बीहड़ों में घुस डकैतों पर कहर बरपाती हैं IPS प्रीति चंद्रा, महिला अफसर की बहादुरी कर देगी दंग…
प्रीति चंद्रा देह व्यापार में बच्चियों को धकेलने वाले गिरोह का खुलासा कर काफी चर्चा में आई थीं।

इस महिला IPS अफसर की खासियत यह है कि वो जहां भी अपनी सेवा देती हैं वहां अपराधी उनके नाम से ही कांपते हैं। 2008 बैच की आईपीएस अधिकारी प्रीति चंद्रा पहले शिक्षिका थीं। प्रीत चंद्रा को राजस्थान के बीकानेर की पहली महिला एसपी होने का गौरव हासिल है। साल 1979 में सीकर जिले के कुंदन गांव में जन्मीं प्रीति चंद्रा ने एक साक्षात्कार में बताया था कि उनकी मां ने कभी हाथ में पेंसिल तक नहीं पकड़ी थी।
प्रीति चंद्र ने बताया था कि उनकी मां ने हम दो बहनों और एक भाई को पढ़ाने के लिए जिद रख ली। प्रीति जब कॉलेज में आई तो रिलेटिव ने उन पर शादी का दबाव डालना शुरू किया। लेकिन मां ने प्रीति का साथ दिया और रिलेटिव को साफ़ इंकार करती रही। दोनों बहनों ने इंटर कास्ट मैरिज की लेकिन वो मां हमेशा सपोर्ट में खड़ी रहीं।
प्रीति चंद्रा पत्रकार बनना चाहती थीं औऱ फिर बाद में आईपीएस अफसर बनीं। एमफिल तक शिक्षा पूरी करने वाली प्रीति चंद्रा अलवर में एएसपी, बूंदी में एसपी और कोटा एसीबी में एसपी जैसे महत्वपूर्ण पदों पर तैनात रह चुकी हैं। प्रीति चंद्रा देह व्यापार में बच्चियों को धकेलने वाले गिरोह का खुलासा कर काफी चर्चा में आई थीं।
प्रीति चंद्रा जब बीकानेर में पोस्टेड थीं तब उन्होंने अपराधियों पर लगाम लगाने के लिए कई बड़े काम किये। इसी वजह से उनका नाम लेडी सिंघम भी पड़ा था। प्रीति चंद्रा जयपुर मेट्रो कॉर्पोरेशन के पुलिस उपायुक्त के पद पर भी अपना सेवा दे चुकी हैं।
प्रीति चंद्रा पहले करौली की एसपी भी रहीं। इस क्षेत्र में बड़ी संख्या में डकैत थे जो आए दिन हमले करते थे। पुलिस अधीक्षक के तौर पर प्रीति ने इतना भय बैठाया कि कई डकैतों ने सरेंडर कर दिया। आईपीएस प्रीति चंद्रा की टीम चंबल के बीहड़ों में उतर जाती थी।
अब तक दस हजार रुपए के ईमानी डकैत हरिया गुर्जर, रामलखन गैंग के श्रीनिवास, डकैतों को शरण देने और उन तक पुलिस की सूचनाएं पहुंचाने वाले श्रीराम गुर्जर, कला आदि डकैतों को पकड़ चुकी है। अब तक 7 से ज्यादा दस्यु और डकैतों को गिरफ्तार कर चुकी हैं। प्रीति चंद्रा की गिनती निडर महिला अफसरों की श्रेणी में होती है।