Ludhiana Court Blast Case: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने फरार आतंकवादी हरप्रीत सिंह को गुरुवार (1 दिसंबर) को मलेशिया के कुआला लुम्पुर (Kaula Lumpur) से आने पर गिरफ्तार किया। एनआईए ने शुक्रवार को इस बात की जानकारी दी।
दिसंबर 2021 लुधियाना कोर्ट बिल्डिंग ब्लास्ट (Ludhiana Court Blast) के साजिशकर्ताओं में हरप्रीत सिंह भी शामिल था। लुधियाना कोर्ट धमाके में एक शख्स की मौत हो गई थी। इस धमाके में कई लोग घायल भी हुए थे। हरप्रीत सिंह पर 10 लाख रुपये का इनाम घोषित किया गया था। स्पेशल NIA कोर्ट ने हरप्रीत सिंह के खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी किया था। इसके अलावा एक लुकआउट सर्कुलर भी निकाला गया था। इसकी गिरफ्तारी से लुधियाना कोर्ट बलास्ट की साजिशों का ज्यादा खुलासा हो सकेगा।
लुधियाना कोर्ट ब्लास्ट मामले में था आरोपी: NIA की जानकारी के मुताबिक, हरप्रीत, लखबीर सिंह रोडे का सहयोगी है जो पाकिस्तान स्थित इंटरनेशल सिख यूथ फेडरेशन (ISYF) का प्रमुख है। हरप्रीत, लखबीर सिंह के साथ मिलकर दिसंबर 2021 में लुधियाना कोर्ट बिल्डिंग में हुए ब्लास्ट के साजिशकर्ताओं में से एक था। रोडे के निर्देश पर काम करते हुए हरप्रीत ने विशेष रूप से निर्मित IED की डिलीवरी में सहयोग किया था। इस IED को पाकिस्तान से उसके भारत स्थित सहयोगियों को भेजा गया था। इस आईईडी का उपयोग लुधियाना कोर्ट कॉम्प्लेक्स विस्फोट में किया गया था।
NIA ने रखा था 10 लाख का इनाम: एनआईए ने हरप्रीत सिंह पर 10 लाख रुपये का इनाम घोषित किया था। इसके अलावा स्पेशल एनआईए कोर्ट ने हरप्रीत के खिलाफ गैर-जमानती वारंट और एक लुक आउट सर्कुलर जारी किया गया था। पंजाब के अमृतसर जिले के रहने वाले हरप्रीत को गुरुवार को मलेशिया से लौटने के दौरान इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर गिरफ्तार किया गया। यह मामला शुरू में पंजाब पुलिस द्वारा 23 दिसंबर, 2021 को दर्ज किया गया था और एनआईए ने 1 जनवरी 2022 को इसे फिर से दर्ज किया।
एनआईए ने एक बयान में कहा, “जांच से पता चला है कि लखबीर सिंह रोडे का सहयोगी हरप्रीत सिंह उर्फ हैप्पी मलेशिया रोडे के साथ लुधियाना कोर्ट बिल्डिंग विस्फोट के साजिशकर्ताओं में से एक था।” हरप्रीत विस्फोटकों, हथियारों और नशीले पदार्थों की तस्करी सहित कई अन्य मामलों में भी शामिल और वांछित था।