महिलाओं को मार डेड बॉडी से बनाता था संबंध, घर में ट्रॉफी की तरह सजा रखे थे कटे सिर
जब बंडी पर ट्रायल शुरू हुआ तो वो अपने वकील की बात भी नहीं मानता था। वो खुद अपने केस की पैरवी करता था। टेड बंडी के हत्याओं और उसकी क्रूरता की जांच करने वाले अधिकारियों ने उसे Devil कहा था।

इतिहास गवाह है जुर्म के उस किताब की जिसमें दर्ज है कुछ ऐसे भयानक हैवानों के हैवानियत की दास्तां जिसे सुनकर हम आज भी दहल उठते हैं। इसी किताब के पन्ने पर लिखा है अमेरिका के इतिहास के अब तक से सबसे खूंखार सीरियल किलर और रेपिस्ट टेड बंडी का नाम। टेड बंडी ने कितनी महिलाओं और बच्चियों को मारा उसकी पूरी संख्या किसी के पास नहीं। इस हत्यारे के रहस्य जितने गहरे हैं उसके द्वारा किये गये क्राइम उतने ही भयानक। टेड बंडी का जन्म वेरमॉन्ट में हुआ था। टेड बंडी के माता-पिता के बारे में किसी को भी आज तक सही-सही जानकारी नहीं है। कहा जाता है कि टेड बंडी अपने दादाजी के साथ रहता था लेकिन उसके दादा उसे अक्सर मारते-पीटते और गालियां ही दिया करते थे।
दादा के जुल्म-ओ-सितम से तंग आकर टेड बंडी इलेनोर लुइस कावेल नाम की एक महिला जिसे वो अपनी मां बताता था के साथ भाग कर वॉशिंगटन के टैकोमा शहर चला आया। उस वक्त टेड बंडी की उम्र करीब 5 साल थी। यहां इलेनोर लुइस ने एक शख्स से शादी भी की लेकिन टेड बंडी का अपने सौतेले पिता से संबंध कभी अच्छे नहीं रहे। साल 1965 में टेड बंडी ने हाई स्कूल तक की पढ़ाई पूरी की और फिर यूनिवर्सिटी ऑफ वॉशिंगटन में वो चाइनीज पढ़ने चला गया। उसे जानने वाले लोग कहा करते थे कि वो एक जवान और खूबसूरत लड़का था।
लेकिन बचपन से ही घर में हिंसा और कलह देखता आए बंडी के दिल-ओ-दिमाग में कब हैवानियत भर गई यह कोई नहीं जान सका। साल 1974 के जनवरी महीने में बंडी ने पहली बार 18 साल की एक लड़की पर हमला किया। यह लड़की यूनिवर्सिटी ऑफ वॉशिंगटन की छात्रा और एक डांसर थी। टेड इस लड़की के अपार्टमेंट में जबरदस्ती घुसा और उसने घर मे दाखिल होने के बाद सबसे पहले इस लड़की के साथ रेप किया। इसके बाद उसने एक लोहे के रॉड से लड़की पर हमला कर उसे लहूलुहान कर दिया।
इस हमले से यह लड़की 10 दिनों तक कोमा में ही और फिर जिंदगी भर के लिए अपंग हो गई। जल्दी ही टेड बंडी ने इस यूनिवर्सिटी की एक और छात्रा लिंडा एन हेली का मर्डर किया और यह बंडी का पहला मर्डर था। कहा जाता है कि बंडी ने हेली के अपार्टमेंट में घुसने के बाद उसे बेहोश किया फिर कपड़े में उसे बांध कर अपनी कार से उसे कहीं ले गया और फिर यह लड़की दोबारा कभी नजर नहीं आई। लेकिन सालों बाद इस लड़की की खोपड़ी उस जगह से बरामद की गई जहां बंडी ने उसके शरीर को छिपाया था।
इस हत्या के बाद तो टेड बंडी को जैसे खून-खराबा और हिंसा करने में मजा आने लगा। उसने इसे एक खेल बना दिया। एक महीने के अंदर ही अचानक वॉशिंग्टन और ओरिगन से एक के बाद एक अचानक कई महिलाएं गायब होने लगीं। छह महीने के अंदर छह महिलाएं लापता हुईं और कई महिलाओं को गंभीर चोटें आईं। टेड मंडी को अमेरिकी इतिहास का सबसे क्रूर और बेरहम हत्यारा यूं ही नहीं कहा जाता। दरअसल टेड बंडी पहले लड़कियों को बेसुध करता फिर उनके साथ रेप करता और फिर उनका कत्ल कर देता था। कई बार बंडी ने लड़कियों के मृत शऱीर से भी रेप किया। इतना ही नहीं कई लड़कियों की खोपड़ी वो अपने अपार्टमेंट में ट्रॉफी की तरह रखता था और अक्सर इन खोपड़ियों के साथ वो सोता भी था।
