Gautam Adani: हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद अडानी ग्रुप के शेयरों में भारी गिरावट देखने को मिली। वहीं अडानी समूह ने अपना एफपीओ भी वापस ले लिया है। इस बीच रॉयटर्स के मुताबिक नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) ने गुरुवार (2 फरवरी) को अडानी एंटरप्राइजेज, अडानी पोर्ट्स और अंबुजा सीमेंट्स को एडिशनल सर्विलांस मैकेनिज्म (एएसएम) में रखा है।
इसका मतलब है कि अडानी के शेयरों में ट्रेडिंग के लिए 100 प्रतिशत मार्जिन की आवश्यकता होगी। ऐसा करने का उद्देश्य अटकलों और शॉर्टसेलिंग पर अंकुश लगाना है।
क्या है एडिशनल सर्विलांस मैकेनिज्म (एएसएम):
मालूम हो कि एएसएम को 26 मार्च, 2018 को बाजार की अस्थिरता और शेयर की कीमतों में असामान्य बदलाव से निवेशकों को बचाने के इरादे से पेश किया गया था। जो स्टॉक्स ASM के अंदर होते हैं उन पर कॉर्पोरेट में होने वाली गतिविधियों का कोई फर्क नहीं पड़ता है। सभी कॉर्पोरेट एक्शन्स जैसे बोनस, डिविडेंड, स्टॉक स्प्लिट जैसी चीजें होने पर ASM स्टॉक का फायदा शेयरहोल्डर को मिलता है। वहीं जो स्टॉक्स ASM के अंदर होते हैं, उन्हें प्लेज नहीं किया जा सकता।
NSE ने इसलिए उठाया यह कदम:
बता दें कि मौजूदा समय में अडानी समूह के तीन कंपनियों के शेयरों की कीमतों में असामान्य बदलाव से निवेशकों को होने वाले नुकसान से बचाने के इरादे से अडानी एंटरप्राइजेज, अडानी पोर्ट्स और अंबुजा सीमेंट्स को NSE ने ASM में रखा है। ऐसे में शॉर्टलिस्ट किए गए शेयरों की निगरानी पहले से तय किए गए मानकों पर की जाएगी और मानदंड संतुष्ट होने के बाद ही इन शेयरों को ट्रेड फॉर ट्रेड सेगमेंट में ले जाया जाएगा।
ममता बनर्जी ने साधा केंद्र पर निशाना:
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गुरुवार (2 फरवरी) को आरोप लगाया कि गौतम अडानी को बचाने के लिए शेयर बाजार में फोन किए गए थे। सीएम बनर्जी ने अडानी समूह के शेयरों में गिरावट का मुद्दा उठाते हुए आरोप लगाया कि उन्हें बचाने के लिए शेयर मार्केट में कॉल किए गए थे लेकिन वो किसी का नाम लेकर शर्मिंदा नहीं करना चाहती।
ममता बनर्जी ने कहा, “शेयर बाजार में गिरावट के चलते केंद्र सरकार कल (एक फरवरी) को लगभग गिरने वाली थी। इस बीत कुछ लोगों को जमानत के लिए फोन किया गया लेकिन मैं किसी का नाम लेकर और अधिक शर्मिंदगी पैदा नहीं करना चाहती।” ममता बनर्जी ने सवाल किया कि क्या आखिर सरकार इसी तरह चलती है।
बनर्जी ने कहा, “केंद्रीय बजट पेश किए जाने के बाद शेयर बाजार में भारी गिरावट देखी गई…ऐसे में कुछ लोगों को फोन करके उनसे कई हजार करोड़ रुपये (बाजार में) लगाने को कहा गया।” हालांकि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने केंद्र पर निशाना तो साधा लेकिन इस दौरान उन्होंने सीधे तौर पर अडानी समूह के मालिक गौतम अदानी का नाम नहीं लिया।
बनर्जी ने कहा, “अगर यह सरकार बनी रहती है, तो भविष्य में देश के बैंक बंद हो जाएंगे।” उन्होंने कहा कि जिस तरह से एलआईसी के शेयरों का दुरुपयोग किया जा रहा है, यह आपराधिक है।
बता दें कि ममता बनर्जी ने गुरुवार को पश्चिम बंगाल के पूर्व बर्धमान जिले में आयोजित एक कार्यक्रम में कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) अपने कुछ नेताओं को फायदा पहुंचाने के लिए जीवन बीमा निगम (एलआईसी) और राष्ट्रीयकृत बैंकों में जमा लोगों के पैसे का इस्तेमाल कर रही है। तृणमूल कांग्रेस पार्टी की प्रमुख ने भाजपा नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर आम बजट को लेकर निशाना साधा और कहा कि बजट पेश करने के बाद शेयर बाजार में भारी गिरावट आई।
गौरतलब है कि बीते दिनों हिंडनबर्ग की रिपोर्ट आने के बाद अडानी ग्रुप के शेयरों में भारी गिरावट देखने को मिली है। इन गिरावटों के बीच अडानी समूह ने अपना एफपीओ भी वापस ले लिया है। मालूम हो कि हिंडनबर्ग की रिपोर्ट में अडानी समूह में कई अनियमितताओं को लेकर दावा किया गया था।