आज बात दुनिया के सबसे बड़े मास सुसाइड में एक की, जिसमें एक कल्ट लीडर के उकसावे पर 900 से ज्यादा लोगों ने खुदकुशी कर ली थी। इसे इतिहास में जोंसटाउन मास सुसाइड के नाम से जाना जाता है। इस सामूहिक खुदकुशी के पीछे जिस शख्स का हाथ था, लोग उसे जिम जोन्स के नाम से जानते थे। यह घटना 18 नवम्बर 1978 को घटी थी। आज भी उन परिवारों के लोग इसे यादकर सहम जाते हैं।
कौन था जिम जोन्स (Who Was Jim Jones): इंडिआना के क्रेटे में 13 मई 1931 को जन्में जिम जोंस की विचारधारा समाजवाद की थी। जिम, भगवान को न मानकर खुद को मसीहा का दर्जा देता था। शुरुआत में वह कैलिफोर्निया में भी रहा लेकिन अपनी संदिग्ध गतिविधियों के चलते उसे वहां से भागना पड़ा। फिर कल्ट लीडर बन 1956 में पीपल्स टेंपल ऐग्रीकल्चरल प्रॉजेक्ट बनाया। कई लोग जिम की बातों में आकर उसके अनुयायी बन गए।
गुयाना में बसाया जोंसटाउन: जिम जोंस, कैलिफोर्निया में संदिग्ध गतिविधियों व आरोपों के चलते भागकर गुयाना के जंगलों में पहुंचा। यहां उसने जोंसटाउन बसाया, जिसमें दुनिया के दूसरे लोगों से कोई संपर्क नहीं था। कुछ लोग और उनके परिवार जिम से इतना प्रभावित थे कि वह इसी टाउन में रहने लगे। धीरे-धीरे हजारों लोग यहां जमा हो गए फिर जिम जोंस ने उन्हें जैसा चाहा, इस्तेमाल में लिया। कई सालों बाद जोंसटाउन से भागकर आए लोगों ने बाद में वहां के विभीषिका का बयान किया था। जिसमें लोगों से दिनभर काम कराया जाता। इस टाउन से कोई भागकर न जाने पाए उसके लिए कड़ी पहरेदारी थी।
जब यातना की खबर अमेरिका तक पहुंची: दो दंपति किसी तरह से यहां से भाग निकले और अमेरिकी सरकार तक जोंसटाउन में चल रहे उत्पीड़न की बता पहुंचाई। ऐसे में अमेरिकी सरकार ने 17 नवंबर, 1978 में एक सांसद लियो रेयान को प्रतिनिधि मंडल के साथ जोंसटाउन में मुआयने के लिए भेजा। खबर थी कि जिम, जोंसटाउन में बच्चों को ढाल बनाकर उनके माता-पिता को बंधक बनाकर काम करवाता। जब रेयान वहां पहुंचे तो जिम की पत्नी ने खुद पूरे टाउन को घुमाया। इसी बीच किसी ने प्रतिनिधि मंडल को चिट्ठी देकर उन्हें निकालने के लिए आग्रह किया। जिसकी खबर मिलते ही जिम जोंस उन सभी पर हमला बोल देता है, लेकिन सांसद भागने में कामयाब हो जाते हैं।
अमेरिकी सांसद की हत्या और फिर जिम का ड्रामा: जैसे ही इस बात की खबर जिम जोंस को लगती है वह तुरंत अपने सिपाहियों को भेज देता है। अमेरिकी सांसद जैसे ही हेलिकॉप्टर तक पहुंचते हैं उनकी हत्या कर दी जाती है। साथ ही पांच और लोग मारे जाते हैं। जिम को पता था कि सांसद की हत्या के बाद अमेरिका चुप नहीं बैठेगा। ऐसे में जिम जोंस ने सभी को एक मैदान में इकठ्ठा कर डराता है कि अमेरिका उन पर हमला कर सकता है। वह तुम्हारे बच्चों को कसाइयों की तरह काट डालेगा। फिर उसने सभी को उस जहर को पीने के लिए उकसाया, जिसमें सायनाइड जैसा जहर मिला था।
फिर 900 से ज्यादा लोगों ने एक साथ कर ली आत्महत्या: इस जोंसटाउन मास सुसाइड के बाद एक 45 मिनट की ऑडियो रिकॉर्डिंग सामने आई, जिसमें जोंस ने लोगों से कहा कि “मरते समय वो इज्जत से मरें, रोएं-तड़पें नहीं बल्कि चुपचाप जमीन पर लेटकर आंखें बंद कर लें। इसके बाद जोंसटाउन में 909 लोगों ने आत्महत्या/हत्या की जिसमें 304 बच्चे भी शामिल थे। जिन लोगों ने जहर नहीं पिया उनमें से कई लोगों के शरीर में जहर के इंजेक्शन भी लगाए गए थे। माना जाता है कि इस घटना में कुल 913 लोगों की मौत हुई थी।