Cunning Thieves Arrested: देश भर में 50 से अधिक लूट और चोरी की घटनाओं को अंजाम देने के बावजूद मुंबई पुलिस के हाथों बच निकलने में कामयाब रहे दो चोरों का खेल तब खत्म हो गया, जब उन्होंने अपने एक दोस्त को उसके जन्मदिन पर चोरी का मोबाइल फोन उपहार में दे दिया। यह एक महंगी गलती साबित हुई, जिसके कारण 2017 में उनकी गिरफ्तारी हुई।
दोनों चोर एक दूसरे से ठाणे सेंट्रल जेल में मिले थे और बनाया था बड़ा प्लान
पुलिस ने कहा कि राजस्थान के उदयपुर निवासी लक्ष्मण दुलिया मीणा और मुंबई के गोरेगांव के विष्णु प्रभात डे पहली बार ठाणे जिला सेंट्रल जेल के अंदर मिले, जहां वे लूट और डकैती के मामलों में सजा काट रहे थे। उन्होंने एक साथ काम करने का फैसला किया और देश भर में घरों को लूटने की योजना बनाई। पुलिस ने कहा कि उनकी रिहाई के बाद दोनों ने योजनाबद्ध तरीके से काम करना शुरू कर दिया। इन लोगों ने उन इमारतों को निशाना बनाया, जहां मरम्मत का काम चल रहा था और काम के लिए बांस की मचान बनाई गई थी।
एक पुलिस अधिकारी ने कहा, “दोनों रात में घरों को निशाना बनाते थे। जब निवासी सो रहे होते थे, तब वे काले कपड़े पहनते थे और इमारतों में चले जाते थे। इमारतों को अच्छी तरह से देखने के बाद, वे घरों में घुस जाते थे और कीमती सामान लेकर चले जाते थे, जबकि वहां रहने वाले लोग सोते ही रहते थे।”
2017 में, मुंबई के गिरगांव में वीपी रोड पुलिस ने अपने एरिया में इस तरह के अपराधों के केसों में तेजी देखी तो जांच शुरू की। पुलिस के मुताबिक आरोपियों के बारे में उन्हें कोई सुराग नहीं था। अपराध स्थलों के आस-पास के सीसीटीवी फुटेज की जांच करने में भी कोई मदद नहीं मिली, क्योंकि दोनों आरोपी सीसीटीवी कैमरे में कैद से बचने के लिए काले कपड़े पहना करता थे। हमेशा रात में चोरी करते थे।
जिस मोबाइल से राज खुला, उसे गिरगांव से चोरी किया गया था
पुलिस ने इस दौरान चोरी हुए मोबाइल फोनों की तलाश शुरू की तो उन्हें एक सुराग मिल गया। दरअसल आरोपियों ने चोरी का एक मोबाइल फोन अपने दोस्त को उसके जन्मदिन पर उपहार के तौर पर दिया था। आरोपी के दोस्त ने उस फोन में अपना सिम कार्ड डाल दिया था। पुलिस अधिकारी ने बताया, “दोनों ने अपने दोस्त को उसके जन्मदिन पर गिरगांव से चुराया हुआ एक फोन उपहार में दिया था। हमने नंबर का पता लगाया और दोस्त को पुलिस स्टेशन ले गए।”
दोस्त ने विष्णु प्रभात डे के बारे में जानकारी दी और एक पुलिस टीम को गोरेगांव भेजा गया। डे की गिरफ्तारी के बाद दूसरे आरोपी लक्ष्मण दुलिया मीणा को पुलिस ने उदयपुर से गिरफ्तार कर लिया। जांचकर्ताओं ने कहा कि ये दोनों शहर में चोरी की कई घटनाओं के लिए जिम्मेदार हैं। पुलिस ने कहा कि उन्होंने राजस्थान और अन्य राज्यों में अपराध करना भी स्वीकार किया।