भारत की एक कंपनी ऐसी नीति की पेशकश कर रही है, जिसमें वर्करों को बड़ी राहत मिलेगी। अभी तक आपने महीने में सैलरी देने वाले कंपनी के बारे में सुना होगा, लेकिन यह कंपनी अपने कर्मचारियों को हर हफ्ते सैलरी देने की पेशकश कर रही है। कंपनी का कहना है कि इससे लोगों को आर्थिक समस्याओं का समाधान करने में सुविधा होगी। यह नीति B2B ई-कॉमर्स फर्म IndiaMART ने शुरू की है।
इंडियामार्ट ने एक फेसबुक पोस्ट में कहा है कि एक लचीली कार्य संस्कृति बनाने और हमारे कर्मचारियों की वित्तीय भलाई सुनिश्चित करने के उद्देश्य से, इंडियामार्ट वेतन का साप्ताहिक भुगतान अपनाने वाला पहला भारतीय संगठन बन गया है। इस फैसले से कर्मचारियों पर आर्थिक बोझ कम होगा और उन्हें बेहतर काम करने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। कंपनी का यह भी कहना है कि सप्ताह में सैलरी देने से उनकी वित्तीय जरुरतों को पूरा करने में मदद मिलेगी और सैलरी के लिए महीना पूरा होने का इंतजार नहीं करना होगा।
यहां पहले से ही मिल रही है ऐसी व्यवस्था
बता दें कि भारत में सप्ताह में सैलरी देने वाली यह पहली कंपनी है। हालाकि साप्ताहिक भुगतान के मामले में पहले से ही न्यूजीलैंड, ऑस्ट्रेलिया, हांगकांग और अमेरिका में ऐसा किया जा रहा है। विशेषज्ञों द्वारा इस कदम को कर्मचारियों के कल्याण के लिए बड़ा बताया जा रहा है।
कर्मचारियों के सैलरी पर असर
विशेषज्ञ बताते हैं कि इससे कर्मचारियों के सैलरी पर भी अच्छा प्रभाव पडेगा। इससे उनके प्रति घंटा काम के एवज में सही सैलरी मिल सकती है। साथ ही कर्मचारियों के सैलरी बढ़ोत्तरी पर की भी उम्मीद जगाएगी।
दिसंबर में 70.2 करोड़ रुपये की हुई थी गिरावट
इंडियामार्ट ने दिसंबर 2021 की तिमाही में गिरावट दर्ज की थी। इसमें 12.4 प्रतिशत की गिरावट के साथ 70.2 करोड़ रुपये की गिरावट दर्ज की गई थी। हालाकि पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में कंपनी को 80.2 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ था। एक नियामक फाइलिंग में कहा गया है कि वित्त वर्ष 22 की तीसरी तिमाही में इसका राजस्व 8.3 प्रतिशत बढ़कर 188.1 करोड़ रुपये हो गया है, जो एक साल पहले की अवधि में 173.6 करोड़ रुपये था।