AgustaWestland VVIP helicopter scam: सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को अगस्ता वेस्टलैंड हेलीकॉप्टर घोटाला मामलों में कथित बिचौलिए क्रिश्चियन मिशेल जेम्स (Middleman Christian Michel James) को जमानत देने से इनकार कर दिया। इस हाई प्रोफाइल स्कैम मामले की जांच केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) और प्रवर्तन निदेशालय (ED) दोनों कर रहे हैं। 3,600 करोड़ रुपये का कथित घोटाला अगस्ता वेस्टलैंड से 12 वीवीआईपी हेलीकॉप्टरों (VVIP helicopters) की खरीद से जुड़ा हुआ है।
CJI DY Chandrachud की बेंच ने की सुनवाई
सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़ (CJI DY Chandrachud) और जस्टिस पीएस नरसिम्हा और जेबी पारदीवाला की बेंच ने कहा कि जेम्स का यह तर्क कि उसे इस आधार पर जमानत (Bail) पर रिहा किया जाए कि उसने मामलों में अधिकतम सजा का आधा हिस्सा काट लिया है। इस दलील को स्वीकार नहीं किया जा सकता है। हालांकि, फैसले में यह कहा गया कि जेम्स मामलों में ट्रायल कोर्ट के समक्ष नियमित जमानत के अपने उपाय को आजमा सकता है।
CRPC की धारा 436ए के तहत सुप्रीम कोर्ट से मांगी थी जमानत
अगस्ता वेस्टलैंड हेलीकॉप्टर घोटाला (AgustaWestland VVIP helicopter scam) मामलों में कथित बिचौलिए क्रिश्चियन मिशेल जेम्स (Middleman Christian Michel James) ने सीआरपीसी की धारा 436ए के तहत सुप्रीम कोर्ट से जमानत मांगी थी। उसकी याचिका में कहा गया है कि अगर किसी व्यक्ति ने अपराध के लिए निर्धारित अधिकतम सजा का आधा हिस्सा पूरा कर लिया है तो उसे जमानत पर रिहा किया जा सकता है।
क्या है अगस्ता वेस्टलैंड हेलीकॉप्टर घोटाला का पूरा मामला
इटली की फिनमैकेनिका के अधीनस्थ कंपनी अगस्ता वेस्टलैंड की बनाई हेलीकॉप्टर को दुनिया के बेहतरीन चॉपर्स में एक माना जाता है। प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह के कार्यकाल यानी यूपीए-1 सरकार के समय अगस्ता वेस्टलैंड से देश के वीवीआईपी के लिए 12 हेलीकॉप्टर्स की खरीद का करार (Deal) किया गया था। 3,600 करोड़ रुपये की ये डील दलाली और रिश्वतखोरी के कारण सुर्खियों में आ गई थी। साल 2013-14 में उजागर हुआ कि इस डील में 360 करोड़ रुपये की रिश्वतखोरी हुई है।
फरवरी 2017 में UAE में गिरफ्तार हुआ था क्रिश्चियन मिशेल जेम्स
बढ़ते सियासी विरोध और लगातार सुर्खियों में रहने के चलते यूपीए-2 सरकार ने इस डील को रद्द कर दिया था। इस डील को लेकर देश के कई नेता और सैन्य अधिकारी तक संदेह के घेरे में आ गए थे। भारत सरकार और कंपनी के कथित बिचौलिए ब्रिटिश मूल का नागरिक क्रिश्चियन मिशेल जेम्स को दलाली के आरोप में फरवरी 2017 में यूएई में गिरफ्तार कर लिया गया था। क्रिश्चियन मिशेल जेम्स हथियारों की खरीद से जुड़े दो कंपनियों में पार्टनर भी रहा है।