फर्जी कॉल कर रिश्वत की मांग की: हैदराबाद के रहने वाले वाई मणिवर्द्धन रेड्डी एवं तमिलनाडु के मदुरै निवासी सेल्वम रामराज को गुरुवार (16 जनवरी) को दर्ज किये गए मामले के सिलसिले में एजेंसी ने गिरफ्तार किया। उनके खिलाफ आरोप लगाया गया है कि केंद्रीय एजेंसी की जांच का सामना कर रहे विभिन्न लोगों से इन्होंने बड़े पैमाने पर न केवल रिश्वत की मांग की बल्कि उन्हें धमकाया भी।
जांच केंद्रीय एजेंसी कर रही है: केंद्रीय जांच ब्यूरो के प्रवक्ता नितिन वकानकर ने बयान जारी कर बताया, ‘‘उन्होंने बैंक धोखाधड़ी से संबंधित मामले के एक आरोपी से संपर्क किया और दिल्ली में तैनात जांच एजेंसी के एक वरिष्ठ अधिकारी के नाम पर उससे बड़े पैमाने पर रिश्वत की मांग की।’’ इसमें कहा गया है कि उन्होंने एक सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल कर सीबीआई मुख्यालय के लैंड लाइन नंबर से आरोपी को फोन किया, जो बैंक धोखाधड़ी से संबंधित था और जिसकी जांच केंद्रीय एजेंसी कर रही है।
पूर्व सांसद को बनाया निशाना: प्रवक्ता ने बताया कि यह कॉल आरोपी के मोबाइल फोन से की गई थी। दोनों ने खुद को नई दिल्ली में तैनात सीबीआई का वरिष्ठ अधिकारी बताया और उसे बचाने के लिए रिश्वत की मांग की। इस क्रम आरोपियों ने टीडीपी के पूर्व सांसद रायपति संबाशिव राव से बैंक धोखाधड़ी के एक मामले में केंद्रीय एजेंसी के वरिष्ठ अधिकारी बनकर लैंडलाइन नंबर से कॉल रिश्वत की मांग की थी।