शेयर बाजार पर Coronavirus का कहर! Sensex में 1941 प्वॉइंट्स की गिरावट, निवेशकों के डूबे 5 लाख करोड़ रुपए
घरेलू शेयर बाजार में तेज गिरावट और कोरोना वायरस के चलते आर्थिक मंदी की आशंका से रुपे पर दबाव दिखा। कारोबारियों के मुताबिक, घरेलू शेयर बाजार में कमजोर शुरुआत और विदेशी फंडों के बाहर जाने से स्थानीय मुद्रा में कमजोरी आई।

Coronavirus के कहर के चलते सोमवार को Bombay Stock Exchange (BSE) का सेंसेक्स 1,941.67 अंक गोता लगाकर 35,634.95 पर आ गया, जबकि NSE NIFTI 538 अंक लुढ़ककर 10,451.45 अंक पर बंद हुआ। पिछले साढ़े चार साल में यह एक दिन में अब तक की सबसे बड़ी गिरावट कही जा रही है।
यही नहीं, भारतीय रुपए में गिरावट का सिलसिला भी सोमवार को जारी रहा। शुरुआती कारोबार में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 16 पैसे टूटकर 74.03 पर आ गया। घरेलू शेयर बाजार में तेज गिरावट और कोरोना वायरस के चलते आर्थिक मंदी की आशंका से रुपे पर दबाव दिखा।
कारोबारियों के मुताबिक, घरेलू शेयर बाजार में कमजोर शुरुआत और विदेशी फंडों के बाहर जाने से स्थानीय मुद्रा में कमजोरी आई। हालांकि, अमेरिकी मुद्रा बाजारों में कमजोरी और तेल कीमतों में गिरावट से रुपए को मजबूती मिली, पर कारोबारियों का अनुमान है कि Coronavirus के प्रकोप के चलते प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में मंदी की आशंका से रुपए पर दबाव बढ़ सकता है।
अंतरबैंक मुद्रा बाजार में रुपया कमजोरी के साथ 73.99 पर खुला और पिछले बंद भाव के मुकाबले 16 पैसे की गिरावट के साथ 74.03 पर आ गया। रुपया शुक्रवार को डॉलर के मुकाबले 73.87 पर बंद हुआ था। इसी बीच, शेयर बाजार में शुरुआती कारोबार में भारी गिरावट के चलते निवेशकों के करीब पांच लाख करोड़ रुपये डूब गए। कोरोना वायरस के प्रकोप के चलते बढ़ती आर्थिक अनिश्चितता के कारण यह गिरावट हुई।
BSE में 30 शेयरों पर आधारित सेंसेक्स सूचकांक 1515.01 अंक या 4.03 प्रतिशत गिरकर 36,061.61 पर आ गया था। निफ्टी में भी 417.05 अंकों या 3.80 प्रतिशत की गिरावट हुई और यह 10,572.40 के स्तर पर आ गया। बीएसई में सूचीबद्ध कंपनियों के बाजार पूंजीकरण में भारी गिरावट दर्ज की गई।
इक्विटी बाजार में इस गिरावट के चलते निवेशकों के 4,79,820.87 करोड़ रुपये डूब गए और बीएसई पर कुल बाजार पूंजीकरण 1,39,39,640.96 करोड़ रुपये रह गया। बीएसई में सूचीबद्ध कंपनियों का बाजार पूंजीकरण शुक्रवार को कारोबार के अंत में 1,44,31,224.41 करोड़ रुपये था।
कारोबारियों का अनुमान है कि कोरोना वायरस के प्रकोप के चलते प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में मंदी की आशंका गहराने के चलते शेयर बाजारों में नकारात्मक रुख है। सेंसेक्स के सभी शेयर घाटे में चल रहे हैं। ओएनजीसी, रिलायंस, इंडसइंड बैंक, टाटा स्टील, एलएंडटी, आईसीआईसीआई बैंक और इंफोसिस गिरने वाले प्रमुख शेयर रहे।
पिछले सत्र में बीएसई में 893.00 अंकों की और निफ्टी में 279.55 अंकों की गिरावट हुई थी। शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक इस दौरान सकल आधार पर विदेशी संस्थागत निवेशकों ने 3,594.84 करोड़ रुपये की इक्विटी बेची, जबकि घरेलू संस्थागत निवेशकों ने 2,543.78 करोड़ रुपये की शुद्ध लिवाली की।
कारोबारियों ने बताया कि तेल कीमतों में भारी गिरावट और वैश्विक स्तर पर अनिश्चितता के माहौल को देखते हुए घरेलू बाजार में निवेशक सतर्क रूख अपना रहे हैं। उन्होंने कहा कि विदेशी फंडों के बाहर जाने से बाजार की धारणा पर नकारात्मक असर पड़ा। उन्होंने बताया कि यस बैंक के संकट के मद्देनजर देश के बैंकिंग क्षेत्र की स्थिरता को लेकर चिंताएं जताई जा रही हैं।