इसके अलावा वित्त मंत्री ने देश के युवाओं को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नौकरियों के लिए तैयार के लिए देश भर में 30 कौशल भारत अंतरराष्ट्रीय केंद्र खोले जाने का एलान भी किया। सीतारमण ने कहा कि अखिल भारतीय राष्ट्रीय प्रशिक्षुता प्रोत्साहन योजना के अंतर्गत तीन सालों में 47 लाख युवाओं को वजीफा प्रदान करने के लिए प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण शुरू किया जाएगा।
इसके साथ ही तीन सालों में लाखों युवाओं को कौशल प्रदान करने के लिए प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना 4.0 शुरू की जाएगी। नौकरी पर प्रशिक्षण, उद्योग साझेदारी और उद्योग की जरूरतों के साथ पाठ्यक्रमों की साझेदारी पर जोर दिया जाएगा। यह योजना उद्योग 4.0 जैसे कोडिंग, एआइ, रोबोटिक्स, आइओटी, 3डी प्रिंटिंग, ड्रोन आदि नए युग के पाठ्यक्रमों को शामिल किया जाएगा।
देश के युवाओं को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नौकरियों के लिए तैयार के लिए देश भर में 30 कौशल भारत अंतरराष्ट्रीय केंद्र खोले जाएंगे। वित्त मंत्री ने प्रधानमंत्री विश्वकर्मा कौशल सम्मान योजना (पीएम विकास) का एलान किया है। इस योजना के तहत युवाओं को कुशल बनाया जाएगा।
स्टार्टअप और अकादमिया स्तर पर शोध और नवोन्मेष को बढ़ावा देने के लिए ‘राष्ट्रीय आंकड़ा प्रशासन नीति’ लाई जाएगी। देशभर में 50 पर्यटक स्थल चुने जाएंगे, जिन्हें विकसित कर राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों को लुभाया जाएगा। इससे बड़ी संख्या में रोजगार और स्वरोजगार के मौके बनेंगे। देशी-विदेशी पर्यटकों को लुभाने के लिए देश में अपार क्षमताएं हैं।
पर्यटन क्षेत्र में काफी क्षमता है, जिससे बड़े पैमाने पर युवाओं को रोजगार और उद्यमिता के मौके मिल सकते हैं। देश में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए ‘मिशन मोड’ पर काम किया जाएगा। जिसमें राज्यों की भी सक्रिय भागीदारी रहेगी और सरकारी कार्यक्रमों और सार्वजनिक निजी साझेदारी के आधार पर काम किया जाएगा।