मुंबई में गोरेगांव की वनराई पुलिस ने टीवी अभिनेत्री सिमरन सचदेवा की मां को साइकिल चलाने के दौरान घायल करने के मामले में नौ साल के बच्चे के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है। हालांकि, इस मामले को लेकर अब विवाद खड़ा हो गया है, क्योंकि बाल कल्याण समिति ने कहा कि पुलिस को किसी बच्चे पर दुर्घटना का मामला दर्ज करने का कोई अधिकार नहीं है। दरअसल, 27 मार्च को अभिनेत्री की मां एक बच्चे की साइकिल से टक्कर लगने के बाद घायल हो गई थी।
जानकारी के अनुसार, कथित दुर्घटना 27 मार्च को गोरेगांव पूर्व में नेस्को के पास में लोढ़ा फिओरेंजा में हुई। घटना के दौरान सचदेवा की 62 वर्षीय मां शाम की सैर पर निकली थीं। इस घटना में बच्चा साइकिल चलाने के दौरान सचदेवा की मां से टकरा गया था, जिस कारण वह गिर गई थी। सचदेवा ने कहा कि उनकी मां को कूल्हे की हड्डी में चोट आई थी और अभी वह ठीक हो रही हैं।
सिमरन सचदेवा ने कहा कि उन्होंने पुलिस से संपर्क करने का फैसला तब किया, जब लड़के के माता-पिता ने कभी उनकी मां के स्वास्थ्य के बारे में पूछताछ करने की कोई जहमत नहीं उठाई। इसके अलावा सचदेवा ने बच्चे के परिवार से मुआवजे के तौर पर पांच लाख रुपये की मांग की है। बता दें कि, सचदेवा ने छोटी सरदारनी, नागिन 3 और सुपरकॉप्स वर्सेज सुपरविलेन्स जैसे टीवी कार्यक्रमों में काम किया है।
इस मामले पर लड़के की मां ने कहा कि मेरे बेटे और मैंने खुद ने आंटी से माफी मांगी, लेकिन वो कुछ भी सुनने को तैयार नहीं थी। उन्होंने मेरे बेटे के खिलाफ मामला दर्ज कराया, जो सिर्फ 9 साल का है। यह सिर्फ एक दुर्घटना थी। लड़के की मां का कहना है कि मेरे बेटे पर धारा 338 के तहत मामला दर्ज किया गया, जो कि जघन्य अपराधों के लिए है। साथ ही उन्होंने मुआवजे के लिए पांच लाख रुपये का नोटिस भेजा है।
जबकि अभिनेत्री ने आरोप लगाया है कि लड़के की मां ने उसे अदालत और पुलिस के पास जाने की चुनौती दी। सचदेवा ने कहा, “मैं बच्चे का करियर खराब नहीं करना चाहती लेकिन मैं माता-पिता को सबक सिखाना चाहती हूं कि वह भविष्य में किसी के साथ इस तरह का व्यवहार न करें।” हालांकि, इस घटना में लड़के की मां के द्वारा बाल कल्याण समिति से संपर्क करने और समिति के दखल के बाद मामला फंसा सा गया है।
वहीं, जोन 12 के डीसीपी सोमनाथ घरगे का कहना है कि, जब प्राथमिकी दर्ज की गई तो उन्होंने किशोर बोर्ड या सीडब्ल्यूसी से कोई राय नहीं ली; क्योंकि शिकायत थी कि महिला को गंभीर चोटें आई थीं। अब हम मामले को सुलझाने की प्रक्रिया में हैं। जांच के दौरान हमने पाया कि यह सिर्फ एक दुर्घटना थी और जानबूझकर किया गया अपराध नहीं था। हम जल्द ही क्लोजर रिपोर्ट कोर्ट को सौंपेंगे।