पदोन्नत किया जाएगा।
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (Central Board of Secondary Education, CBSE) ने 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षा, परिणाम को लेकर 'फर्जी खबर' फैलाने की कोशिश करने वालों पर एफआईआर दर्ज करने की बात कही है। इस संबंध में बोड ने अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर नोटिस भी जारी की है जिसमें पूरी जानकारी मौजूद है।
CBSE बोर्ड की 12वीं की कुछ परीक्षाएं अभी बाकी हैं जिनके बाद ही बोर्ड रिजल्ट जारी कर सकता है। ऐसे में लॉकडाउन के चलते बोर्ड न ही परीक्षा आयोजित कर पा रहा है और न ही उससे पहले रिजल्ट जारी किया जा सकता है। परीक्षा की तिथि के संबंध में जानकारी जल्द जारी की जानी है।
बोर्ड ने पहले ही यह स्पष्ट कर दिया था कि उत्तरी दिल्ली में फैली सांप्रदायिक हिंसा के चलते जहां परीक्षाएं नहीं हो सकी हैं वहां अब सभी विषयों की परीक्षाएं कराने के बजाय केवल जरूरी विषयों की परीक्षाएं कराई जाएंगी। बोर्ड ने इसके संबंध में 29 विषयों की लिस्ट भी जारी की है। परीक्षा की तिथियों की घोषणा जल्द की जाएगी।
उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने बोर्ड परीक्षाओं के रिजल्ट के संदर्भ में कहा कि उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट बोर्ड परीक्षा की उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन 04 मई से शुरू किया जाएगा। लॉकडाउन खत्म होते ही कॉपियों की चेकिंग का काम शुरू हो जाएगा जिससे यह उम्मीद लगाई जा सकती है कि मई के अंत तक ही बोर्ड की परीक्षाओं के रिजल्ट जारी हो जाएंगे।
बोर्ड निदेशक ने यह भी कहा कि परीक्षा आयोजित किए जाने से 10 दिन पहले छात्रों को सूचित कर दिया जाएगा ताकि वे अपनी तैयारी कर लें। छात्रों को सुझाव है कि वे आधिकारिक वेबसाइट पर किसी भी नोटिस के लिए नज़र बनाकर रखें।
बोर्ड ने 10वीं की परीक्षाएं रद्द करने के संबंध में 01 अप्रैल को ही सर्कुलर जारी कर दिया था जिसमें यह जानकारी दी गई थी की 10वीं के बचे हुए विषयों की परीक्षाएं आयोजित नहीं की जाएंगी। बोर्ड निदेशक अनुराग ठाकुर ने आज मीडिया के सामने यह बात दोबारा दोहराई।
बता दें कि नॉर्थ ईस्ट दिल्ली के हिंसा प्रभावित इलाकों में रद्द हुई परीक्षाएं बोर्ड दोबारा आयोजित करेगा मगर बाकी देश में 10वीं की बची हुई परीक्षाएं आयोजित नहीं की जाएंगी।
बोर्ड ने यह साफ कर दिया है कि 10वीं की बची हुई परीक्षाएं आयोजित नहीं की जाएंगी तथा छात्रों के रिजल्ट इंटर्नल मार्क्स के आधार पर ही तैयार कर दिए जाएंगे। मगर 12वीं की परीक्षाओं को लेकर अभी संशय बरकरार है। बोर्ड का कहना है कि 12वीं के नंबर आगे कॉलेजों में एडमिशन तथा विदेशों में पढ़ाई के लिए जरूरी होते हैं, इसलिए लॉकडाउन खुलने के बाद 12वीं परीक्षाएं कराई जा सकती हैं।
नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) ने विभिन्न प्रवेश परीक्षाओं के लिए चल रही आवेदन प्रक्रिया की अंतिम तिथि पहले ही बढ़ा दी है। इसलिए बोर्ड रिजल्ट के बाद एंट्रेस एग्जाम में शामिल होने वाले छात्रों को ज्यादा परेशान नहीं होगी।
पुन: परीक्षा शुरू होने से लगभग 10 दिन पहले बोर्ड सभी छात्रों को इसके संबंध में सूचना जारी कर देगा। परीक्षा की तिथि तथा अन्य जानकारियां बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट पर जारी की जाएंगी। लॉकडाउन की अवधि अब बढ़कर 03 मई हो गई है, ऐसे में बोर्ड ने परीक्षा की किसी नई डेट की घोषणा नहीं की है।
कोरोनोवायरस महामारी के कारण देशभर में लागू लॉकडाउन के चलते बोर्ड ऑफ एजुकेशन, हरियाणा ने शिक्षकों को घर से ही आंसर शीट चेक करने के लिए कहा है। बोर्ड ने राज्य भर में 39 मार्किंग-कम-कलेक्शन सेंटर स्थापित किए हैं। इस प्रकार कॉपियों की चेकिंग का काम जल्द पूरा हो सकेगा और समय से बोर्ड परीक्षा के छात्रों का रिजल्ट जारी किया जा सकेगा।
