NEET और JEE के रिजल्ट में छात्रों ने किया ‘खेल’, फिर पैरेंट्स से करा दी शिकायत, पुलिस के पास पहुंचा मामला
करीब 30 छात्रों ने अपनी मार्कशीट व ओएमआर शीट में गड़बड़ी की है। साथ ही, उन्होंने अपने परिजनों से केंद्रीय मानव संसाधन मंत्रालय, स्वास्थ्य मंत्रालय और नैशनल टेस्टिंग एजेंसी से भी शिकायत करा दी।

NEET और JEE एग्जाम की मार्कशीट्स में गड़बड़ी का अजब मामला सामने आया है। बताया जा रहा है कि अपने माता-पिता के गुस्से से बचने के लिए कुछ छात्रों ने मार्कशीट व ओएमआर शीट में ‘खेल’ कर डाला। साथ ही, अपने पैरेंट्स को असली और नकली मार्कशीट के बीच उलझाकर संबंधित अथॉरिटीज से शिकायत भी करवा दी। मामले का खुलासा हुआ तो परिजन फंसते नजर आ रहे हैं और अब यह मामला पुलिस तक पहुंच चुका है।
यह है मामला: बताया जा रहा है कि कुछ पैरेंट्स के गुस्से से बचने के लिए कई छात्रों ने नीट और जेईई प्रवेश परीक्षा की फर्जी मार्कशीट बना डाली। बताया जा रहा है कि उन्होंने अपने पैरेंट्स को ज्यादा नंबर दिखाने के लिए यह हरकत की। मामले की जानकारी मिलने के बाद नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने पुलिस के पास जाने की तैयारी कर ली है।
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इतने बच्चों ने दिखाई करामात: टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, करीब 30 छात्रों ने अपनी मार्कशीट व ओएमआर शीट में गड़बड़ी की है। साथ ही, उन्होंने अपने परिजनों से केंद्रीय मानव संसाधन मंत्रालय, स्वास्थ्य मंत्रालय और नैशनल टेस्टिंग एजेंसी से भी शिकायत करा दी। जांच में सामने आया है कि छात्रों के परिजनों द्वारा पेश की गईं मार्कशीट्स फर्जी हैं। वहीं, एक मामले में तो छात्र ने तीन में से दो सेक्शंस का पर्सेंटाइल स्कोर ही बदल डाला। इसके अलावा उसने नीट में अपनी ओवरऑल रैंक भी चेंज कर दी।
परिजनों ने की यह शिकायत: बताया जा रहा है कि परिजनों को बच्चों की ओर से दिखाई गई मार्कशीट और NEET व JEE के असली रिजल्ट में अंतर मिला। ऐसे में उन्होंने एचआरडी, स्वास्थ्य मंत्रालय और नैशनल टेस्टिंग एजेंसी को शिकायती मेल किए। उन्होंने अपनी शिकायत में कहा था कि एक ही छात्र को दो मार्कशीट कैसे जारी की गई हैं।
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ऐसे पकड़ी गई चालाकी: जानकारी के मुताबिक, मानव संसाधन मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया, ‘‘छात्रों ने असली मार्कशीट के क्यूआर कोड को ही नकली मार्कशीट में इस्तेमाल कर लिया था। क्यूआर कोड की स्कैनिंग के दौरान असली रिजल्ट सामने आ गया। उन्होंने बताया कि इसके बाद पुष्टि के लिए आंसर बुक दोबारा चेक कीं, जिससे पता चला कि दूसरा रिजल्ट फेक है।
ओएमआर शीट में भी की धांधली: जांच के दौरान कई ऐसे मामले भी सामने आए, जिसमें छात्रों ने ओएमआर आंसर शीट में भी बदलाव कर दिया। जांच में पता चला कि ऑनलाइन जारी ओएमआर शीट और उनकी ओर से शिकायत के साथ भेजी गई शीट में खासा अंतर है।