महाराष्ट्र के कोल्हापुर में एक ऐसा चोर पकड़ा गया है, जो सोना-चांदी नहीं बल्कि जज और उनके परिजनों के कपड़े चुराता था। दो महीने से लगातार हो रही चोरी से परेशान भूदरगढ़ प्रथम श्रेणी न्यायिक मजिस्ट्रेट ने इसकी सूचना कोल्हापुर पुलिस को दी थी। जिसके बाद कोल्हापुर पुलिस ने मामले में कार्रवाई करते हुए एक 30 वर्षीय चोर को पकड़ा है।
कोल्हापुर जिले के भूदरगढ़ में स्थित कोर्ट के ही परिसर में न्यायाधीशों के लिए आवास बनाए गए हैं। इन आवासों में जज अपने परिवार के साथ रहते हैं, लेकिन बीते एक महीने में कई बार ऐसा हुआ कि घरों के बाहर सूखने के लिए डाले गए कपड़े सुबह गायब हो जाते थे। बीते साल दिसंबर में पहली बार चोरी होने के बाद अब तक यह सिलसिला जारी था। ऐसे में जजों ने परेशान होकर कोल्हापुर पुलिस में शिकायत दर्ज कराई।
मामले में जांच के लिए परिसर में लगे सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए तो पता चला कि एक चोर तड़के करीब 4 बजे आवास की दीवार फांदकर अंदर आता है और फिर कपड़े लेकर गायब हो जाता है। ऐसे में योजना के तहत कोल्हापुर पुलिस ने जाल बिछाया और चोर को रंगे हाथों पकड़ लिया। इसके बाद पुलिस ने आरोपी पर केस दर्ज कर सत्र न्यायालय में पेश किया, जहां से उसे तीन दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
चोरी के मामले में जांच कर रहे सब इंस्पेक्टर सतीश मायेकर ने कहा कि, पकड़े गए व्यक्ति का नाम सुशांत सदाशिव चव्हाण है। सुशांत भूदरगढ़ के गरगोटी का रहने वाला है, उसकी मां ने उसे मानसिक रूप से विक्षिप्त बताया है। हालांकि हम उसकी मेडिकल जांच करा रहे हैं कि उसकी दिमागी हालत ठीक है या नहीं।
मायेकर ने आगे कहा कि मां से पूछताछ में पता चला कि, बचपन में सुशांत को सिर में चोट लगी थी इसलिए वह ऐसी हरकतें करता हैं। वह सुबह उठता है और कपड़े चुराता है। इसके बाद उन कपड़ों को खुद पहनकर देखता और फिर फेंक देता है। आरोपी की मां का कहना है कि वह ऐसी अजीबोगरीब हरकतें बचपन से करता रहा है, लेकिन उसे बाद में कुछ भी याद नहीं रहता है।