आज के समय में साइबर अपराधी बड़ी ही अनूठी तरकीबों के सहारे लोगों को शिकार बना रहे हैं। इस जालसाजी के काम में ठगों की कोई निश्चित उम्र नहीं है। ऐसा ही एक 14 साल ठग राजस्थान के भरतपुर से गिरफ्तार किया गया है। यह ठग चेन्नई के एक जिला कलेक्टर की फर्जी फेसबुक प्रोफाइल के सहारे जालसाजी करने के फिराक में था। हालांकि, वह किसी को अपना शिकार बना पाता कि इससे पहले हे उसे दबोच लिया गया।
जानकारी के अनुसार, यह मामला चेन्नई के चेंगलपेट में रिपोर्ट किया गया। इसमें एक यूजर जिला कलेक्टर के नाम से फर्जी फेसबुक आईडी बनाकर उनके दोस्तों और फॉलोवर्स से पैसे मांगने का काम कर रहा था। जब कलेक्टर को इस बारे में पता चला तो उन्होंने स्वयं इस मामले में जांच-पड़ताल की। ऐसे में जब उन्हें मामला संदिग्ध दिखा तो उन्होंने शिकायत दर्ज कराई।
जिला कलेक्टर की शिकायत पर चेंगलपेट की साइबर क्राइम पुलिस ने उस फर्जी फेसबुक आईडी को ट्रैक किया। कई दिनों की जांच में सामने आया कि कलेक्टर के नाम पर बनाई गई फर्जी आईडी राजस्थान के भरतपुर से संचालित हो रही थी।
इसके बाद चेंगलपेट की विशेष टीम फर्जी प्रोफाइल की आईडी को चला रहे जालसाज को पकड़ने राजस्थान पहुंची। यहां उन्होंने पाया कि उस फर्जी आईडी के पीछे एक 14 साल का लड़का था। इसके बाद उसे फर्जीवाड़े के मामले में गिरफ्तार कर लिया गया।
जिला कलेक्टर एआर राहुल नाथ ने बताया कि उनके नाम से बनाई गई फर्जी फेसबुक आईडी से उनके एक फॉलोवर से 5,000 रुपए मांगे गए थे। तभी उन्होंने चेंगलपेट पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी। राजस्थान के भरतपुर पहुंची टीम ने 14 साल के लड़के को फर्जी फेसबुक प्रोफाइल बनाने और अनुयायियों से पैसे मांगने के आरोप में पकड़ लिया।
चेंगलपेट पुलिस के मुताबिक, जालसाज लड़का किसी को ठगी का शिकार बनाता कि उससे पहले ही भरतपुर से चेंगलपेट लाया गया और फिर उसे सुधार गृह में भेज दिया गया। पुलिस ने बताया कि साल 2020 में इसी तरह के एक गैंग को पकड़ा गया था जो लोगों की फर्जी फेसबुक आईडी बनाकर उनके दोस्तों और फॉलोवर्स से पैसे मांगने का काम करते थे।