बिहार में भ्रष्टाचार और भ्रष्ट अधिकारियों से जुड़ी घटनाओं में लगातार वृद्धि हुई है। कई बार ऐसे अजीबो-गरीब मामले सामने आएं हैं, जिसने सभी को हमेशा चौंकाया है। इसी क्रम में विजिलेंस ने एक पुलिस अधिकारी को गिरफ्तार किया है, जिसने घूस के तौर पर कार के पुर्जों की मांग रखी थी। विजिलेंस विभाग के मुताबिक, गिरफ्तार हुआ सब इंस्पेक्टर सारण जिले के मधौरा थाने में तैनात था।
इस मामले के पहले भी कई बार बिहार में ऐसी घटनाएं सामने आई थी, जहां रिश्वत में रुपयों के बजाए ब्रांडेड जूते, बकरी किस और यौन संबंध बनाने की मांग रखी गई थी। अब एक अधिकारी ने कार के पुर्जों की मांग रखी थी, जिसे गिरफ्तार किया गया है। शिकायतकर्ता ने सुनवाई न होने और रिश्वत की मांग के बाद विजिलेंस विभाग को जानकारी दी थी। जांच के दौरान मामले को सही पाया और सब-इंस्पेक्टर को रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया गया।
रिश्वत में मांगे कार के पुर्जे: द स्टेट्समैन की एक रिपोर्ट के मुताबिक, विजिलेंस ने एक सब इंस्पेक्टर को कार के कल-पुर्जों (कंप्रेसर, कंडेनसर और कूलिंग कॉइल) को रिश्वत के रूप में लेते हुए गिरफ्तार किया है। यह घूस स्थानीय ग्रामीण विवेक कुमार सिंह से मांगी गई थी। दरअसल, कुछ दिनों पहले विवेक के यहां चोरी हुई थी, जिसमें शिकायत के बाद फरार अपराधियों को पकड़ने के बदले सब-इंस्पेक्टर के द्वारा कार के पुर्जों की मांग रखी गई थी।
ट्रांसफर के बदले ‘किस’ की मांग: बिहार में यह मामला नया नही है जब रिश्वत में करारे नोटों के बदले ऐसी मांग रखी गई हो। इससे पहले इस साल मार्च में एक वरिष्ठ स्वास्थ्य अधिकारी ने एक एएनएम से ट्रांसफर के बदले कथित तौर पर ‘किस और यौन संबंध’ बनाने की मांग की थी। अन्य घटना में पटना के कोतवाली थाने के कुछ पुलिसकर्मियों ने नशे में धुत व्यापारी को छोड़ने के बदले “मटन पार्टी” में ‘बकरे’ की मांग रखी गई थी।
विवाद निपटारे के बदले ब्रांडेड जूते: इसी क्रम में पटना जिले से सामने आई एक अन्य घटना में एक पुलिस अधिकारी ने भूमि विवाद मामले को निपटाने के एवज में एक स्थानीय शत्रुघ्न यादव से रिश्वत के रूप में अपने बेटे के लिए ब्रांडेड जूते की मांग रखी थी, जिसे बाद में निलंबित भी कर दिया गया था।
‘कटहल’ नहीं दिया तो भेज दिया जेल: इन सब मामलों में सबसे भयानक घटना 2018 में हुई थी, जिसमें पटना के अगमकुआं पुलिस ने एक नाबालिग लड़के को बाइक लूट में शामिल होने का आरोप लगाते हुए जेल भेज दिया था, क्योंकि उसने कथित तौर पर पुलिस को एक पूरा कटहल मुफ्त में देने से इनकार कर दिया था। यह मामला मुख्यमंत्री तक पहुंच गया था, जिसमें जांच के बाद लड़के को जेल से रिहा करने के बाद 11 पुलिस अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया था।