Crowd Clash in Ajmer Dargah: राजस्थान के अजमेर में स्थित सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती की अजमेर दरगाह (Khwaja Moinuddin Chishti Dargah, Ajmer) में सालाना उर्स के दौरान देर रात मारपीट के बाद हंगामा और जायरीनों में भगदड़ मचने की खबर सामने आई है। जानकारी के मुताबिक सालाना उर्स (Urs) में छठी की रात के आयोजन के दौरान नारेबाजी के चलते बरेलवी और खादिम (Barelvi and Khadim crowd clash) आपस में भिड़ गए थे। पुलिस ने काफी कोशिशों के बाद इस हंगामे को शांत कराया। इस मामले में एक आरोपी की गिरफ्तारी (Arrest) भी की गई है। इसके अलावा दरगाह के आसपास भारी पुलिस बल (Police Force) की तैनाती की गई है।
चश्मदीदों ने बताया हंगामे का सूरते हाल
अजमेर दरगाह (Ajmer Dargah) इलाके में बड़ी संख्या में तैनात पुलिस बल ने हालात काबू में होने का दावा किया। इससे पहले हुए हंगामे और मारपीट के बारे में चश्मदीदों (Eye Witness) ने बताया कि करीब रात दो बजे दरगाह के शाहजहांनी मस्जिद में बैठे बरेलवियों (Barelvi) के समूह ने नारेबाजी शुरू कर दी थी। दरगाह के खादिमों (Khadim) ने इसका विरोध किया। इस बात पर दोनों आपस में मारपीट करने लगे। मारपीट और हंगामे के बाद जायरीनों के बीच भगदड़ हो गई। भगदड़ से घबराकर दरगाह परिसर में तैनात कर्मचारी भी दीवार कूदकर भाग निकले।
हंगामे और मारपीट का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल
चश्मदीदों के मुताबिक दरगाह के महफिल खाने में दरगाह दीवान की सदारत में जारी महफिल के बीच गुस्ल (मजार को गुलाब जल, इत्र, केवड़ा से धोना) के दौरान हंगामा शुरू हुआ था। मौके पर पहुंची पुलिस टीम ने हल्का बल प्रयोग कर हंगामें पर काबू पाया था। अजमेर दरगाह में मारपीट और भगदड़ का वीडियो भी सोशल मीडिया (Social Media) पर वायरल हुआ है। वीडियो में साफ दिखता है कि कैसे मस्जिद की दीवार कूदकर भीड़ पर काबू करने वाले कार्यकर्ता भाग निकले और खादिम मस्जिद में घुस गए।
नहीं दर्ज हुई शिकायत, एक संदिग्ध गिरफ्तार- एक की तलाश
अजमेर शरीफ दरगाह (Ajmer Sharif) के थाना प्रभारी अमर सिंह के मुताबिक नारेबाजी और हंगामे की जानकारी मिलते ही वह टीम के साथ मौके पर पहुंचे और मारपीट को बंद करवाकर दोनों पक्षों को समझाया। हंगामे के सीसीटीवी फुटेज (CCTV Footage) के आधार पर लाल पगड़ी वाले एक संदिग्ध की तलाश की जा रही है। अभी तक किसी भी पक्ष ने रिपोर्ट दर्ज नहीं कराई है। वहीं, एक संदिग्ध को शांतिभंग करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।
क्या है पूरा मामला, पहले भी हो चुका है हंगामा
जानकारों के मुताबिक अजमेर दरगाह ( Ajmer Dargah) में जियारत कराने वाले खादिमों और बरेली के मुसलमानों यानी बरेलवियों के बीच लंबे समय से विवाद जारी है। दरगाह में आकर बरेलवी मुसलमान (Barelvi Muslims) अपने गुरु ताजू सरिया का गुणगान करते हैं। उनकी शान में ‘बस्ती-बस्ती करिया करिया… ताजू सरिया ताजू सरिया’ की नारेबाजी भी करते हैं। इसको लेकर साल 2018 में भी दरगाह में हंगामा हुआ था। अंजुमन कमेटी की ओर से प्रशासन को दिए पत्र में इस मामले की शिकायत भी की गई थी। उसके बाद दरगाह प्रबंधन से जुड़े लोगों ने पोस्टर लगाकर अपील की थी कि दरगाह कैंपस में ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती (Khwaja Moinuddin Hasan Chisti) साहब की शान में ही नारे लगाए जाएं।