इधर लड़कियों के अचानक गायब होने की खबर से पुलिस के होश उड़ गए। इस मामले में पुलिस ने गंभीरता से जांच शुरू की और विभिन्न सरकारी एजेंसियों से कहा गया कि वो सिलसिलेवार तरीके से गायब हो रही लड़कियों के बारे में जल्दी से जल्दी पता लगाएं। जिन एजेंसियों को यह काम सौंपा गया था उनमें से एक Washington State Department of Emergency Services भी था जहां बंडी इन हत्याओं के दौरान लगातार काम भी करता था। टेड बंडी इस दौरान साल्ट लेक सिटी भी गया और वहां भी उसने कई हत्याओं को अंजाम दिया। इसने चार नाबालिग लड़कियों को भी उटा में अपना शिकार बनाया। पेसिफिक नॉर्थवेस्ट में भी बंडी ने खूनी खेल खेले।
पुलिस की जांच में कई लोगों ने बंडी के संदिग्ध होने की बात कही लेकिन लगातार जगह बदलने की वजह से वो पुलिस की पकड़ से दूर था। बंडी कोलराडो गया और वहां भी उसने कई महिलाओं की हत्या की। साल 1975 के अगस्त के महीने में बंडी साल्ट लेक सिटी में अपनी कार से कहीं जा रहा था। उसी वक्त पुलिस ने उसे रोका और उसकी गाड़ी से मास्क, दस्ताने और कई दूसरी तरह की संदिग्ध चीजें बरामद की। हालांकि यह सभी चीजें उसे गिरफ्तार करने के लिए काफी नहीं थीं लेकिन अब पुलिस ने उसपर कड़ी नजर रखनी शुरू कर दी थी। आखिरकार पुलिस ने टेड बंड़ी को धर दबोचा और उसपर किडनैपिंग और हिंसा के तहत केस दर्ज किया गया और उसे जेल हो गई।
लेकिन टेड बंडी के काले गुनाहों की कहानी यहां खत्म नहीं होती। टेड बंडी दो बार पुलिस की कस्टडी से बच निकलने में कामयाब हो गया। पहली बार साल 1977 में और दूसरी बार छह महीने के अंदर वो दोबारा पकड़ा गया और फिर वो भाग निकला। दूसरी बार पुलिस की पकड़ से भागने के बाद वो फ्लोरिडा पहुंचा। पुलिस के कब्जे से निकलने के महज दो हफ्ते बाद 15 जनवरी 1978 को टेडी ने महज 15 मिनट में दो महिलाओं के साथ रेप किया और उन्हे मौत के घाट उतारा तथा इतने ही समय में उसने दो अन्य महिलाओं को गंभीर रूप से जख्मी भी कर दिया। 8 फरवरी को उसने 12 साल की एक बच्ची का अपहरण किया और उसकी हत्या कर दी। इसी हत्या के हफ्ते भर बाद उसे पुलिस ने फिर धर दबोचा। इस बार पुलिस को टेड बंडी के खिलाफ पुख्ता सबूत भी मिले थे।
जब बंडी पर ट्रायल शुरू हुआ तो वो अपने वकील की बात भी नहीं मानता था। वो खुद अपने केस की पैरवी करता था। टेड बंडी के हत्याओं और उसकी क्रूरता की जांच करने वाले अधिकारियों ने उसे Devil कहा था। आखिरकार उसे फ्लोरिडा के रायफोर्ड जेल में मौत की सजा सुनाई गई। यहां दूसरे कैदियों ने कई बार उसके साथ मारपीट भी की। 24 जनवरी 1989 को इलेक्ट्रिक चेयर से टेड बंडी को मौत की सजा दी गई। उस दिन कोर्ट हाउस के बाहर सैकड़ों लोग उसकी मौत का जश्न मनाने के लिए जमा थे। उसने ट्रायल के दौरान कई सारी हत्याओं की बात कबूली लेकिन उसके द्वारा किये गये कुल हत्याओं की संख्या कितनी है? यह आज भी कोई नहीं जान सका। हालांकि कहा जाता है कि उसके 40 महिलाओं को मारा और इनमें से कई महिलाओं के साथ उसने रेप भी किया है।