90 के दशक में चेन्नई में लगातार गायब हो रही लड़कियों से लोग दहशत में रहने लगे थे। साल 1987 से 88 तक 9 लड़कियां गायब हो चुकी थीं और पुलिस पूरी कोशिशों के बाद लड़कियों का पता लगाने में नाकाम साबित हो रही थी। ‘मिड डे’ की रिपोर्ट के मुताबिक उसी साल दिसंबर में एक स्कूली छात्रा ने एक ऑटो रिक्शा चालक के खिलाफ छेड़छाड़ और अपहरण की कोशिश का केस दर्ज कराया, जिसका नाम शुभलक्ष्मी था।
इस केस के बाद पुलिस ने उस ऑटो रिक्शा चालक की पड़ताल शुरू कि और जो सामने आया उससे हर कोई हैरान था। यह ऑटो रिक्शा चालक गौरीशंकर था। पुलिस ने जांच के दौरान पता लगाया कि 9 से ज्यादा लड़कियों के अपहरण और मौत के पीछे इसी ऑटो रिक्शा चालक गौरीशंकर का हाथ पाया लेकिन सबूत सिर्फ 6 लड़कियों के मिले। वही इस सीरियल किलर के 6 लड़कियों के अपहरण और हत्या की बात कबूली थी।
सीरियल किलर गौरीशंकर को ऑटो शंकर के नाम से भी जाना जाता है। 27 अप्रैल साल 1995 में ऑटो शंकर को उसके गुनाहों की सजा मिली थी। सालेम जेल में गौरी शंकर उर्फ़ ऑटो शंकर को फांसी पर लटका दिया गया था।
बता दें कि कॉलीवुड फिल्म इंडस्ट्री के फेमस डायरेक्टर आर. के. सिलवामनी ने साल 1999 में ‘Pulan Visaranai’ फिल्म बनाई थी जिसके लीड हीरो विजयकांत थे। इस फिल्म की कहानी को सीरियल किलर ऑटो शंकर पर बेस्ड बताया जाता है।