मध्य प्रदेश: बच्चे को किडनैप कर पैसे लिए फिर मासूम को मार डाला, पुलिस कस्टडी में 1 आरोपी की मौत; विपक्ष का शिवराज सरकार पर निशाना
पुलिस बच्चे के जीते-जी उसे किडनैपर्स के चंगुल से नहीं छुड़ा सकी। बच्चे की लाश मिलने के बाद पुलिस ने 3 किडनैपर्स को पकड़ा।

मध्य प्रदेश के जबलपुर में 13 साल के लड़के की अपहरण के बाद हत्या कर दी गई। बताया जा रहा है कि लड़के के पिता ट्रांसपोर्टर हैं। लड़के का शव एक नहर के पास से रविवार को मिला था। लड़के को किडनैप करने के बाद किडनैपर्स ने परिजनों से 2 करोड़ रुपए की फिरौती मांगी थी। लड़के के परिजनों का कहना है कि उन्होंने किडनैपर्स को 8 लाख रुपए भी दिये थे बावूजद इसके बच्चे की हत्या कर उसके शव को फेंक दिया गया।
इस मामले में पुलिस ने 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया। लेकिन इनमें से एक आरोपी की पुलिस कस्टडी में मौत हो गई। बताया जा रहा है कि बच्चे के अपहऱण के बाद उसकी हत्या 24 घंटे के अंदर कर दी गई थी। शुक्रवार को बच्चे की हत्या की गई है। जब किडनैपर्स ने फिरौती की रकम के लिए परिजनों को फोन किया था तब उन्होंने उनका फोन रिकॉर्ड कर पुलिस को दिया था।
इस मामले में पुलिस ने जिन 3 लोगों को पकड़ा उनमें 25 साल का मलाय राव, 24 साल का करण जग्गी और 30 साल का मोनू विश्वकर्मा उर्फ राहुल शामिल हैं। इनमें से राहुल की मौत अस्पताल में इलाज के दौरान हुई है। बताया जा रहा है कि किडनैपिंग की योजना को अंजाम देने से पहले इन तीनों ने एक युवक से मोबाइल भी छिना था। आरोपियों ने पुलिस को बताया कि इस बच्चे ने उन्हें पहचान लिया था इसीलिए उन्होंने उसकी हत्या कर दी।
यहां के एएसपी गोपाल खंडेल ने राहुल की मौत की पुष्टि की है। हालांकि उन्होंने आरोपी राहुल की मौत की वजहों को लेकर अभी कुछ भी नहीं कहा है। पुलिस के मुताबिक मुकेश लांबा का बेटा आदित्य 7वीं कक्षा का छात्र था औऱ बीते गुरुवार की शाम को पास की दुकान में सामान खरीदने गया था। इसी दौरान इन तीनों ने मिलकर उसका अपहरण किया था। इन तीनों ने पुलिसिया पूछताछ में बताया था कि लोन की रकम अदा करने के लिए उन्होंने लड़के का अपहरण किया था। किडनैपर्स द्वारा फोन करने के बाद लड़के के परिजनों ने पुलिस को इस बात की जानकारी दी थी।
हालांकि पुलिस बच्चे के जीते-जी उसे किडनैपर्स के चंगुल से नहीं छुड़ा सकी। बच्चे की लाश मिलने के बाद पुलिस ने 3 किडनैपर्स को पकड़ा। मध्य प्रदेश पुलिस ने इस वारदात में शामिल राहुल विश्वकर्मा, मलय राय और करण नाम के तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर जबलपुर की सड़क पर जुलूस निकाला। हालांकि बाद में राहुल विश्वकर्मा की मौत हो गई।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपहरण के बाद नाबालिग बच्चे की हत्या के मामले में कड़ी कार्रवाई करने की बात कही है. उन्होंने कहा है कि किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा। अपहरण और हत्या के मामले में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मुख्यमंत्री शिवराज को कठघरे में खड़ा किया है। कमलनाथ ने ट्वीट करते हुए लिखा कि ‘प्रदेश में शराब माफ़ियाओं द्वारा 14 लोगों की जान लेने के बाद अब जबलपुर में अपहरण माफ़ियाओं द्वारा एक मासूम बालक की जान ले ली गई. एक घर का चिराग और बुझ गया. शिवराज सरकार अपहरण माफ़ियाओं से मासूम बालक को वापस नहीं ला सकी. ये माफिया पूरे प्रदेश को लील लेंगे।’
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