उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने के आरोप में यूपी पुलिस ने एक शख्स को गिरफ्तार किया है। आरोपी की पत्नी ने द संडे एक्सप्रेस को बताया कि यूपी पुलिस के सिपाही उसके पति को शनिवार दोपहर पूर्वी दिल्ली के मंडावली फजलपुर स्थित उसके घर से पकड़कर ले गए। आरोपी की पहचान प्रशांत कनौजिया के रूप में हुई है। प्रशांत पर आरोप है कि उसने यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के बारे में कुछ दावे कर रही महिला का वीडियो ट्विटर पर पोस्ट किया था। साथ ही, वीडियो पर आपत्तिजनक टिप्पणी भी की थी। पंकज ने खुद को फ्रीलांस जर्नलिस्ट बताया है।
2 और लोग भी गिरफ्तार: जानकारी के मुताबिक, पंकज द्वारा पोस्ट किए गए वीडियो को नोएडा बेस्ड एक न्यूज चैनल ने ब्रॉडकास्ट किया था, जिसके बाद चैनल के प्रमुख को भी गिरफ्तार कर लिया गया। साथ ही, चैनल के एक संपादक को भी पकड़ लिया गया है। जांच अधिकारी सब-इंस्पेक्टर (एसआई) विजेंद्र मिश्रा ने बताया कि एसआई विकास कुमार की शिकायत पर पंकज कनौजिया के खिलाफ लखनऊ के हजरतगंज थाने में एफआईआर दर्ज की गई है।
National Hindi News, 09 June 2019 LIVE Updates: देश-दुनिया की हर खबर पढ़ने के लिए यहां करें क्लिक
पुलिस ने दी यह जानकारी: लखनऊ के एसएसपी कलानिधि नैथानी ने बताया कि पंकज कनौजिया ने सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। साथ ही, अफवाह फैलाई थी। इसके बाद सबूत के आधार पर कनौजिया को गिरफ्तार कर लिया गया। उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया है। वहीं, वीडियो वाली महिला के बयान को लेकर जांच अधिकारी विजेंद्र ने बताया कि आपत्तिजनक टिप्पणी करने के लिए पंकज के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। ऐसे में उस महिला के बयान लेने की कोई जरूरत नहीं है, जिसका वीडियो आरोपी ने सोशल मीडिया पर अपलोड किया। हालांकि, पुलिस की एक टीम का दावा है कि वह शनिवार सुबह वीडियो वाली महिला के घर गई थी और उसका बयान दर्ज किया।
नोएडा पुलिस ने भी की कार्रवाई: इस मामले में नोएडा पुलिस ने महिला का वीडियो ब्रॉडकास्ट करने के आरोप में एक स्थानीय चैनल नेशन लाइव की प्रमुख इशिता सिंह और चैनल के एक संपादक अनुज शुक्ला को गिरफ्तार किया। उन पर बदनाम करने वाली सामग्री टेलीकास्ट करने का आरोप लगाया गया है। उनके खिलाफ आईपीसी की धारा 505, 501 और 153 के तहत कार्रवाई की गई है। पुलिस का कहना है कि ब्रॉडकास्ट करने से पहले कंटेंट वैरिफाई नहीं किया गया था। इसके अलावा पुलिस का दावा है कि इस चैनल ने लाइसेंस नहीं ले रखा था। ऐसे में उनके खिलाफ धोखाधड़ी और फर्जीवाड़े का केस भी नोएडा फेज-3 थाने में दर्ज किया गया है।

