अंडरवर्ल्ड में कई नाम है, जिन्हें तकरीबन हर कोई जानता है। यहां कुछ नाम ऐसे भी हैं जो बहुत कम चर्चा में रहे, लेकिन उनके बड़े-बड़े अपराध दहशत फैलाने के लिए काफी थे। ऐसा ही एक नाम अंडरवर्ल्ड डॉन सुरेश पुजारी का है। दरअसल, सुरेश पुजारी को 15 अक्टूबर 2021 को फिलीपींस में गिरफ्तार किया गया था। बीते दिनों ही डिपोर्ट करने की प्रक्रिया के बाद सुरेश पुजारी को भारत लाया गया है।
मुंबई के घाटकोपर से अपना धंधा चलाने वाले सुरेश पुजारी ने 90 के दशक में अपराध की शुरुआत की जब कई सारे गैंग्स और माफिया मुंबई में सक्रिय थे। सुरेश पुजारी था ने जबरन वसूली और रंगदारी को अपना धंधा बनाया। शुरुआती दौर में सुरेश पुजारी ने डॉन रवि पुजारी के साथ काम करना शुरू किया था, लेकिन 10 साल पहले ही वह अलग हो गया।
जब वह रवि पुजारी से अलग हुआ और 2011 में अलग गैंग बनाई तो दोनों ने धमकी भरे कॉल करने और जबरन वसूली करने के लिए इलाका बांट लिया था। रवि पुजारी मुंबई शहर देखता तो सुरेश पुजारी ठाणे और उल्लासनगर में अपराध को अंजाम देता था। खास बात यह थी कि सुरेश इन सारी घटनाओं को विदेश में बैठकर अंजाम देता था। क्योंकि साल 2007 में ही उसने पुलिस को चकमा देकर देश छोड़ दिया था। जांच एजेंसियों के मुताबिक वह 2016 से फिलीपींस में रह रहा था।
रवि पुजारी से अलग होने के बाद उसने अपना गैंग बनाया और मुंबई, नवी मुंबई के पब/बार मालिकों से उगाही के लिए फ़ोन करता था। यदि कोई पैसे न देता तो वह उसके ऊपर गोलियां चलवाकर एक धमकी भरा पत्र छोड़ देता था। साल 2016 में इंटरपोल ने उसके नाम का रेड कार्नर नोटिस भी किया था। साथ ही मुंबई पुलिस ने भी साल 2017 व 18 में रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया था।
साल 2018 में उसके गुर्गों ने एक होटल मालिक पर गोली चलाई, जिसमें मालिक तो बच गया पर रिसेप्शन कर्मचारी घायल हो गया। होटल मालिक पर गोली चलवाने के मामले में पुलिस ने तगड़ा एक्शन लिया और सुरेश पुजारी के आधा दर्जन बदमाश गिरफ्तार कर लिए। वहीं, सुरेश पुजारी का नाम तब भी चर्चा में आया था, जब उसने वकील माजिद मेमन पर हमला किया था; जिसके बाद उसे मकोका के तहत गिरफ्तार कर लिया गया था। इसके अलावा उसने एनसीपी नेता जीतेंद्र अव्हद और पप्पू कलानी के बेटे ओमी कलानी को भी धमकाया था।
सुरेश पुजारी का अपराध मुंबई तक ही सीमित नहीं रहा था, उसके खिलाफ कर्नाटक में भी कुछ मामले दर्ज थे। पुजारी पर महाराष्ट्र में 24 मामले दर्ज थे, जिनमें से मुंबई में 15, ठाणे में 7 नवी मुंबई-भायंदर में एक-एक मामला जबरन वसूली और धमकी भरे कॉल से संबंधित था। सुरेश पुजारी स्वास्थ्य कारणों के चलते लंगड़ा कर चलता है। जांच एजेंसियों के मुताबिक वह सुरेश पुई और सुरेश पवार के नाम से अलग-अलग देशों में रहा था।