दक्षिण भारत में एक दौर था जब वीरप्पन, ऑटो शंकर, गौरीशंकर उर्फ लेडी शंकर जैसे अपराधियों का खौफ था। हालांकि, समय के साथ पुलिस और प्रशासन ने सभी पर नकेल कसी और सजा दी गई। इसी क्रम में, तमिलनाडु के एक कुख्यात अपराधी नीरवी मुरुगन को पुलिस ने एनकाउंटर में मार गिराया है। मुरुगन पर राज्य के अलग-अलग जिलों में करीब 60 संगीन जुर्मों के आपराधिक मामले दर्ज थे।
थूथुकुडी जिले के रहने वाले नीरवी मुरुगन को मुठभेड़ में मार गिराये जाने के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए तिरुनेलवेली के पुलिस अधीक्षक पी सरवनन ने कहा कि, एक लूट की घटना में वांछित होने के चलते मुरुगन की तलाश जारी थी। ऐसे में जब डिंडीगुल के उप-निरीक्षक इसाकी राजा और उनकी टीम ने बुधवार को कालाकाडू के पास मुरुगन को घेर लिया था।
मुरुगन ने खुद को पुलिस टीम से घिरा होने के बाद एक पुलिस अधिकारी पर दरांती से हमला कर दिया। इसी दौरान आत्मरक्षा में पुलिस अधिकारी ने बंदूक से फायर किया जिसमें मुरुगन की मृत्यु हो गई। तिरुनेलवेली के पुलिस अधीक्षक पी सरवनन के मुताबिक, घटना के बारे में कालाकाडू पुलिस स्टेशन में एक मामला दर्ज किया गया है और इस पूरी घटना का विस्तृत विवरण मजिस्ट्रेट को भेजा जाएगा।
इसके अलावा मुरुगन के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए तिरुनेलवेली सरकारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल भेज दिया गया है। वहीं, सिर और सीने में चोट लगने वाले चार पुलिसकर्मियों का भी जिला अस्पताल में इलाज कराया गया है। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि मुरुगन के खिलाफ थूथुकुडी, मदुरै और इरोड सहित अन्य जिलों में उसके खिलाफ लगभग 60 मामले (हत्या सहित) दर्ज किए गए थे।
पुलिस के अनुसार, वह बंदूक की नोक पर खासकर महिलाओं को निशाना बनाता था। मुठभेड़ में मौत के बाद आसपास के इलाकों में पूछताछ कर रही है। साथ ही कथित मुठभेड़ स्थल को चारो तरफ से सील कर दिया गया है।
नीरवी मुरुगन का नाम सुर्ख़ियों में साल 2015 में तब आया था, जब उसका एक स्कूली शिक्षक को लूटने का उनका एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। बता दें कि, पुलिस महानिदेशक के आदेश के आधार पर हाल ही में राज्य में उपद्रवी तत्वों और गैंगस्टरों से निपटने के लिए विशेष टीमों का गठन किया गया था।