बोर्ड ने अफवाहों से गुमराह होने से बचने के लिए, सभी छात्रों और अभिभावकों को सुझाव दिया है कि वे केवल बोर्ड द्वारा आधिकारिक घोषणाओं पर भरोसा करें जो बोर्ड की वेबसाइट पर किए गए हैं। किसी भी अन्य स्रोत से प्राप्त जानकारी पर छात्र भरोसा न करें।
बोर्ड ने यह स्पष्ट कर दिया है कि उत्तरी दिल्ली में फैली सांप्रदायिक हिंसा के चलते जिन इलाकों में परीक्षाएं नहीं हो सकी हैं वहां अब सभी विषयों की परीक्षाएं कराने के बजाय केवल जरूरी विषयों की परीक्षाएं कराई जाएंगी। बोर्ड ने इसके संबंध में 29 विषयों की लिस्ट भी जारी की है। परीक्षा की तिथियों की घोषणा लॉकडाउन खत्म होने के बाद की जा सकती है।
बोर्ड परीक्षाओं के रिजल्ट जारी होने में ज्यादा समय नहीं है। CBSE बोर्ड पहले ही कह चुका है कि बचे हुए सभी विषयों की परीक्षा नहीं ली जाएगी बल्कि केवल महत्वपूर्ण विषयों की परीक्षा आयोजित कराकर रिजल्ट जारी कर दिए जाएंगे। इसका अर्थ है कि बोर्ड ज्यादा समय नहीं लगाने वाला है।
बोर्ड ने यह स्पष्ट कर दिया है कि उत्तरी दिल्ली में फैली सांप्रदायिक हिंसा के चलते जिन इलाकों में परीक्षाएं नहीं हो सकी हैं वहां अब सभी विषयों की परीक्षाएं कराने के बजाय केवल जरूरी विषयों की परीक्षाएं कराई जाएंगी। बोर्ड ने इसके संबंध में 29 विषयों की लिस्ट भी जारी की है। परीक्षा की तिथियों की घोषणा लॉकडाउन खत्म होने के बाद की जा सकती है।
पुन: परीक्षा शुरू होने से लगभग 10 दिन पहले बोर्ड सभी छात्रों को इसके संबंध में सूचना जारी कर देगा। परीक्षा की तिथि तथा अन्य जानकारियां बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट पर जारी की जाएंगी। लॉकडाउन की अवधि अब बढ़कर 03 मई हो गई है, ऐसे में बोर्ड ने परीक्षा की किसी नई डेट की घोषणा नहीं की है।
दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने मंगलवार को केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक को सुझाव दिया कि देशव्यापी लॉकडाउन के कारण कक्षा 10 और 12 की बोर्ड परीक्षा आयोजित करना संभव नहीं है, इसलिए छात्रों को इंटर्नल परीक्षाओं के नंबरों के आधार पर ही प्रोमोट कर दिया जाए। उन्होंने मानव संसाधन विकास (एचआरडी) मंत्री की अध्यक्षता में राज्य के शिक्षा मंत्रियों की बैठक के दौरान ये सिफारिशें कीं।
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) देशव्यापी लॉकडाउन खत्म होने के लगभग 10 दिनों बाद बची हुई बोर्ड परीक्षाएं आयोजित करने के लिए तैयार है। राज्य के शिक्षा मंत्रियों को केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल के साथ मंगलवार को हुई एक बैठक में कॉपियों की चेकिंग शुरू करने के निर्देश दिए गए थे। केन्द्रीय मंत्री को सुझाव दिया गया कि कक्षा 10 और 12 के छात्रों को इंटर्नल के नंबरों के आधार पर ही प्रोमोट किया जाए।
बोर्ड ने जारी सर्कुलर में कहा, “यह देखा गया है कि मौजूदा गणित का पाठ्यक्रम साइंस स्ट्रीम की पढ़ाई के साथ तो ठीक है मगर विश्वविद्यालय शिक्षा में कॉमर्स या सोशल साइंस आधारित विषयों के साथ नहीं।”
कोरोनावायरस महामारी के चलते पैदा हुई स्थिति को ध्यान में रखते हुए केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) विदेशों में 10वीं और 12वीं कक्षाओं की लंबित परीक्षाएं नहीं लेगा। सीबीएसई के सचिव अनुराग त्रिपाठी ने कहा, ‘‘25 देशों में कई सीबीएसई स्कूल स्थित हैं।
नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) ने विभिन्न प्रवेश परीक्षाओं के लिए चल रही आवेदन प्रक्रिया की अंतिम तिथि पहले ही बढ़ा दी है। इसलिए बोर्ड रिजल्ट के बाद एंट्रेस एग्जाम में शामिल होने वाले छात्रों को ज्यादा परेशान नहीं होगी।
दिल्ली सरकारी की ओर से देशव्यापी लॉकडाउन के कारण कक्षा 10 और 12 की बोर्ड परीक्षा आयोजित करना संभव नहीं है, इसलिए छात्रों को इंटर्नल परीक्षाओं के नंबरों के आधार पर ही प्रोमोट किए जाने को लेकर रखा गया था प्रस्ताव।