पुराने बैंकों में से एक बंधन बैंक ने फिक्स डिपॉजिट पर स्पेशल टेन्योर के साथ उच्च ब्याज दरों की पेशकश की है। ये दरें 2 करोड़ रुपये तक की खुदरा जमा राशियों के लिए लागू हैं और आज 7 नवंबर 2022 से प्रभावी हैं। बैंक फिक्स डिपॉजिट अलग-अलग टेन्योर के लिए अलग-अलग ब्याज दे रहा है। बंधन बैंक सबसे अधिक 600 दिनों के फिक्स डिपॉजिट पर 8 फीसदी का ब्याज का ऑफर कर रहा है।
बंधन बैंक 600 दिनों के फिक्स डिपॉजिट पर 8 फीसदी का ब्याज सीनियर सिटीजन के लिए दे रहा है। वहीं सामान्य नागरिकों को लिए 600 दिनों के जमा पर 7.50 फीसदी का ब्याज दिया जा रहा है। बंधन बैंक इस नए ऑफर के साथ पूरे बैंकिंग सेक्टर में फिक्स डिपॉजिट पर सबसे अधिक ब्याज दरों में से एक की पेशकश कर रहा है।
अन्य टेन्योर पर बंधन बैंक कितना दे रहा ब्याज
- 7 से 30 दिन के निवेश पर बंधन बैंक 3 फीसदी समान्य नागरिकों के लिए और सीनियर सिटीजन के लिए 3.75 फीसदी का ब्याज दे रहा है।
- 31 दिन से 2 माह पर सभी के लिए 3.50 और सीनियर सिटीजन के लिए 4.25 फीसदी ब्याज
- 2 से एक साल की एफडी पर सभी के लिए 4.50 फीसदी और वरिष्ठ के लिए 5.25 फीसदी ब्याज
- 1 साल से लेकर 599 दिन की एफडी पर 7 फीसदी और सीनियर सिटीजन के लिए 7.50 फीसदी ब्याज
- 600 दिन की एफडी पर सभी के लिए 7.50 और सीनियर सिटीजन के लिए 8 फीसदी का ब्याज
- 6001 दिन से लेकर 5 साल की एफडी पर 7 फीसदी और सीनियर सिटीजन के लिए 7.50 फीसदी ब्याज दिया जाएगा।
- 5 साल से लेकर 10 साल की एफडी निवेश पर सभी के लिए 5.60 फीसदी और 6.35 फीसदी सीनियर सिटीजन के लिए दिया जाएगा।
घर बैठे एफडी में कर सकते हैं निवेश
बंधन बैंक की वेबसाइट के अनुसार, बैंक वरिष्ठ नागरिकों को 1 वर्ष से कम अवधि की FD के लिए 0.75 प्रतिशत या 75 बीपीएस अधिक ब्याज दर प्रदान करता है। ऐसे में अगर आप बंधन बैंक की एफडी में निवेश करना चाहते हैं तो आप घर बैठे भी मोबाइल बैंकिंग, रिटेल इंटरनेट बैंकिंग या एम बंधन मोबाइल ऐप के माध्यम से एफडी की बुकिंग या निवेश का लाभ उठा सकते हैं। इस ऑनलाइन प्रॉसेसे से कस्टमर बिना किसी परेशानी के तुरंत FD बुक कर सकते हैं।
बंधन बैंक को कितना हुआ प्रॉफिट
गौरतलब है कि प्राइवेट सेक्टर के कर्जदाता बंधन बैंक ने पिछले महीने खराब कर्ज में गिरावट के कारण सितंबर 2022 में समाप्त तिमाही में 209.30 करोड़ रुपये का नेट प्रॉफिट दर्ज किया था। जबकि बैंक को एक साल पहले इसी तिमाही में 3,008.60 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा हुआ था।