दिग्गज फ्रांसीसी कार निर्माता कंपनी Renault की लॉकडाउन के चलते हालत खस्ता हो गई है। कंपनी ने इस संकट से निपटने के लिए लागत में कमी करने के मकसद से 15,000 कर्मचारिRenault यों की छंटनी का ऐलान किया है। दुनिया भर में कंपनी के कुल 1,80,000 कर्मचारी हैं, जिनमें से 10 फीसदी से भी कम लोगों की छंटनी की जाएगी। रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक अकेले फ्रांस में ही 4,500 नौकरियां जा सकती हैं। इनमें भी बड़े पैमाने पर लोगों को वीआरएस देने का फैसला लिया गया है। इसके अलावा भारतीय एंटरटेनमेंट कंपनी BookMyShow ने 270 कर्मचारियों की छंटनी का फैसला लिया है। कंपनी के 1,450 कर्मचारी हैं, जिनमें से 20 फीसदी वर्कफोर्स को कम करने का फैसला लिया गया है।
हालांकि कंपनी ने इन कर्मचारियों के लिए छंटनी जैसे शब्द का इस्तेमाल करने की बजाय फरलो की बात कही है। कंपनी ने कहा है कि इन कर्मचारियों को मेडिकल इंश्योरेंस, ग्रैच्युटी समेत अन्य लाभ मिलते रहेंगे, लेकिन उनके मानदेय की अदायगी नहीं की जाएगी। BookMyShow का कहना है कि कोरोना के संकट से निपटने के लिए लागू लॉकडाउन से एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री बुरी तरह से प्रभावित हुई है। ऐसे में इस संकट से निपटने के लिए हमने यह फैसला लिया है। इससे पहले भी कई दिग्गज कंपनियों की ओर से इस तरह के कठिन फैसले लिए जा चुके हैं। दिग्गज टेक कंपनी आईबीएम ने भी बड़े पैमाने पर कर्मचारियों की छंटनी की है। हालांकि कंपनी की ओर से कर्मचारियों की संख्या के बारे में जानकारी नहीं दी गई है।
5 टेक बेस्ड कंपनियों ने हटाए 4,400 कर्मचारी: सिर्फ भारत की ही बात करें तो बीते करीब एक महीने में 5 दिग्गज टेक बेस्ड कंपनियों ने 4,400 कर्मचारियों को नौकरी से हटाया है। इसी सप्ताह अमेरिकी कैब ऐग्रिगेटर कंपनी उबर ने भारत में 600 कर्मचारियों को हटाने का फैसला लिया था। इसके अलावा जोमैटो, स्विगी, ओला और Cure.fit जैसी कंपनियों की ओर से की गई छंटनी को मिला लें तो यह आंकड़ा 4,441 हो जाता है। उबर ने कर्मचारियों की छंटनी के फैसले की जानकारी देते हुए कहा था कि यह संकट अप्रत्याशित है और यह भी अनिश्चित है कि कैसे इस संकट से निपटा जाएगा। ऐसे में हमें वर्कफोर्स के साइज में कमी करने के फैसले पर मजबूर होना पड़ा है।
ओला, जोमैटो और Swiggy ने भी की बड़ी छंटनी: इसके बाद भारतीय कैब कंपनी ओला ने 1,400 कर्मचारियों की छंटनी का फैसला लिया था। कंपनी का कहना था कि कैब बुकिंग में 95 पर्सेंट तक की गिरावट आई है और यह अभी अनिश्चित है कि लोग पहले की तरह घर से निकलना कब शुरू करेंगे। कंपनी के सीईओ भाविश अग्रवाल ने कहा कि तमाम कंपनियों के कर्मचारी वर्क फ्रॉम होम ही कर रहे हैं और एयरपोर्ट आदि के लिए भी बुकिंग बंद होने के चलते संकट गहरा हो गया है। ओला के अलावा देश की दो बड़ी फूड टेक कंपनियों ने भी बड़ी छंटनी की है। जोमैटो ने 541 और Swiggy ने 1,100 कर्मचारियों की छंटनी की है।