1 लाख बिजली का बिल, कर्ज में डूबे दो किसानों ने कर ली खुदकुशी
दिल्ली के टिकरी, गाजीपुर और सिंघू बॉर्डर पर किसान कई महीनों से विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। हालांकि, किसानों ने अब प्रदर्शन स्थल से संख्या कम करके पूरे देश में आंदोलन को तेज करने की रणनीति बनाई है।

उत्तर प्रदेश में 2 किसानों के खुदकुशी किये जाने का मामला सामने आया है। बताया जा रहा है मऊरानीपुर क्षेत्र के गांव लखेश्वर में रहने वाले 55 साल के रामलाल नैकवार ने सोमवार की सुबह ट्रेन के आगे छलांग लगा दी। इस घटना में उनकी मौत हो गई। रिपोर्ट्स के मुताबिक रामलाल नैकवार पर केसीसी का 50 हजारु रुपया बकाया था। इसके अलावा 1 लाख का बिजली बिल भी उन्हें भुगतान करना था। बताया जा रहा है कि ओले की वजह से रामलाल की फसल बर्बाद हो गई थी और इसे लेकर वो काफी तनाव में चल रहे थे।
खराब आर्थिक हालात से जूझ रहे किसान की मौत के बाद यहां के एसडीएम अंकुर श्रीवास्तव ने कहा है कि इस मामले की जांच कराई जाएगी। इसके लिए लेखपाल को मृतक किसान के गांव में भेजा जाएगा। उन्होंने यह भी आश्वासन दिया है कि किसान को आर्थिक सहायता मुहैया कराने का प्रयास भी किया जाएगा।
इधर सोमवार को ही घांघरी में भी राम प्रताप नाम के एक अन्य युवक ने भी आत्महत्या कर ली है। पेशे से किसान राम प्रताप के बारे में बताया जा रहा है कि उसकी फसल खराब हो गई थी और वो इसे लेकर काफी चिंतित था। यह भी कहा जा रहा है कि राम प्रताप पर भी कर्ज था। इस मामले में भी पुलिस ने तफ्तीश की है। आपको याद दिला दें कि रविवार को भी बंगरा में एक किसान के खुदकुशी करने का मामला प्रकाश में आया था।
आपको बता दें कि तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किसान पिछले कई दिनों से दिल्ली के बॉर्डर इलाकों में विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। दिल्ली के टिकरी, गाजीपुर और सिंघू बॉर्डर पर किसान कई महीनों से विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। हालांकि, किसानों ने अब प्रदर्शन स्थल से संख्या कम करके पूरे देश में आंदोलन को तेज करने की रणनीति बनाई है। इसके तहत हर राज्य में किसान पंचायतें आयोजित की जा रही हैं।