कैसा है ‘काला कच्छा गैंग’ जिसने किया सुरेश रैना के घर हमला, सिर्फ काला कच्छा पहन करते हैं लूटपाट और हत्या और रेप
कहा जाता है कि काला कच्छा गैंग के सदस्य सिर्फ कच्छा पहनकर रात के वक्त किसी वारदात को अंजाम देते हैं। ये अपने पूरे शरीर पर तेल या कोई अन्य तरल पदार्थ लगाते हैं ताकि वो किसी के पकड़ में ना आने पाएं।

कच्छा पहन कर लूटपाट, हत्या और रेप जैसी वारदात को अंजाम देना और फिर फरार हो जाना। पंजाब में लोग बरसों से ‘काला कच्छा गैंग’ के आतंक से दहशत में है। बताया जा रहा है कि क्रिकेटर सुरेश रैना के रिश्तेदारों के घर हमला कर उन्हें मौत के घाट उतारने में इसी खूंखार गैंग का हाथ है। दरअसल 19-20 अगस्त क रात पंजाब के पठानकोट के थर्याल गांव में लुटेरों ने सुरेश रैना के रिश्तेदार के घर हमला किया था। क्रिकेटर ने खुद बताया कि इस हमले में उनके फूफा और भाई की मौत हो गई है। सुरेश रैना ने इस मामले में आरोपियों को पकड़ने की मांग की जिसके बाद राज्य के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने अपराधियों को पकड़ने का आश्वासन उन्हें दिया।
बताया जा रहा है कि कुख्यात ‘काला कच्छा गैंग’ के 3-4 सदस्यों ने रात को लूटपाट के इरादे से यह हमला किया था। इस हमले में क्रिकेटर के फूफा अशोक कुमार के सिर में चोटें आईं और उनकी मौके पर ही मौत हो कई। अशोक कुमार के 32 साल के बेटे कौशल कुमार इस हमले में घायल हुए थे जिन्होंने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। घर के कई अन्य सदस्य जख्मी हैं और उनका इलाज चल रहा है। हत्यारे को पकड़ने के लिए SIT बनाई गई है और पुलिस इस दिशा में प्रयास कर रही है। अब हम आपको बताते हैं आखिर यह ‘काला कच्चा गैंग’ क्या है और इसके सदस्य कैसे काम करते हैं…?
कहा जाता है कि ‘काला कच्छा गैंग’ के सदस्य सिर्फ कच्छा पहनकर रात के वक्त किसी वारदात को अंजाम देते हैं। ये अपने पूरे शरीर पर तेल या कोई अन्य तरल पदार्थ लगाते हैं ताकि वो किसी के पकड़ में ना आने पाएं। ये अपने चेहरे को भी किसी तरल पदार्थ से काला कर लेते हैं ताकि उनकी पहचान उजागर ना हो सके। इस गैंग के सदस्य तेजधार वाले हथियार से हमला करने के लिए जाने जाते हैं।
यह गैंग मूल रूप से पंजाब के कई जिलों में सक्रिय है। बताया जाता है कि साल 2000 में इस गैंग के बारे में पता चला था कि इस गैंग ने पंजाब के कई जिलों में लूटपाट औऱ डकैती की घटना को अंजाम दिया है। इसके बाद साल 2002 में एक पशु चिकित्सक और उनके परिवार के साथ मोगा में हुई लूटपाट में भी इस गैंग के सदस्यों का नाम सामने आया था।
इसी साल एक रिटायर्ड डिप्टी सुपरिटेन्डेंट ऑफ पुलिस, उनकी पत्नी और बेटी की हत्या का आऱोप भी इस गैंग के सदस्यों पर लगा था। करीब 20 सालों में इस गैंग ने डकैती, लूटपाट, हत्या और रेप जैसी कई बड़ी वारदातों को अंजाम दिया है। हालांकि कई बार इस गैंग के सदस्यों को पुलिस ने पकड़ा भी लेकिन अभी तक इनका पूरी तरह से सफाया नहीं हो पाया है।