बैंकिंग बिजनेस में भी एंट्री के मूड में Tata, Birla, Bajaj और Piramal Group; फिलहाल इन क्षेत्रों में है दखल
हाल में रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया की एक कमिटी ने बैंकिंग कानून में कुछ बदलाव कर इंड्रस्ट्रियल हाउस को बैंकिंग लाइसेंस ऑफर करने का सुझाव दिया है।

भारत के कई बड़े बिजनेस समूहों ने बैंकिंग लाइसेंस लेने का मन बना लिया है। इसमें टाटा, बिरला, परिमल और बजाज जैसे बिजनेस ग्रुप शामिल हैं। सूत्रों मुताबिक ये ग्रुप इस बात का आकनल कर रहे हैं कि आरबीआई की गाइडलाइन उनके पक्ष में है या नहीं। इसके बाद बैंकिंग सेक्टर की दिशा में अगला कदम बढ़ाया जाएगा। दरअसल हाल में रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया की एक कमिटी ने बैंकिंग कानून में कुछ बदलाव कर इंड्रस्ट्रियल हाउस को बैंकिंग लाइसेंस ऑफर करने का सुझाव दिया है। ऐसे में हो सकता है कि भविष्य में आपको भारत के बड़े औद्योगिक घरानों के बैंक देखने को मिलें।
रिजर्व बैंक की कमिटी ने उन इंडस्ट्रियल हाउस को बैंक में बदलने का सुझाव दिया है जिनकी एनबीएफसी के पास 50 हजार करोड़ रुपए से अधिक के असेट्स हैं। फिलहाल टाटा ग्रुप की एनबीएफसी टाटा कैपिटल के पास करीब 74,500 करोड़ रुपए, आदित्य बिरला की आदित्य बिरला कैपिटल के पास लगभग 59 हजार करोड़ रुपए के असेट्स हैं। इसी तरह वित्त वर्ष 2019 में बजाज फाइनेंस का असेट्स 1.15 लाख करोड़ रुपए रहा है। इसी तरह बैंकिंग सेक्टर में आने के लिए पीरामल ग्रुप भी बेहतर स्थिति में हैं।
बता दें कि टाटा ग्रुप नमक से लेकर सॉफ्टवेयर सेक्टर में एक्टिव हैं। टाटा समूह की होल्डिंग कंपनी टाटा संस पिछले एक सालों में हजारों करोड़ रुपए की ग्रोथ दर्ज की है। टाटा ग्रुप बड़े पैमाने पर स्टील, वाहन और ऊर्जा क्षेत्रों में निवेश करता रहा है। वित्तीय साल 2017 और 2019 में टाटा स्टील, टाटा मोटर और टाटा पॉवर ने एक साथ 74 हजार करोड़ रुपए का कारोबार किया।
इसी तरह आदित्य बिड़ला ग्रुप करीब सभी औधोगिक क्षेत्रों में प्रमुख खिलाड़ी है। ग्रुप फाइबर, गैर-लौह धातुएं, सीमेंट, विस्कोस फिल्मेंट यार्न ब्रांडेड परिधान, कार्बन ब्लैक, रसायन, रिटेल, उर्वरक, रसायन, इंसुलेटर, वित्तीय सेवाएं, दूरसंचार, बीपीओ और आईटी सेवाओं में काम करता है।
बजाज ग्रुप भारत का प्रमुख औद्योगिक समूह है। इसकी स्थापना जमनालाल बजाज ने साल 1926 में की ती। बजाज शक्कर उत्पादक कंपनी के रूप में शुरु हुआ और वर्तमान में यह 34 कम्पनियों का समूह है जिसमें से 6 कमपनियां शेयर बाजार में हैं। बजाज आटो लिमिटेड के अलावा मुकुन्द लिमिटेड, बजाज एलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड और बजाज हिन्दुस्तान लिमिटेड इसकी प्रमुख कंपनियां हैं।
वहीं पीरामल ग्रुप दवाओं का कारोबार करता है। हेल्थेयर सलूशन से लेकर ड्रग डिस्कवरी तक के काम में इस ग्रुप का दखल है। देश के सबसे अमीर शख्स मुकेश अंबानी की बेटी ईशा अंबानी की शादी पीरामल ग्रुप के एग्जीक्युटिव डायरेक्टर आनंद पीरामल से हुई है। ईशा अंबानी शादी के बाद भी रिलायंस इंडस्ट्रीज के कारोबार में सक्रिय हैं। हाल ही में रिलायंस की 43वीं जनरल मीटिंग के दौरान उन्हें पिता मुकेश अंबानी के साथ मीटिंग को संबोधित करते हुए देखा गया था।
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