सपा नेता की गाड़ी में राइफल मिली तो लगाई थी क्लास, जानिए कौन हैं किडनी रैकेट का भंडाफोड़ करने वाली IPS मंजिल सैनी
इटावा में अपनी पोस्टिंग के दौरान भी वो काफी चर्चा में रहीं। उन्होंने समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं द्वारा गाड़ी के उपर पार्टी का झंडा लगाने के खिलाफ कार्रवाई की थी।

आईपीएस मंजिल सैनी को ‘लेडी सिंघम’ भी कहा जाता है। वजह यह है कि जहां कही भी उनकी पोस्टिंग होती है वो वहां अपराधियों से सीधा लोहा लेने में जरा भी कतराती नहीं हैं। मंजिल सैनी को उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ का पहला वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) होने का गौरव हासिल है। इस पोस्टिंग से पहले मंजिल सैनी इटावा में पोस्टेड थीं। इटावा के पुलिस मुखिया राजेश पांडे के ट्रांसफर के बाद मंजिल सैनी को इटावा की जिम्मेदारी दी गई थी।
साल 2005 बैच की आईपीएस अधिकारी मंजिल सैनी ने Sardar Vallabhbhai Patel National Police IPS Academy, हैदराबाद से अपना प्रशिक्षण लिया। यहां उनकी पहचान एक बेहतरीन एथलीट के तौर पर भी बन गई। मंजिल सैनी का जन्म 19 सितंबर, 1975 को दिल्ली में हुआ था। पुलिस फोर्स ज्वायन करने से पहले उन्होंने दिल्ली के St. Stephen’s College से फिजिक्स की पढ़ाई की। इसके अलावा वो दिल्ली स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स की छात्रा भी रहीं जहां वो गोल्ड मेडलिस्ट बनीं। मंजिल सैनी के पति जसपाल दहल नोएडा में एक्सपोर्ट का बिजनेस देखते हैं।
किडनी रैकेट का भंडाफोड़
साल 2008 में मुरादाबाद में पोस्टिंग के दौरान इस बहादुर महिला आईपीएस अफसर ने इंटर-स्टेट किडनी रैकेट का भंडाफोड़ किया था। इस रैकेट में यूएस के रहने वाले एक एनआरआई बिजनेसमैन का नाम उस वक्त सामने आया था। एक मजदूर की शिकायत के बाद मंजित सैनी ने इस मामले में कार्रवाई शुरू की थी और फिर इस पूरे रैकेट का उद्भेदन हुआ था। बाद में यह मामला सीबीआई को सौंप दिया गया था।
सपा नेता से पंगा
इटावा में अपनी पोस्टिंग के दौरान भी वो काफी चर्चा में रहीं। उन्होंने समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं द्वारा गाड़ी के उपर पार्टी का झंडा लगाने के खिलाफ कार्रवाई की थी। बात साल 2015 की है। इटावा रेलवे स्टेशन के पास मंजिल सैनी ने फिरोजाबाद के पूर्व सपा विधायक अजीम भाई की स्कॉर्पियो को चेकिंग के लिए रोका था। चेकिंग के दौरान मंजिल सैनी को पूर्व MLA की गाड़ी में एक राइफल बरामद हुई। जब उनसे राइफल का लाइसेंस दिखाने को कहा गया तो विधायक ने जवाब दिया, “यह मेरी नहीं है। मेरे भाई की है।” इतना सुनते ही मंजिल सैनी भड़क गईं। उन्होंने कहा, “मैं चाहूं तो किसी और की राइफल साथ लेकर घूमने के जुर्म में तुम्हें एक मिनट में जेल भिजवा सकती हूं। यह एक जुर्म है।”
इटावा में मंजिल सैनी ने 10 पुलिस कॉन्स्टेबलों को एक पुलिस वैन के अंदर ड्यूटी के वक्त सोते हुए पकड़ा था। यह सभी कॉन्स्टेबल Quick Response Team का हिस्सा थे। मंजिल सैनी ने इन सभी को एक मैदान का चक्कर काटने की सजा दी थी।