मध्यप्रदेश और उत्तरप्रदेश के बीहड़ों में 21 साल की साधना पटेल खौफ की पर्याय बन चुकी थी। गन चलाने में माहिर साधना पटेल पर फिरौती, अपहरण और रंगदारी के कई मामले दर्ज हैं। कहा तो यह भी जाता है कि वो बड़े-बड़े पहाड़ों को घने जंगलों के बीच हर वक्त अपने गैंग के सुरक्षा घेरे में रहने वाली साधना पटेल एकमात्र दस्यु सुंदरी थी जिसे अब पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
बीते दिनों मध्यप्रदेश के सतना जिले की पुलिस ने मुखबिरों की सटीक सूचना के आधार पर साधना को मझगवां थाना क्षेत्र के कडियन मोड के जंगली इलाकों से गिरफ्तार किया है। साधना के पास से 315 बोर देशी रायफल और जिंदा कारतूस बरामद किया गया है। एमपी और यूपी की पुलिस इस गिरफ्तारी को काफी अहम मान रही है क्योंकि इन दोनों ही राज्यों में उसपर कई केस दर्ज हैं।
घर में लगती थी डकैतों की पाठशाला: चित्रकूट जिले के भरतकूप चौकी क्षेत्र के बगैहा गांव से सटे भड़हापुरवा की रहने वाली साधना के पिता का नाम होरीलाल पटेल था। होरीलाल पटेल के बारे में कहा जाता है कि उसके कई डकैतों से संबंध थे। कई नामी डकैतों का साधना के घर अक्सर आना-जाना रहता था और कहा जाए तो डकैती की पाठशाला घर में ही मिलने पर साधना की सोहबत धीरे-धीरे बिगड़ने लगी। साधना अक्सर अपने गांव वालों से लड़ती थी और कई बार तो वो कई-कई दिनों तक घर से गायब भी रहती थी। मां-बाप की तीन संतानों में सबसे बड़ी साधना ने जुर्म की दुनिया में कम समय में बड़ा नाम कमाया।
किडनैपिंग से बटोरी सुर्खियां: जानकारी के मुताबिक पिता की मौत के बाद साधना नवल धोबी नाम के डाकू के संपर्क में आई। साल 2018 में अगस्त के महीने में मध्यप्रदेश के एक गांव में किडनैपिंग को अंजाम देने के बाद साधना पटेल अचानक सुर्खियों में आ गई। लेकिन नवल धोबी के गिरफ्तार होने के बाद दीपक शिवहरे उस गैंग का लीडर बन गया और साधना उसकी महबूबा।
पति को छोड़ बनी डाकू की महबूबा: साधना पटेल के घरवालों ने 17 साल की उम्र में उसकी पहली शादी करवाई थी लेकिन 6 महीने के बाद ही उसने अपने पति को छोड़ दिया। इसके बाद उसने एक लड़के से शादी की और उसके साथ 1 साल तक रही लेकिन डाकू की महबूबा बनने के बाद उसने इस लड़के को भी छोड़ दिया और बंदूक उठा कर बन गई दस्यु सुंदरी।
3 महीने में 6 घटनाओं को दिया अंजाम: साधना पटेल ने हाथों में बंदूक थामने के बाद पीछे मुड़ कर नहीं देखा और जुर्म की दुनिया में बड़ा नाम कमाया। साल 2018 में उसके गैंग ने 3 महीने में मारपीट और लूटपाट की 6 घटनाओं को अंजाम देकर खलबली मचा दी। कुछ माह में ही साधना पटेल यूपी-एमपी के बार्डर वाले गांवों में दहशत का पर्याय बन गई।
प्रशासन ने उसके सिर पर शुरू में 10 हजार रुपए का इनाम रखा था लेकिन बाद में इसे बढ़ाकर 30,000 रूपया कर दिया गया। जब पुलिस ने उसे पकड़ा तब उसपर यूपी और एमपी में 10 मामले दर्ज थे। बताया यह भी जा रहा है कि पिछले कुछ महीनों से पुलिस की दबिश की वजह से वो जंगलों से निकलकर दिल्ली, यूपी के बॉर्डर इलाकों में रहने लगी थी। (और…CRIME NEWS)