केरल में शनिवार को रेप की पीड़िता सुप्रीम कोर्ट पहुंच गई है। रेप के आरोप में जेल में बंद पादरी से पीड़िता शादी करना चाहती है। सुप्रमी कोर्ट में इस मामले की सुनवाई सोमवार को होगी। आरोपी को फरवरी 2019 में रेप का दोषी ठहराया गया था। इसके बाद आरोपी को कोर्ट ने 20 साल की जेल की सजा सुनाई थी। साथी ही आरोपी को वेटिकन द्वारा भी पादरी के पद से बर्खास्त कर दिया गया था।
आरोपी ने पीड़िता के साथ रेप किया था और इसके बाद पीड़िता गर्भवती हो गई थी। चर्च ने आरोपी को पद से हटाने के लिए अनिवार्य कदम उठाने भी शुरू कर दिए थे। आखिरकार साल 2020 में बड़ा कदम उठाते हुए आरोपी को सभी पदों से बर्खास्त कर दिया गया था। लड़की कैथोलिक परिवार से संबंध रखती है और आरोपी रॉबिन वडक्कुमचेरी पादरी के रूप में एक चर्च में काम करता था। मई 2016 में, पीड़िता 10वीं का एग्जाम देने के बाद आरोपी पादरी के पास पहुंची थी।
यहां पीड़िता कुछ डाटा-एंट्री का काम करती थी। दोपहर के समय जब पीड़िता अकेली थी तो आरोपी पादरी पीड़िता को बेडरूम में ले गया था और उसके साथ रेप किया था। पादरी ने पीड़िता को कहा था कि वह इस घटना का जानकारी किसी को नहीं देगी, जिसके बाद उसे आरोपी ने वहां से छोड़ दिया था। पीड़िता ने परिजनों को इस बारे में कुछ नहीं बताया। वह स्कूल चली गई, रोज़ाना स्थानीय चर्च में भई जाती थी। रेप के कारण पीड़िता गर्भवती हो गई, लेकिन किसी को इसकी जानकारी नहीं मिली।
7 फरवरी 2017 को, पीड़िता के पेट में अचानक दर्द उठा और इसके बाद उसे पास के अस्पताल में ले जाया गया। मामला गंभीर होता देख अस्पताल ने कन्नू स्थित क्रिस्टू राजा अस्पताल में रेफर कर दिया। जांच में पता चला कि पीड़िता गर्भवती थी। पीड़िता ने बाद में बच्चे को जन्म दिया। पीड़िता ने इसके बाद अपनी मां को आपबीती बताई। परिवार ने इसकी शिकायत की तो आरोपी ने अस्पताल का सारा खर्च दिया। आखिरकार, रेप के आरोप में फरवरी 2017 में पादरी को गिरफ्तार कर लिया गया।