मुरादाबाद: कोविड अस्पताल में BJP पार्षद की मौत के बाद व्हाट्सऐप चैट वायरल, लिखा – यहां डॉक्टर नहीं हैं मुझे बचा लीजिए’
अब इस मामले में पार्षद के परिजनों ने थाने में तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी के खिलाफ केस दर्ज कराने की बात कही है।

उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में कोविड अस्पताल में दम तोड़ने वाले भारतीय जनता पार्टी के पार्षद राकेश खरे का कथित व्हाट्सऐप चैट सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। व्हाट्सऐप चैट के स्क्रीनशॉट के बारे में कहा जा रहा है कि यह मैसेज पार्षद ने अपनी मौत से पहले लिखा था। इस चैट में पार्षद ने अस्पताल की खामियों को उजागर करते हुए कहा था कि ‘यहां स्थिति ठीक नहीं है मुझे बचा लो..’
इस मैसेज के जो स्क्रीनशॉट वायरल हुए हैं उसमें लिखा गया है कि ‘अध्यक्ष जी यहां यह स्थिति है कि कोई डॉक्टर नहीं है। यह लोग अपना रिसर्च कर रहे हैं। मुझे अच्छे में ही मार डालेंगे। मुझे बचा लीजिए,आज की रात कठिन है।’ बताया जा रहा है कि इस मैसेज को भेजने के 5 घंटे बाद ही राकेश खरे की मौत हो गई थी।
आपको बता दें कि मुरादाबाद के कटघर के रहने वाले 40 साल के राकेश खरे की तबियत कुछ दिनों पहले अचानक खराब हो गई थी। इसके बाद उन्हें कॉसमास हॉस्पीटल ले जाया गया। इसके बाद 29 अगस्त को उन्हें टीएमयू में भर्ती कराया गया। पार्षद कोरोना पॉजीटिव निकले थे और यहां उनका कोरोना का इलाज किया जा रहा था। बीजेपी पार्षद की 8 सितंबर को मौत हो गई थी।
दावा किया जा रहा है कि जो व्हाट्सऐप चैट वायरल हुआ है वो उनकी मौत से ठीक पहले का है। यह मैसेज उन्होंने बीजेपी महानगर अध्यक्ष धर्मेंद्र नाथ मिश्रा को किया था।
अब इस मामले में पार्षद के परिजनों ने थाने में तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी के खिलाफ केस दर्ज कराने की बात कही है। हालांकि लापरवाही का आरोप लगने के बाद अब अस्पताल प्रशासन की तरफ से इस मामले में सफाई भी आ चुकी है। कोविड सेंटर टीएमयू के प्रभारी वीके सिंह की तरफ से कहा गया है कि ‘लापरवाही का कोई सवाल ही नहीं उठता है। रात भर हमारे पास जो सबसे अच्छी सुविधा मौजूद थी वहीं किया गया। हमने अपनी पूरी कोशिश की लेकिन वो बच नहीं सके।’