मुंबई में बैठ अमेरिकियों को प्रतिबंधित दवाएं बेचते थे बदमाश, फर्जी कॉल सेंटर पर Mumbai Police की दबिश से हुआ खुलासा
यहां काम करने वाले कर्मचारी कथित तौर पर अमेरिकन नागरिकों को प्रतिबंधित दवाओं की बिक्री कर रहे थे। इसके जरिए वे उनसे ठगी करते थे।

मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच ने अंधेरी ईस्ट में फर्जी तरीके से चलाए जा रहे एक काल सेंटर का भंडाफोड़ किया है। यहां काम करने वाले कर्मचारी कथित तौर पर अमेरिकन नागरिकों को प्रतिबंधित दवाओं की बिक्री कर रहे थे। इसके जरिए वे उनसे ठगी करते थे। पुलिस ने मामले में मालिक और प्रबंधक को गिरफ्तार कर जांच पड़ताल कर रही है।
वॉयस ओवर इंटरनेट प्रोटोकॉल के जरिए करते थे बात: अधिकारियों ने कहा कि क्राइम ब्रांच की यूनिट 10 ने 17 जनवरी को मरोल-मरोसी रोड पर ए एम कॉल कनेक्ट पर छापा मारा और वॉयस ओवर इंटरनेट प्रोटोकॉल (वीओआईपी) का उपयोग करते हुए 22 कर्मचारियों को अपने कंप्यूटर पर अमेरिकी नागरिकों को कॉल करते हुए पाया। ये लोग अमेरिकन नागरिकों से इन दवाओं के नाम पर भारी भरकम पैसे ऐंठ रहे थे।
भारत में प्रतिबंधित दवाओं की कर रहे थे बिक्री : क्राइम ब्रांच के एक अधिकारी ने कहा कि कॉल सेंटर के मालिक ने अपने कर्मचारियों को अमेरिकी दवा कंपनियों के प्रतिनिधियों के रूप में पोज देने के लिए एक स्क्रिप्ट तैयार की थी, जो अमेरिकियों को ड्रग्स बेच रही थी। संयोग से भारत में इन दवाओं की बिक्री प्रतिबंधित है। कॉल सेंटर का वैध व्यवसाय एंटीबायोटिक्स और दर्द निवारक की ऑनलाइन बिक्री करना है।
पुलिस ने मालिक और प्रबंधक को गिरफ्तार किया: अधिकारी ने कहा कि कॉल सेंटर के कर्मचारी अमेरिकी नागरिकों को ड्रग्स के लिए पैसे को भारत के बैंक खातों में भेजने के लिए मनाते हैं। क्राइम ब्रांच इस बात की जांच कर रही है कि कॉल सेंटर कब से चालू है और कितने अमेरिकी नागरिकों को इस तरीके से ठगा है। पुलिस ने कॉल सेंटर्स के मालिक और प्रबंधक को गिरफ्तार कर लिया है और उन पर धोखाधड़ी करने और चालाकी करने के मामले दर्ज किए हैं।
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