ONGC से रिलायंस तक, निवेशकों को हुआ बड़ा नुकसान, इन कंपनियों को फायदा
सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी ऑयल एंड नैचुरल गैस कॉरपोरेशन (ओएनजीसी) को सर्वाधिक करीब 5 प्रतिशत का नुकसान हुआ। लाभ में रहने वाले शीर्ष शेयरों में आईटीसी, इन्फोसिस, टीसीएस और एचडीएफसी शामिल हैं।

भारतीय शेयर बाजार में एक बार फिर गिरावट का दौर देखने को मिला है। इस गिरावट की वजह से ओएनजीसी और रिलायंस समेत कई बड़ी कंपनियों के निवेशकों को नुकसान हो गया है।
ONGC को करीब 5 प्रतिशत का नुकसान: सेंसेक्स में सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी ऑयल एंड नैचुरल गैस कॉरपोरेशन (ONGC) को सर्वाधिक करीब 5 प्रतिशत का नुकसान हुआ। बता दें कि ओएनजीसी की देश के तेल एवं गैस उत्पादन में हिस्सेदारी बढ़कर 70 प्रतिशत पर पहुंच गई है। एक दशक पहले यह हिस्सेदारी 53 प्रतिशत थी। ओएनजीसी 109.40 रुपये के स्तर पर आ गया है। कंपनी का मार्केट कैपिटल 1,37,628 करोड़ रुपये के स्तर पर आ गया है।
इसके अलावा इसी क्षेत्र में काम करने वाली मुकेश अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयर में भी 2.16 फीसदी का नुकसान हुआ है। रिलायंस इंडस्ट्रीज का शेयर भाव 45 रुपये कम होकर 2055.15 रुपये के स्तर पर आ गया है। वहीं, मार्केट कैपिटल की बात करें तो कंपनी एक बार फिर लुढ़क कर 13 लाख करोड़ रुपये के स्तर पर आ गई है।
सेंसेक्स ( Sensex) का क्या हाल: शेयर बाजारों में बुधवार को लगातार चौथे दिन गिरावट रही और बीएसई सेंसेक्स 562.34 अंक लुढ़क कर 49,801.62 अंक पर बंद हुआ। उतार-चढ़ाव भरे कारोबार में 30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 562.34 अंक यानी 1.12 प्रतिशत की गिरावट के साथ 49,801.62 अंक पर बंद हुआ।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 189.15 अंक यानी 1.27 प्रतिशत की गिरावट के साथ 14,721.30 अंक पर बंद हुआ। ओनएजीसी के अलावा एनटीपीसी, सन फार्मा, एसबीआई, इंडसइंड बैंक, बजाज ऑटो और पावर ग्रिड भी गिरावट में रहे। लाभ में रहने वाले शीर्ष शेयरों में आईटीसी, इन्फोसिस, टीसीएस और एचडीएफसी शामिल हैं।
शेयर बाजार में गिरावट की वजह: जानकारों के मुताबिक इसका कारण देश के विभिन्न भागों में कोविड-19 के बढ़ते मामलों को लेकर चिंता और मुद्रास्फीति बढ़ने से निवेशकों की धारणा पर असर है।
इसके अलावा अमेरिकी फेडरल रिजर्व की बैठक के परिणाम से पहले वैश्विक बाजारों में कमजोर रुख का भी घरेलू शेयर बाजार पर असर पड़ा है। फेडरल रिजर्व की दो दिवसीय बैठक मंगलवार को शुरू हुई। एशिया के अन्य बाजारों में शंघाई, तोक्यो और सोल में गिरावट रही जबकि हांगकांग बाजार बढ़त में रहा।