हमारे आसपास कई लोग लोग होते हैं, जो किसी आयोजन-समारोह में रौब झाड़ने के लिए अतरंगी तरीकों का सहारा लेते हैं। कुछ ऐसे ही फर्जीवाड़ा भोपाल की एक महिला ने भी किया, लेकिन किस्मत ने कुछ ही समय बाद धोखा दे दिया और पोल खुल गई। मामला अजब-गजब मध्य प्रदेश के भोपाल से सामने आया है। इस मामले में फर्जी पुलिसवाले और एक अन्य व्यक्ति को पकड़ा गया है, जबकि अधिकारियों का कहना है कि मामले में जांच जारी है।
मामला भोपाल मिसरोद थाना क्षेत्र के एक गेस्ट हाउस में किसी हाई-प्रोफाइल परिवार की शादी थी। इसी परिवार से जुड़े एक महिला रिश्तेदार को पता नहीं कैसा शौक चढ़ा कि वह फर्जी पुलिसवालों के घेरे में एसडीएम बनकर जा पहुंची। यहीं नहीं वह शादी में जिस गाड़ी से पहुंची, उस पर भी एसडीएम की पट्टी लगी थी। जबकि फर्जी पुलिसवाले ने नकली आईडी कार्ड ले रखा था।
हाई-प्रोफाइल परिवार की शादी में सियासत व प्रशासनिक क्षेत्र से जुड़े कई नेता-अधिकारी पहुंचे थे। इसी कार्यक्रम में राज्यपाल मंगूभाई पटेल भी पहुंच गए। कार्यक्रम में महिला और फर्जी पुलिसवालों का आमना-सामना जब असली अधिकारियों और पुलिसवालों से हुआ तो एसडीएम बनकर पहुंची महिला की पोल खुल गई।
दरअसल, फर्जी एसडीएम महिला के साथ एक पुलिसवाला और गार्ड था, जिनको ऐसी यूनीफॉर्म पहनने की अनुमति थी। बताया जा रहा है कि महिला के साथ पुलिसकर्मी व गार्ड बनकर गए शख्स की गतिविधियों के चलते असली पुलिसवालों ने पूरा माजरा मिनटों में पकड़ लिया। जिसके बाद नकली पुलिस वाले और वाहन लाने वाले को हिरासत में ले लिया गया। हालांकि, रिश्तेदारों ने किसी तरह बीच-बचाव कर महिला को बचा लिया।
पुलिस ने महिला और उसके एक साथी रोहित कुमार के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। कार पर एसडीएम लिखवाने और फर्जी आईडी कार्ड के लिए भी धाराएं मामले में जोड़ी हैं। एडिशनल सीपी सचिन अतुलकर ने बताया कि पुलिस के संज्ञान में प्रकरण आया है और जांच के बाद दोषियों पर उचित कार्रवाई की जाएगी।
वहीं, महिला को छोड़ देने के सवाल पर पुलिस का कहना है कि मामले में जांच जारी है और यदि महिला की भूमिका संदिग्ध पाई जाती है तो उस पर एक्शन लिया जाएगा। बता दें कि शादी में एसडीएम बनकर पहुंची महिला को रिश्तेदारों ने बचा लिया लिया था।