बीते दिनों वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट भाषण में कहा था कि एयर इंडिया का विनिवेश 2021-22 में पूरा हो जाएगा। एयर इंडिया के विनिवेश प्रक्रिया पूरा होने से पहले एयर इंडिया को करीब 10 हजार करोड़ रुपये तक का घाटा होने की आशंका जताई जा रही है।
इकोनॉमिक्स टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक एयर इंडिया को अगर इतना बड़ा नुकसान होता है तो केंद्र सरकार की विनिवेश योजना को झटका लग सकता है। अनुमानित घाटे की वजह से कंपनी का वैल्यूएशन भी कम हो जाएगा। बता दें कि कई पक्षों ने पिछले महीने विमान वाहन के लिए अपने अभिरुचि पत्र (ईओआई) सरकार को दिए हैं। उम्मीद है कि सरकार आने वाले सप्ताहों में योग्य बोलीदाताओं के नामों का ऐलान करेगी।
एयर इंडिया के वित्तीय पुनर्गठन के तहत एयर इंडिया एसेट होल्डिंग लिमिटेड के नाम से एक विशेष प्रयोजन वाहन (एसपीवी) की स्थापना की गई है। वित्त वर्ष 2021-22 के बजट दस्तावेजों के अनुसार इस एसपीवी को अगले वित्त वर्ष के लिए 2,268 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं।
16 फरवरी से हुबली-मुंबई के बीच उड़ान सेवा बहाल: एयर इंडिया ने 16 फरवरी से हुबली और मुंबई के बीच अपनी उड़ान सेवाओं को फिर से शुरू करने का फैसला किया है, जिसे कोविड-19 के चलते लागू लॉकडाउन के मद्देनजर निलंबित कर दिया गया था। एयर इंडिया के अधिकारियों के अनुसार कंपनी विमान सेवाएं सप्ताह में तीन दिन- मंगलवार, शुक्रवार और शनिवार को उपलब्ध होंगी।
एयर इंडिया ने 20 जनवरी 2020 को दोनों शहरों के बीच सप्ताह में चार दिन उड़ान सेवा शुरू की थी। हालांकि, दो महीने बाद मुंबई में कोविड-19 के मामले बढ़ने के बाद इसे रोक दिया गया। अब एयर इंडिया ने लगभग एक साल बाद 16 फरवरी से इन सेवाओं को दोबारा शुरू करने का फैसला किया है।