कई बार हमें आकस्मिक जरूरतों को पूरा करने के लिए पैसों की जरूरत पड़ जाती है। जिसके लिए पर्सनल लोन एक बेहतर और अच्छा विकल्प है। पर्सनल लोन कुछ दिनों में या फिर कुछ घंटों में मिल जाता है। इस कारण से पर्सनल लोन लोगों के बीच और अधिक लोकप्रिय होता जा रहा है।
पर्सनल लोन की सबसे खास बात यह है कि पर्सनल लोन लेने के लिए आपको कुछ भी गिरवी नहीं रखना पड़ता है। बैंक आपको पर्सनल लोन आपके सिबिल स्कोर के आधार पर देती है। यदि आपका सिविल स्कोर 700 से ऊपर है तो बैंक आपको आसानी से लोन दे देती है और ब्याज भी कम वसूल करती है। ऐसे में लोन लेने के लिए आपका सिविल स्कोर अच्छा होना बेहद ही जरूरी होता है।
किसी भी लोन को लेते वक्त उस पर लगने वाली ब्याज सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा होती है। ब्याज दर का आकलन करके ही किसी भी व्यक्ति को लोन लेना चाहिए,अन्यथा भारी ब्याज के चलते लेने के देने पड़ सकते हैं। ऐसे में सबसे पहले यह महत्वपूर्ण हो जाता है कि कौन-से बैंक सबसे सस्ती दर पर लोन दे रहे हैं। इस काम में हम आपकी मदद करते हैं।
सरकारी बैंकों की ब्याज दर कम: पर्सनल लोन अनसिक्योर्ड होने के चलते होम लोन, कार लोन की अपेक्षा अधिक ब्याज दर लगती है। बैंक बाजारडॉटकॉम के मुताबिक सरकारी बैंकों में 5 साल तक का सबसे सस्ता पर्सनल लोन इंडियन बैंक दे रहा है। इंडियन बैंक की पर्सनल लोन के लिए ब्याज दरें 8.50 फीसदी से शुरू हैं।इसके बाद यूनियन बैंक, सेंट्रल बैंक और पंजाब नेशनल बैंक 8.90 फीसदी की दर से पर्सनल लोन दे रहे हैं। बैंक ऑफ महाराष्ट्र की ब्याज दरें 9.45 फीसदी से शुरू हैं। पंजाब और सिंध बैंक, आईडीबीआई बैंक 9.50 फीसदी से पर्सनल लोन दे रहे हैं।
देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक एसबीआई में पर्सनल लोन के लिए ब्याज दर 9.6 फीसदी से शुरू है। जबकि बैंक ऑफ़ बड़ोदरा और इंडियन ओवरसीज जैसे बैंक 10 फीसदी से अधिक की अधिक की ब्याज दरों पर पर्सनल लोन दे रहे हैं।
प्राइवेट बैंकों में लोन में महंगा : सरकारी बैंकों की तुलना में प्राइवेट बैंकों में पर्सनल लोन अधिक महंगा है। यदि देश के दिग्गज प्राइवेट सेक्टर के बैंकों की बात करें, तो एचडीएफसी और आईसीआईसीआई बैंक 10.50 फीसदी की दर से पर्सनल लोन दे रहे हैं।