Top 5 Small Saving Sachems: निवेश किसी भी व्यक्ति के भविष्य की जरूरतों को पूरा करने के लिए बेहद जरूरी होता है। निवेश के जरिए ही कोई व्यक्ति अपने लॉन्ग टर्म लक्ष्य को प्राप्त कर सकता है, लेकिन निवेश करते समय जोखिम का भी ध्यान रखना बेहद जरूरी है, जिससे हम बाजार के उतार- चढ़ाव के बीच भी अच्छे रिटर्न कमा सकें। आज हम आपको पांच ऐसे निवेश योजनाओं के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसमें आप बैंक एफडी जितने ही कम जोखिम में अधिक रिटर्न हासिल कर सकते हैं।
पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF): पीपीएफ एक सरकारी निवेश योजना है, जिसका संचालन केंद्र सरकार की ओर से किया जाता है। मौजूदा समय में पीपीएफ पर 7.1 फीसदी की दर से चक्रवृद्धि ब्याज मिलता है। पीपीएफ में निवेश करने पर इनकम टैक्स की धारा 80सी के तहत 1.5 लाख रुपए तक की छूट मिलती है।
नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट (NSC): एनएससी भारतीय डाकघर की ओर से जारी किया जाने वाला एक बचत बांड है। इसकी मैच्योरिटी अवधि पांच वर्ष की होती है। डाकघर की ओर से इस पर 6.8 फीसदी का चक्रवृद्धि ब्याज दिया जा रहा है। एनएससी में एक वित्त वर्ष के दौरान 1.5 लाख रुपए तक का निवेश पर इनकम टैक्स की धारा 80 सी के तहत छूट मिलती है। एनएससी में अधिकतम निवेश की कोई सीमा नहीं है।
वॉलेंटरी प्रोविडेंट फंड (VPF): वॉलेंटरी प्रोविडेंट फंड उन लोगों के लिए आदर्श है जो बिल्कुल भी जोखिम नहीं उठाना चाहते है। यह योजना ईईई श्रेणी में आती है। इसका मतलब यह है कि इसमें निवेश होने वाली राशि, ब्याज और मैच्योरिटी पर मिलने वाली रकम ब्याज मुक्त होती है। हालांकि बजट 2021 में सरकार ने पीएफ से 2.5 लाख रुपए से ज्यादा ब्याज अर्जित करने वाले लोगों पर टैक्स लगाने का फैसला किया था। पीएफ पर सरकार की ओर से 8.1 फीसदी का ब्याज दिया जा रहा है जोकि एफडी में मिलने वाले रिटर्न से 2 से 3 फीसदी ज्यादा है।
लिक्विड फंड्स: लिक्विड फंड एक प्रकार का म्यूचुअल फंड होता है। यह 91 दिनों में पूरी होने वाली प्रतिभूतियों में निवेश करता है, जिसमें ट्रेजरी बिल, डिपॉजिट सर्टिफिकेट, कमर्शियल पेपर्स आदि शामिल होते हैं। लिक्विड फंड की खासियत यह है कि इसमें आप अपने निवेश को कुछ ही महीनों के बाद भी निकल सकते हैं, पिछले 10 साल के रिटर्न के आधार पर देखा जाएं तो लिक्विड फंड ने निवेशकों को 6.4 फीसदी -7.25 फीसदी तक रिटर्न दिया है।
गोल्ड: गोल्ड लंबी अवधि के निवेशकों का हमेशा से पसंदीदा विकल्प रहा है। गोल्ड म्यूचुअल फंड सोने में निवेश करने का एक आदर्श तरीका हो सकता है। गोल्ड फंड का 3 साल का सीएजीआर 11.4 फीसदी से 12.8% के बीच है।