वैभव झा

गुजरात के वडोदरा और भरूच की पुलिस एक राजस्थानी तांत्रिक की तलाश में है। आरोप है कि इस तांत्रिक के कहने पर एक शख्स ने अपने रिश्तेदारों की बेटियों को अगवा करके उनकी बलि देने की कोशिश की। मामला भरुच का है। पुलिस की चार टीमों ने मिलकर अभियान चलाया और आरोपी कांति राठौड़ को 5 मई की रात वडोदरा रेलवे स्टेशन से गिरफ्तार कर लिया। वहीं, 16 साल और 4 साल की लड़कियां फिलहाल सुरक्षित हैं। पुलिस के मुताबिक, अरावली के रहने वाले राठौड़ ने 1 मई की रात लड़कियों को अगवा कर लिया। तांत्रिक के कहने पर वह इनकी बलि देने की तैयारी कर रहा था। पुलिस को जानकारी मिली है कि तांत्रिक का नाम नवल है। पुलिस को उसका मोबाइल नंबर भी मिल गया है।

भरूच के एसपी राजेंद्र चुडास्मा ने बताया, ‘तांत्रिक फोन के जरिए आरोपी के संपर्क में था। वह उसे तांत्रिक क्रियाओं को करने के निर्देश दे रहा था। उसने आरोपी को बताया कि पहले वह पीड़ितों को एक खास वक्त पर पानी पिलाए, फिर उनके शरीर पर एक आयुर्वेदिक लेप लगाए और लड़कियों पर ‘वशीकरण’ की क्रिया करे। हमें यह भी पता चला है कि तांत्रिक अक्सर गुजरात आता जाता रहता है और संदिग्ध दवाएं बेचता है। उसे जल्द से जल्द पकड़ने के लिए टीमें बना दी गई हैं।’ पुलिस के मुताबिक, पेशे से ठेकेदार राठौड़ की पत्नी 10 साल पहले उसे छोड़कर चली गई थी। इसके बाद वह दोबारा शादी करना चाहता था। तांत्रिक ने आरोपी को बताया कि अगर वह एक खूबसूरत लड़की से शादी करना चाहता है तो उसे दो लड़कियों की बलि देनी होगी।

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पुलिस के मुताबिक, राठौड़ अपनी पूर्व पत्नी की बहन और उसके परिवार को नौकरी का लालच देकर बहला फुसलाकर वडोदरा से भरूच लाया। राठौड़ के साथ वे 1 मई की सुबह यहां पहुंच गए। उसने घरवालों को एक निर्माणाधीन साइट पर ले जाकर छोड़ दिया और लड़कियों को अगवा करके वडोदरा बस स्टैंड ले गया। इसके बाद, 1 मई की रात उसने भावनगर के लिए बस पकड़ी और वहां एक होटल बुक किया। बड़ी लड़की को शक हुआ, जिसके बाद उसने अंजान लोगों की मदद से भरूच के लिए बस पकड़ी। इसके बाद वह पुलिस के पास पहुंची और शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने 4 साल की बच्ची और राठौड़ का पता लगाना शुरू किया। वहीं, राठौड़ भावनगर से भागकर गांधीनगर पहुंच गया। पुलिस ने बताया, ‘4 मई को उसने बच्ची को गांधीनगर बस स्टैंड के पास एक दुकानदार गेला भाई को सौंप दिया। आरोपी ने दुकानदार से कहा कि बच्ची को भरूच के बस में बिठा दे। गेला ने जब बच्ची को बस में बिठाया तो कंडक्टर को शक हो गया और उसने पुलिस को सूचना दी।’