दिल्ली पुलिस ने राष्ट्रीय राजधानी में ड्रग्स की तस्करी करने वालों पर शिकंजा कसते हुए अलग-अलग ऑपरेशन में सात लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने बुधवार को जानकारी देते हुए बताया कि आरोपियों के पास से एलएसडी (LSD) के 28 ब्लॉटिंग पेपर, 12.6 ग्राम एमडीएमए (MDMA), 84 ग्राम क्यूरेटेड मारिजुआना और 220 ग्राम हशीश बरामद किया गया है।
इंटरनेट ऐप्स और डार्कनेट से होती थी ड्रग्स की डील
ड्रग्स तस्करी के बारे में जानकारी देते हुए पुलिस ने कहा कि यह काला धंधा वॉयस ओवर इंटरनेट प्रोटोकॉल (VOIP) एप्लीकेशंस के जरिए चलाया जा रहा था। पुलिस ने यह भी कहा कि आरोपियों के पास जिस क्यूरेटेड मारिजुआना की खेप को जब्त किया गया है, वह रूस, अमेरिका और कनाडा से डार्कनेट के जरिए आयात (Import) किया गया था।
नशे की तस्करी में शामिल MBA-BBA स्टूडेंट
पुलिस ने कहा कि देश के अंदर नशे की खेप को दो तरीकों से भेजा जाता था, जिसमें कूरियर सिस्टम और दूसरा नेपाल के जरिए फिजिकल ट्रांसपोर्ट शामिल था। डीसीपी (क्राइम ब्रांच) केपीएस मल्होत्रा ने कहा कि इस संबंध में वजीराबाद रोड से MBA के एक छात्र को 84 ग्राम क्यूरेटेड मारिजुआना के साथ गिरफ्तार किया गया है। जबकि ड्रग्स की सप्लाई के आरोप में एक BBA ग्रेजुएट को छतरपुर से अरेस्ट किया गया है।
IIM ड्रापआउट भी पुलिस के चढ़ा हत्थे
इसी मामले में डीसीपी ने बताया कि टीम द्वारा चलाए गए दूसरे ऑपरेशन में 27 अगस्त को कीर्ति नगर से एक शख्स को एलएसडी (LSD) के 28 ब्लॉटिंग पेपर और 12.06 ग्राम MDMA के साथ पकड़ा गया था। जांच में पता चला कि यह शख्स बीटेक ग्रेजुएट और IIM ड्रॉपआउट है। आरोपी ने बताया कि वह पश्चिम विहार के रहने वाले एक व्यक्ति से ड्रग्स मंगवाता था, जिसके बाद पुलिस ने उसे भी दबोच लिया।
फैशन डिजाइनर भी काले धंधे में शामिल
पुलिस ने कहा इस ऑपरेशन में एक और शख्स को गुरुग्राम से पकड़ा गया, जो कि पेशे से फैशन डिजाइनर है। जबकि 27 अगस्त की धरपकड़ में बुराड़ी फ्लाईओवर एक कार में सवार दो लोगों को पकड़ा गया। उनके पास 220 ग्राम ‘मलाणा क्रीम’ हशीश पाया गया। ऐसी हशीश (Malana cream Hashish) की मांग विदेशियों में ज्यादा है और अन्य की अपेक्षा कीमत भी ज्यादा होती है। इन दोनों आरोपियों को अप्रैल में हिमाचल प्रदेश में एनडीपीएस एक्ट (NDPS) के तहत मामले में जेल भेजा गया था लेकिन वह मई महीने में जेल से छूट गए थे।