कुछ समय पहले केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री ने कहा था कि देश में लगभग साढ़े छह लाख गांव हैं, अगर इन्हें सड़कों से जोड़ दिया जाए, तो भारत की जीडीपी एक लाख करोड़ रुपए तक बढ़ सकती है। केंद्र सरकार और हर राज्य सरकार को देश के सभी गांवों को सड़कों से जोड़ने पर गंभीरता दिखानी चाहिए। भारत तो बसता ही गांवों में है।
अगर देश में सड़कों का उचित निर्माण होगा, जहां सड़कें बनाने में पहाड़ बाधा बनते हों, वहां सुरंगों से सड़कों का जाल बिछेगा, देश के हर पर्यटन स्थल तक इनका विस्तार होगा तो देश-विदेश के पर्यटक आसानी से पर्यटन स्थलों तक पहुंच पाएंगे। इससे देश की आर्थिक व्यवस्था पर भी असर पड़ेगा और युवाओं को रोजगार मिलेगा।
आमजन का सफर आसान, आरामदायक और सफर में समय की बचत करने के लिए सरकार सड़कों का विस्तार और एक्सप्रेस-वे बनाने के लिए गंभीरता तो दिखा रही है, लेकिन सड़क या एक्सप्रेस-वे की दुर्घटनाओं पर लगाम कसने के लिए तो लोगों को खुद भी जागरूक होना पड़ेगा। यातायात नियमों का पालन करना होगा। इसके प्रति आमजन को सचेत करने के लिए भी सरकारें काफी प्रयास करती हैं, लेकिन आखिरकार इन नियमों का पालन आमजन को ही करना है।
- राजेश कुमार चौहान, जालंधर